विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
स्पेशल सेल ने मकोका केस में वॉन्टेड एक लाख के इनामी बदमाश गौरव त्यागी को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान बदमाश ने पुलिस टीम पर गोली चला दी। पुलिस ने गोली चलाई, जो इसके दाहिने पैर में जा लगी। गिरफ्त में आया यह शातिर बदमाश कुख्यात टिल्लू ताजपुर-परवेश खेड़ा गैंग का शार्प शूटर है। करीब एक साल से फरार चल रहा था। गौरव त्यागी पहलवान भी रह चुका है। इसने जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप 2007 में कांस्य पदक भी जीता था। लेकिन कुश्ती में सफल नहीं हो सका, क्योंकि एक्सिडेंट के कारण उसकी जांघ की हड्डी टूट गई थी। गिरफ्तारी के समय कई राउंड फायरिंग भी की। स्पेशल सेल की टीम ने आरोपी के पास से लोडेड ऑटोमैटिक पिस्टल, चोरी की बाइक, एक बैग, जिसमें कपड़े हैं, दो फोन बरामद किए हैं।
डीसीपी राजीव रंजन के मुताबिक, 22 साल का गौरव त्यागी होलम्बी कलां, दिल्ली का रहने वाला है। वह परवेश के गिरोह के लिए काम कर रहा था। टीम काफी समय से गैंग के गुर्गों की लोकेशन ट्रेस कर रही है। इनमें गौरव त्यागी भी था। टीम ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और राजस्थान में उसके कई संदिग्ध ठिकानों की पहचान की। कई बार छापे मारे। कई मौकों पर वह बच गया। एक साल से अधिक समय तक चली लंबी खोज के बाद बुधवार सुबह लगभग 9 बजे टीम को जानकारी मिली कि वह खेड़ा नहर पुल से निकलेगा। टीम ने ट्रैप लगाया। करीब 11:20 मिनट पर सेक्टर-28, रोहिणी की तरफ से आता हुआ दिखाई दिया। उसे रुकने का इशारा किया। पुलिस टीम को भांपकर वह बाइक से नीचे उतरा और पुलिस पर गोलियां चला दीं, जिसमें एक गोली हेड कॉन्स्टेबल दयाल की बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी। क्रॉस फायरिंग में पुलिस ने भी गोली चलाई। एक गोली उसके दाहिने पैर में जा लगी। वह लड़खड़ा कर गिर गया। जिसे दबोच लिया।
डीसीपी के मुताबिक, गौरव त्यागी 12वीं तक पढ़ा है। अभी शादी नहीं हुई है। शुरू में वह लूथरा गैंग के संपर्क में आया, जो नकली करंसी के लिए कुख्यात था। चूंकि गौरव त्यागी के पास अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा नहीं था। लूथरा गैंग में शामिल होकर दिल्ली और एनसीआर में नकली करंसी चलाने लगा। ये करंसी नेपाल के रास्ते भारत आती थी। बाद में, गैंगस्टर परवेश के साथ मिल गया। एक्सटॉर्शन करने लगा। फिर टिल्लू ताज पुरिया के लिए काम करने लगा।
स्पेशल सेल ने मकोका केस में वॉन्टेड एक लाख के इनामी बदमाश गौरव त्यागी को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान बदमाश ने पुलिस टीम पर गोली चला दी। पुलिस ने गोली चलाई, जो इसके दाहिने पैर में जा लगी। गिरफ्त में आया यह शातिर बदमाश कुख्यात टिल्लू ताजपुर-परवेश खेड़ा गैंग का शार्प शूटर है। करीब एक साल से फरार चल रहा था। गौरव त्यागी पहलवान भी रह चुका है। इसने जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप 2007 में कांस्य पदक भी जीता था। लेकिन कुश्ती में सफल नहीं हो सका, क्योंकि एक्सिडेंट के कारण उसकी जांघ की हड्डी टूट गई थी। गिरफ्तारी के समय कई राउंड फायरिंग भी की। स्पेशल सेल की टीम ने आरोपी के पास से लोडेड ऑटोमैटिक पिस्टल, चोरी की बाइक, एक बैग, जिसमें कपड़े हैं, दो फोन बरामद किए हैं।
डीसीपी राजीव रंजन के मुताबिक, 22 साल का गौरव त्यागी होलम्बी कलां, दिल्ली का रहने वाला है। वह परवेश के गिरोह के लिए काम कर रहा था। टीम काफी समय से गैंग के गुर्गों की लोकेशन ट्रेस कर रही है। इनमें गौरव त्यागी भी था। टीम ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और राजस्थान में उसके कई संदिग्ध ठिकानों की पहचान की। कई बार छापे मारे। कई मौकों पर वह बच गया। एक साल से अधिक समय तक चली लंबी खोज के बाद बुधवार सुबह लगभग 9 बजे टीम को जानकारी मिली कि वह खेड़ा नहर पुल से निकलेगा। टीम ने ट्रैप लगाया। करीब 11:20 मिनट पर सेक्टर-28, रोहिणी की तरफ से आता हुआ दिखाई दिया। उसे रुकने का इशारा किया। पुलिस टीम को भांपकर वह बाइक से नीचे उतरा और पुलिस पर गोलियां चला दीं, जिसमें एक गोली हेड कॉन्स्टेबल दयाल की बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी। क्रॉस फायरिंग में पुलिस ने भी गोली चलाई। एक गोली उसके दाहिने पैर में जा लगी। वह लड़खड़ा कर गिर गया। जिसे दबोच लिया।
डीसीपी के मुताबिक, गौरव त्यागी 12वीं तक पढ़ा है। अभी शादी नहीं हुई है। शुरू में वह लूथरा गैंग के संपर्क में आया, जो नकली करंसी के लिए कुख्यात था। चूंकि गौरव त्यागी के पास अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसा नहीं था। लूथरा गैंग में शामिल होकर दिल्ली और एनसीआर में नकली करंसी चलाने लगा। ये करंसी नेपाल के रास्ते भारत आती थी। बाद में, गैंगस्टर परवेश के साथ मिल गया। एक्सटॉर्शन करने लगा। फिर टिल्लू ताज पुरिया के लिए काम करने लगा।