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Cyber Crime: बाइक कंपनी की डीलरशिप देने के नाम पर करोल बाग के कारोबारी से ऐंठे 26 लाख रुपये

करोल बाग के एक कारोबारी से बाइक कंपनी की डीलरशिप देने के नाम पर लाखों रुपये ऐंठ लिए गए। जब उन्हें शक हुआ तो उन्होंने कॉल करने वाले लोगों से मिलने के लिए कहा लेकिन कोई भी मिलने के लिए तैयार नहीं हुआ। यहां तक कि उन्होंने कारोबारी का फोन उठाना भी बंद कर दिया।

Authored byकुणाल कश्यप | नवभारत टाइम्स 6 Oct 2022, 3:58 pm
नई दिल्लीः करोल बाग की एक कंपनी ने रॉयल एनफील्ड कंपनी की डीलरशिप लेने का फैसला किया। इसके लिए कंपनी के मैनेजर ने गूगल पर वेबसाइट सर्च की। वेबसाइट पर उन्होंने फॉर्म भर दिया। इसके बाद कंपनी के कथित कर्मचारियों ने मैनेजर से संपर्क किया। आरोप है कि कई औपचारिकताएं पूरी करने के नाम पर लाखों रुपये ट्रांसफर करवा लिए। सभी पेमेंट ऑनलाइन हुईं, लेकिन कोई भी आरोपी पीड़ित से मिला नहीं। 26 लाख रुपये से भी ज्यादा देने के बाद कंपनी को डीलरशिप नहीं मिली। जिसके बाद कंपनी की ओर से मैनेजर हरिल कोहली ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत की। इस पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट ने धोखाधड़ी समेत विभिन्न संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
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अखबार में देखा था डीलरशिप का विज्ञापन
पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार, पीड़ित कंपनी के हरिल कोहली ने रॉयल एनफील्ड डीलरशिप का एक विज्ञापन 15 मई, 2022 को एक अखबार के फ्रंटपेज पर देखा था। इसके बाद कंपनी ने रॉयल एनफील्ड डीलरशिप के लिए आवेदन करने का फैसला लिया। डीलरशिप फॉर्म के लिए अगले दिन मैनेजर ने गूगल पर वेबसाइट सर्च की। उन्होंने www.royalenfieldpartners.com वेबसाइट खोली। इस पर रॉयल एनफील्ड का ब्रैंड लोगो भी लगा हुआ था। कंपनी का बाकी ब्योरा भी था। उन्होंने वेबसाइट पर अभी आवेदन करें का विकल्प चुना। वहां उन्हें डीलरशिप के लिए आवेदन का फॉर्म भरा। इसके जवाब में उन्हें 30 मई को info@royalenfieldpartners.com मेल आईडी से ई-मेल मिला। अब बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ।

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आरोपियों ने इस तरह शुरू किया झांसे में लेना
कथित वेबसाइट के प्रतिनिधि सुभोजीत रॉय ने पीड़ित मैनेजर से बातचीत की। रॉय ने उन्हें रजिस्ट्रेशन करने की औपचारिकताओं के बारे में बताया। अगले ही दिन उन्होंने आवश्यक दस्तावेजों के साथ भरे हुए डीलरशिप फॉर्म की स्कैन की हुई प्रति ई-मेल पर भेज दी। 3 जून को पीड़ित को आगे की प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा गया। आरोप है कि अब रॉय ने उनसे अलग-अलग औपचारिकताओं के नाम पर रुपये लेने शुरू कर दिए। लाखों रुपये लेने के लिए कथित सेल्स हेड मनोज अग्रवाल ने उनसे बातचीत की। उन्हें बाइकों के मॉडल आदि के बारे में बताया गया। उनसे बाइक बुकिंग के नाम पर रकम लेनी शुरू की गई। इसी तरह आरोपियों ने उनसे 26,22,520 रुपये ऐंठ लिए।

मिलने के लिए कहा तो खुल गई पोल
आरोपी अब किसी न किसी बहाने पीड़ित से रुपये मांग रहे थे। मगर पीड़ित ने कहा कि वह अब रकम देने से पहले मिलेंगे। कई बार जोर देने पर भी कोई उनसे मिलने के लिए तैयार नहीं हुआ। अब आरोपियों ने पीड़ित के फोन भी उठाने बंद कर दिए। ई-मेल पर भी पीड़ित को कोई जवाब नहीं मिल रहा था। इस कारण उन्होंने अब कंपनी का नंबर निकालकर उनसे संपर्क किया। बातचीत हुई तो मैनेजर के होश उड़ गए। कंपनी की ओर से उन्हें बताया गया कि उनकी ऐसी कोई वेबसाइट नहीं है। इसके बाद पीड़ित की ओर से शिकायत दी गई।
लेखक के बारे में
कुणाल कश्यप
कुणाल कश्यप पत्रकार हैं और इस फील्ड में इन्हें 8 साल का अनुभव है। अभी सांध्य टाइम्स और नवभारत टाइम्स के लिए खबरें लिखते हैं। दिल्ली में क्राइम, डिस्ट्रिक कोर्ट, कंज्यूमर कोर्ट, DDA वगैरह बीट कवर करते हैं। पाठकों तक तथ्यों के साथ सही जानकारी जल्द से जल्द पहुंचाने की कोशिश में रहते हैं।... और पढ़ें

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