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नॉर्थ दिल्ली की अवैध कॉलोनियों के लिए मुश्किल वक्त, 50 हजार से ज्यादा स्ट्रीट लाइट्स होंगे बंद

नॉर्थ दिल्ली की अवैध कॉलोनियों में रहनेवालों के सामने आनेवाले दिनों में बड़ी मुश्किल खड़ी होनेवाली है। यहां की 50 हजार से ज्यादा स्ट्रीट लाइट्स बंद कर दी जाएंगी

नवभारत टाइम्स 2 Jun 2019, 7:21 pm
नई दिल्ली
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नॉर्थ दिल्ली की अवैध कॉलोनियों में रहनेवालों के सामने आनेवाले दिनों में बड़ी मुश्किल खड़ी होनेवाली है। यहां की 50 हजार से ज्यादा स्ट्रीट लाइट्स बंद कर दी जाएंगी। ऐसे में सुरक्षा का खतरा भी बढ़ेगा। स्ट्रीट लाइट के मेंटनेंस की रकम नहीं चुकाने की वजह से टाटा पावर-डीडीएल (टीपीडीडीएल) ने यहां की अवैध कॉलोनियों की स्ट्रीट लाइट्स को बंद करने का फैसला लिया है।

नॉर्थ एमसीडी और दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट कार्पोरेशन (डीएसआईआईडीसी) पर टीपीडीडीएल का 7 करोड़ से अधिक का बकाया है। जबकि टीपीडीडीएल अवैध कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइट के मेंटनेंस पर हर महीने करीब 68 लाख रुपये खर्च कर रही है। पिछले एक साल से इसके लिए डिस्कॉम को पैसा नहीं दिया गया है।

टीपीडीडीएल के अनुसार, नॉर्थ दिल्ली में करीब 70 लाख लोगों की बिजली की जरूरतें पूरी हो रही हैं। यहां की अवैध कॉलोनियों में 50 हजार स्ट्रीट लाइटें हैं। डिस्कॉम के अनुसार, एक साल में पेमेंट के लिए कई बार लेटर लिखे जा चुके हैं। डिपार्टमेंट से पेमेंट देने को कहा गया। इसके बावजूद टीपीडीडीएल को पैसा नहीं दिया गया। डिस्कॉम के अनुसार, अभी तक पब्लिक की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखते हुए वह स्ट्रीट लाइटों का मेंटनेंस करते आ रहे थे, लेकिन अब बिना बजट यह काम मुश्किल हो गया है।

इसका कहना है कि हम हर महीने इस पर 68 लाख रुपये खर्च कर रहे हैं, जबकि नॉर्थ एमसीडी और डीएसआईआईडीसी दोनों इन स्ट्रीट लाइट्स को अपना बताने से इनकार कर रहे हैं। टीपीडीडीएल ने इसके लिए चीफ सेकट्री को भी लेटर लिखा है। इस मामले में अब स्ट्रीट लाइट का मेंटनेंस बिना बिल के काफी मुश्किल होता जा रहा है। अब हमारी सरकार से अपील है कि वह इस मुद्दे का हल निकालें।

इसलिए नहीं हो रही पेमेंट
नॉर्थ एमसीडी की अवैध कॉलोनियों में लगी स्ट्रीट लाइटों को न तो एमसीडी अपना मान रही है और ना ही डीएसआईआईडीसी। इसी वजह से दोनों डिपार्टमेंट इनके लिए पैसा देने से इनकार कर रहे हैं, जबकि हर महीने टीपीडीडीएल का बकाया बढ़ता जा रहा है।

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