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गैगवॉर : यमुनापार में 13 दिन में तीन मर्डर

यमुनापार में छह दिन के भीतर दो मर्डर हुए। अधिकतर आरोपी पुलिस ने धर दबोचे। हालांकि दोनों तरफ के कई लोग अभी 'छूट्टे' घूम रहे हैं। इसलिए गैंगवॉर की आशंका थी, जिसके संकेत दोनों मर्डर में पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में दिए थे।

नवभारत टाइम्स 14 Apr 2019, 10:19 am
शंकर सिंह, नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम gangwar

यमुनापार में छह दिन के भीतर दो मर्डर हुए। अधिकतर आरोपी पुलिस ने धर दबोचे। हालांकि दोनों तरफ के कई लोग अभी 'छुट्टे' घूम रहे हैं। कुछ भगोड़े घोषित हैं तो कुछ फरारी काट रहे हैं। इसलिए गैंगवॉर की आशंका थी, जिसके संकेत दोनों मर्डर में पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में दिए थे। सीलमपुर 'जे' ब्लॉक में शुक्रवार रात हुई हत्या इसी गैंगवॉर का नतीजा है। यह 13 दिन के भीतर इस गैंगवॉर में गई तीसरी जान है।

सीलमपुर में रहने वाले नाजिम और शहजाद उर्फ छोटा नन्हे की फैमिली में रंजिश थी। 2017 में छोटे नन्हे ने नाजिम की बहन से शादी कर ली। इससे दोनों परिवारों के बीच खाई बढ़ गई। 4 जून 2018 को 'जे' ब्लॉक मस्जिद के बाहर हथियारों से लैस छोटा नन्हे और उसके परिजनों ने नाजिम को घेर लिया। नाजिम का भाई मुकीम और पड़ोसी सलमान बीच-बचाव करने आए। इस गोलीबारी में सलमान की मौत हो गई, जबकि नाजिम का भाई मुकीम गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। वह आज भी उस हमले से उबर नहीं सका है।

इस केस में छोटा नन्हे और बड़ा भाई मोइनुद्दीन उर्फ बड़ा नन्हे जेल में हैं। मां छन्नो, भाई अकिल और बहनोई दानिश भगोड़े हैं। एक भाई रेहान उर्फ गुल्लू तब जेल मे था, जिस पर पुराना सीलमपुर के हिस्ट्रीशीटर जफर कुरैशी के मर्डर का आरोप है। फिलहाल वह परोल जंप कर फरार है। दूसरी तरफ, नाजिम परिवार के ज्यादातर मेंबर भी या तो फरार हैं या जेल में हैं। इस गैंगवॉर ने 31 मार्च की रात तब खूंखार रूप ले लिया, जब नाजिम के भाई मुन्ना उर्फ सलमान ने पांच हथियारबंद लोगों के साथ नन्हे के बड़े भाई हकीमुद्दीन को न्यू उस्मानपुर में बेटे के सामने मार दिया। क्लस्टर बस में ड्राइवर हकीमुद्दीन के मर्डर से परिवार उबरा भी नहीं था। पुराने सीलमपुर में गुल्लू के 'करीबी' मेहराज और अनवर के भाई सरफराज का मर्डर हो गया।

गुल्लू 25 अक्टूबर 2017 को हुए जफर मर्डर में पकड़ा गया था तो उसने खुलासा किया कि इसके लिए अन‌वर ने सुपारी दी थी। दोनों में ई-स्क्रैप को लेकर रंजिश थी। आरोप है कि परोल पर बाहर आने के बाद से वह जफर मर्डर के गवाहों को धमका रहा था। इसलिए जफर के करीबी रिजवान उर्फ मन्नू और मोहसिन उर्फ अबरार ने 5 अप्रैल को अनवर के भाई सरफराज का मर्डर कर दिया। इन्होंने बताया कि गुल्लू उन्हें सरफराज के इशारे पर धमका रहा था। दोनों मर्डर में नाजिम के भाई मुन्ना उर्फ सलमान और चचेरे भाई सोनू की इसमें शामिल होने का बात सामने आई। हकीमुद्दीन मर्डर में सोनू पांच आरोपियों के साथ अरेस्ट हो चुका है, जो शुक्रवार रात मारे गए नफीस का बेटा है। इसलिए माना जा रहा है कि इस हत्याकांड को गुल्लू ने ही अंजाम दिया है।

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