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ये हैं दिल्ली के 10 मोस्ट वॉन्टेड, मर्डर-उगाही-लूट इनके काम

सोमवार को हुई गैंगवॉर हुई जिसमें एक शातिर अपराधी रवि भारद्वाज मारा गया। इस केस में मुख्य संदिग्ध जितेंद्र गोगी है। इस गैंगवॉर के बाद दिल्ली पुलिस ने मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों की लिस्ट निकाली है। कई सालों से गोगी और उसके गैंग की ताजपुर गांव के सुनील उर्फ टिल्लू के गैंग के साथ ठनी हुई थी।

टाइम्स न्यूज नेटवर्क 17 Jan 2018, 3:53 pm
राजशेखर झा, नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम gangwar

सोमवार को हुई गैंगवॉर हुई जिसमें एक शातिर अपराधी रवि भारद्वाज मारा गया। इस केस में मुख्य संदिग्ध जितेंद्र गोगी है। इस गैंगवॉर के बाद दिल्ली पुलिस ने मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों की लिस्ट निकाली है।

कई सालों से गोगी और उसके गैंग की ताजपुर गांव के सुनील उर्फ टिल्लू के गैंग के साथ ठनी हुई थी। पिछले साल गैंग ने तीन हत्याएं की थीं, जिसमें से दो गेस्ट टीचर होने का ढोंग करते थे। गोगी और टिल्लू के बीच साल 2013 में डीयू कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन्स के समय दुश्मनी शुरू हुई थी।

साल 2015 में गोगी बहादुरगढ़ में कोर्ट में पेशी के लिए ले जाए जाने के दौरान पुलिस की गिरफ्त से भागने में कामयाब हो गया था। इसके बाद से उत्तराखंड में छुपा हुआ है और वारदात करने के लिए दिल्ली आता रहता है। गोगी पर 2 लाख रुपयों का इनाम है। पिछले साल पुलिस ने इसके शार्पशूटर जरनैल सिंह को उत्तराखंड के रुद्रपुर में मार गिराया था।

सूत्रों ने बताया कि गोगी के गुर्गे कुलदीप फज्जा ने भी दिल्ली पुलिस की टॉप 10 की लिस्ट में जगह बना ली है। फज्जा दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइंस ग्रैजुएट है और किसान का बेटा है।
साल 2014 में फज्जा ने विरोधी गैंग के विकास की हत्या कर दी थी और फरार हो गया था।

मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में दूसरा है नरेला का सुरेंद्र उर्फ समुंदर खत्री। सुरेंद्र 16 जनवरी, 2015 को परोल पर तिहाड़ जेल से बाहर आया था और अगले ही दिन गैंग के कहने पर उसने दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल की हत्या कर दी थी। गुड़गांव में भी वह एक कॉन्स्टेबल की हत्या कर चुका है।

इसके बाद लिस्ट में नंबर आता है राजेश भारती का, जो द्वारका-नजफगढ़ और आसपास के इलाकों में कार चोरी की वारदातों को अन्जाम देता है। इस पर कार चोरी के कई मामले दर्ज हैं।

कभी दिल्ली का सबसे खतरनाक गैंगस्टर माना जाने वाला हाशिम बाबा उत्तरपूर्वी दिल्ली में आतंक का पर्याय बन चुका है। 2014 को उसे जेल हुई थी लेकिन पिछले साल परोल पर बाहर आने के बाद वह वापस जेल नहीं पहुंचा। 2017 में उसके विरोधी छेनू इरफान ने उसके कई साथियों की हत्या कर दी। तब से बाबा छेनू के आदमियों को मारने के पीछे लगा हुआ है।

नीरज बवाना गैंग का विरोधी अशोक प्रधान भी पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। साल 2017 में उसने झज्जर कोर्ट परिसर में कला असोदिया की हत्या कर दी थी। इसके जवाब में बवाना गैंग ने अशोक प्रधान के आदमी राजेश दुरमुत को मार डाला था।

इनके अलावा, मुंडका का संजय लाकरा हत्या और लूट के मामलों में वॉन्टेड है। बाद में उसने उगाही और जमीन हड़पने का काम भी शुरू कर दिया। उसने किशन पहलवान के गैंग के सदस्य के तौर पर काम शुरू किया था, जो तीन साल पहले अरेस्ट हुआ और बेल मिलने के बाद फरार हो गया।

दिल्ली पुलिस की कई यूनिट्स हरियाणा के संदीप विद्रोही नाम के हत्यारे की भी तलाश कर रही हैं। मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में यह नया नाम है। बीते साल द्वारका के पास इसने एक मर्डर कर नोट छोड़ा था, जिसमें लिखा था- इसका मरना जरूरी था क्योंकि यह लड़कियों का पीछा करता था और लड़कियों को परेशान करता था। इसके अलावा, राजोश मोग और जितेंद्र भांजा नाम के अपराधी भी इस लिस्ट में शामिल हैं।

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