कम्युनिटी सेंटर में रुके हैं करीब 48 परिवार
दिल्ली के श्रीराम कॉलोनी स्थित कम्युनिटी सेंटर में शरण लिए हुए इन परिवारों ने बताया कि उनका घर गांवड़ी रोड इलाके में था। दंगा होने पर उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए अपना घर छोड़ दिया। स्थानीय लोगों ने मदद की और वे इस कम्युनिटी सेंटर में आ गए। इस बीच यहां रुकी एक महिला ने रोते हुए बताया कि उन्हें पता चला है कि उनका घर जलाया जा चुका है।
महिला ने कहा- जला दिया गया मेरा घर
पीड़ित महिला ने बताया कि हमारे पास कुछ नहीं बचा। अब हमें समझ नहीं आ रहा कि हम कहां जाएंगे। उन्होंने बताया कि उनके साथ आस-पास की कई महिलाएं और बच्चे इस कम्युनिटी सेंटर में रुके हुए हैं। इन परिवारों ने रोते कहा कि जिन्होंने कहा था विश्वास कीजिए, अब उन्होंने ही घर जला दिए।
गावड़ी इलाके में रह रहे थे ये परिवार
फिलहाल पीड़ित परिवार की देखरेख को लेकर स्थानीय लोग मदद कर रहे हैं। जिला प्रशासन की टीम ने भी इन परिवारों से संपर्क किया है। उन्हें लगातार मदद पहुंचाई जा रही है। दवाइयां दी गई हैं, खाने की व्यवस्था की गई है। अधिकारियों ने बताया कि करीब 48 परिवार इस कम्युनिटी सेंटर में रुके हुए हैं।
हिंसा के चलते छोड़ा घर
अधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि फिलहाल पीड़ित परिवारों की लिस्ट बनाई जा रही है। अभी इन परिवारों को तुरंत ही पांच हजार रुपये की मदद की जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कराटे ट्रेनिंग कैंप की लड़कियां मदद के लिए पहुंचीं
इन पीड़ित परिवारों की मदद के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ कराटे ट्रेनिंग कैंप की लड़कियां भी पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवारों की सुरक्षा के लिए वे यहां आई हैं, उनकी कोशिश परिवारों में कायम खौफ को कम करने की है। स्वास्थ्य जांच की भी व्यवस्था की गई है।