नई दिल्ली: कंझावला कांड में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं, जिनसे ये मामला सुलझने की जगह और पेचीदा होता जा रहा है। लोग दिल्ली पुलिस की जांच पर भी सवाल खड़ रहे हैं। इस बीच दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए बताया है कि अंजलि की सहेली निधि पर गांजा तस्करी का आरोप है। दो साल पहले निधि के खिलाफ यूपी पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की थी। स्वाति मालीवाल के इस दावे के बाद इस मामले में नया मोड़ आ सकता है। निधि पर गांजा तस्करी का आरोप
स्वाति मालीवाल ने निधि के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर की कॉपी भी शेयर की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'निधि पर जो गांजा तस्करी की FIR दो साल पहले यूपी में दर्ज हुई थी उसमें निधि ने पुलिस को बताया कि वो दीपक नाम के व्यक्ति के लिए गांजा तस्करी करती थी। अंजलि की हत्या में से एक आरोपी का नाम भी दीपक है। क्या ये दोनों दीपक एक हैं? क्या निधि अंजलि के हत्यारों को पहले से जानती थी ?
आगरा में दर्ज की गई एफआईआर
बता दें कि निधि के खिलाफ यूपी के जीआरपी आगरा कैंट थाने में ये एफआईआर दर्ज की गई थी। FIR की कॉपी के अनुसार ये 6 दिसंबर 2020 को ये मामला दर्ज किया गया था। तब पुलिस ने तीन लोगों के पास से काले रंग की पौलीथीन में अवैध गांजा बरामद किया था। बरामद गांजे को इलेक्ट्रोनिक कांटे पर तोला गया तो कुल वजन 10 किलो निकला। पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए दो लड़कों ने गांजा खुद के लिए वहीं लड़की ने दीपक निवासी दिल्ली द्वारा मंगवाना बताया। तीनों ने यह भी बताया कि इस गांजे को हम लोग सिकन्द्राबाद (तेलंगाना) से ट्रेन से लेकर आये थे और इस गांजे को लेकर हम लोग दिल्ली सडक मार्ग से जाने की फिराक में थे उपरोक्त तीनों से बरामद अवैध गांजे में से 500 ग्राम प्रत्येक से बतौर नमूना परीक्षण हेतु निकालकर अलग किया गया व शेष बरामद गांजे को अलग अलग अभियुक्तवार काली पौलीथीन व उसी बैग में रखकर सील सर्वे मोहर कर नमूना मोहर तैयार किया गया।
किसी दीपक के लिए गांजा तस्करी करती थी निधि
आपको बता दें कि कंझावला मामले में भी पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में दीपक नाम का शख्स शामिल है। एफआईआर के अनुसार, उस रात कार में पांच लोग बैठे थे। इससे पहले गुरुवार को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि घटना में 5 नहीं बल्कि 7 आरोपी हैं। इस मामले में आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि कार दीपक चला रहा था, लेकिन बाद में जांच में सामने आया कि कार अमित चला रहा था।
निधि शुरुआत से संदेह के घेरे मेंपीड़िता अंजलि की सहेली निधि शुरुआत से शक के घेरे में है। 1 जनवरी की सुबह घटना की जानकारी सार्वजनिक होने के कुछ घंटे बाद ही दिल्ली पुलिस ने अधिकारिक बयान में इसे हादसा बताया था और कार में सवार पांच लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी दी थी। पुलिस ने कहा था कि इस घटना का कोई सीसीटीवी फुटेज या गवाह नहीं है, लेकिन उसके दूसरे दिन ही अंजलि की सहेली निधि सामने आई और उसने दावा किया कि हादसे के समय स्कूटी पर सवार थी और डर की वजह से अब तक चुप थी। लेकिन एक अन्य सीसीटीवी फुटेज में अंजलि उस रात अपनी गली में जाती दिखी। दिल्ली पुलिस ने निधि को पूछताछ के लिए भी बुलाया था। लेकिन अब इस गांजा तस्करी वाला एंगल सामने आने के बाद ये मामला और पेचीदा हो गया है।
स्वाति मालीवाल ने निधि के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर की कॉपी भी शेयर की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'निधि पर जो गांजा तस्करी की FIR दो साल पहले यूपी में दर्ज हुई थी उसमें निधि ने पुलिस को बताया कि वो दीपक नाम के व्यक्ति के लिए गांजा तस्करी करती थी। अंजलि की हत्या में से एक आरोपी का नाम भी दीपक है। क्या ये दोनों दीपक एक हैं? क्या निधि अंजलि के हत्यारों को पहले से जानती थी ?
आगरा में दर्ज की गई एफआईआर
बता दें कि निधि के खिलाफ यूपी के जीआरपी आगरा कैंट थाने में ये एफआईआर दर्ज की गई थी। FIR की कॉपी के अनुसार ये 6 दिसंबर 2020 को ये मामला दर्ज किया गया था। तब पुलिस ने तीन लोगों के पास से काले रंग की पौलीथीन में अवैध गांजा बरामद किया था। बरामद गांजे को इलेक्ट्रोनिक कांटे पर तोला गया तो कुल वजन 10 किलो निकला। पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए दो लड़कों ने गांजा खुद के लिए वहीं लड़की ने दीपक निवासी दिल्ली द्वारा मंगवाना बताया। तीनों ने यह भी बताया कि इस गांजे को हम लोग सिकन्द्राबाद (तेलंगाना) से ट्रेन से लेकर आये थे और इस गांजे को लेकर हम लोग दिल्ली सडक मार्ग से जाने की फिराक में थे उपरोक्त तीनों से बरामद अवैध गांजे में से 500 ग्राम प्रत्येक से बतौर नमूना परीक्षण हेतु निकालकर अलग किया गया व शेष बरामद गांजे को अलग अलग अभियुक्तवार काली पौलीथीन व उसी बैग में रखकर सील सर्वे मोहर कर नमूना मोहर तैयार किया गया।
किसी दीपक के लिए गांजा तस्करी करती थी निधि
आपको बता दें कि कंझावला मामले में भी पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में दीपक नाम का शख्स शामिल है। एफआईआर के अनुसार, उस रात कार में पांच लोग बैठे थे। इससे पहले गुरुवार को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि घटना में 5 नहीं बल्कि 7 आरोपी हैं। इस मामले में आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि कार दीपक चला रहा था, लेकिन बाद में जांच में सामने आया कि कार अमित चला रहा था।
निधि शुरुआत से संदेह के घेरे मेंपीड़िता अंजलि की सहेली निधि शुरुआत से शक के घेरे में है। 1 जनवरी की सुबह घटना की जानकारी सार्वजनिक होने के कुछ घंटे बाद ही दिल्ली पुलिस ने अधिकारिक बयान में इसे हादसा बताया था और कार में सवार पांच लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी दी थी। पुलिस ने कहा था कि इस घटना का कोई सीसीटीवी फुटेज या गवाह नहीं है, लेकिन उसके दूसरे दिन ही अंजलि की सहेली निधि सामने आई और उसने दावा किया कि हादसे के समय स्कूटी पर सवार थी और डर की वजह से अब तक चुप थी। लेकिन एक अन्य सीसीटीवी फुटेज में अंजलि उस रात अपनी गली में जाती दिखी। दिल्ली पुलिस ने निधि को पूछताछ के लिए भी बुलाया था। लेकिन अब इस गांजा तस्करी वाला एंगल सामने आने के बाद ये मामला और पेचीदा हो गया है।