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करीब 6 महीने बाद आज दिल्ली मेट्रो का पहला ‘वर्किंग डे’, 17 घंटे में 4500 से ज्यादा ट्रिप्स लगेंगी

कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर मार्च के आखिर में बंद होने के बाद दिल्ली मेट्रो का सोमवार को पहला वर्किंग डे है। यह इसलिए कह रहे हैं कि 22 मार्च के बाद पहली बार मेट्रो पहले की तरह दिनभर सामान्य रूप से चलने जा रही है।

नवभारत टाइम्स 14 Sep 2020, 12:54 am
विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम Delhi-metro

22 मार्च 2020 के बाद आज पहला वर्किंग डे है, जब दिल्ली मेट्रो पहले की तरह दिनभर सामान्य रूप से चलेगी। लॉकडाउन से पहले वर्किंग डे में सुबह 8 बजे से 11 बजे के बीच और शाम में 5 बजे से 8 बजे के बीच मेट्रो में कैसा हाल रहता था, यह हर किसी को पता है। कोरोना की वजह से उस स्थिति में कितना बदलाव आएगा, यह अब पता चलेगा। मेट्रो में कितनी भीड़ उमड़ेगी और वह डीएमआरसी, सीआईएसएफ और मेट्रो पुलिस के लिए कितनी बड़ी चुनौती पेश करेगी, इसकी झलक भी सोमवार से देखने को मिलेगी।

डीएमआरसी के अधिकारियों का भी मानना है कि सोमवार से मेट्रो में भीड़ बढ़ सकती है, क्योंकि अब सभी लाइनें खुल चुकी हैं और ट्रेनें भी पहले की तरह सामान्य शेड्यूल के अनुसार चलनी शुरू हो गई हैं। मगर, मेट्रो स्टेशनों के सारे गेट नहीं खोले जा रहे हैं। सीमित संख्या में ही मेन गेट से लोगों को स्टेशन के अंदर एंट्री दी जा रही है। ऐसे में पीक आवर्स के दौरान उन स्टेशन के गेटों के बाहर लंबी कतारें लग सकती हैं। इस भीड़ को नियंत्रित करना ही डीएमआरसी के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। हालांकि, मेट्रो स्टेशन के अंदर पहुंचने के बाद यात्रियों को ट्रेनों के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। यात्रियों को जल्द से जल्द एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जाए, इसके लिए डीएमआरसी ने पूरी ताकत झोंक दी है।

सूत्रों के अनुसार, सोमवार को सुबह 6 बजे से लेकर 11 बजे तक सभी मेट्रो लाइनों पर कुल 294 मेट्रो ट्रेनों को यात्री सेवा में उतारा जाएगा और ये ट्रेनें दिनभर में 4500 से ज्यादा ट्रिप्स लगाएंगी। अच्छी बात यह है कि डीएमआरसी ने अब ऑफ पीक आवर्स का सिस्टम खत्म कर दिया है। सुबह 8 बजे से लेकर रात को 8 बजे तक पीक आवर्स की फ्रीक्वेंसी के अनुसार ही ट्रेनें चलेंगी। केवल सुबह 6 बजे से 8 बजे के बीच और रात को 8 बजे से 11 बजे के बीच ही ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी कम रहेगी।

इस दौरान, 3 मिनट से लेकर 15 मिनट तक की फ्रीक्वेंसी पर ट्रेनें मिलेंगी, जबकि दिन के बाकी समय, यानी सुबह 8 बजे से लेकर रात 8 बजे के बीच अलग-अलग लाइनों पर 2 मिनट 45 सेकंड से लेकर 6 मिनट के अंतराल पर ट्रेनें चलेंगी, जिससे स्टेशन में एंट्री पा चुके यात्रियों को प्लैटफॉर्म पर ट्रेनों के लिए ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

यात्रियों के लिहाज से सबसे प्रमुख बात यह है कि डीएमआरसी के फ्लाइंग स्क्वॉड के साथ-साथ सीआईएसएफ और मेट्रो पुलिस की टीमें भी कंट्रोल रूम के जरिए लगातार ट्रेनों के अंदर और स्टेशन परिसर में कड़ी निगरानी रखेगी। मास्क उतारने या सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन नहीं करने पर चालान कटेंगे। जेल भी जाना पड़ सकता है।

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