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चांदनी चौक में कूड़ा देख भड़के गोयल, एमसीडी ने PWD का चालान काटा

निर्माण कार्य की वजह से कई जगह धूल उड़ रही थी और मलबा सड़क पर ही पड़ा हुआ था। इसे देखते हुए मेयर के निर्देश पर नॉर्थ एमसीडी के अधिकारियों ने प्रदूषण फैलाने के लिए यहां काम कर रही दिल्ली सरकार की एजेंसी पीडब्ल्यूडी का 50,000 रुपये का चालान भी काट दिया। साथ ही जल्द मलबा हटाने व धूल उड़ने से रोकने के इंतजाम का निर्देश दिया।

Navbharat Times 7 Nov 2020, 8:44 am
विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम Vijay Goel in Chandni Chowk
शुक्रवार को विजय गोयल ने चांदनी चौक में पीडब्ल्यूडी का काम देखा

पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल एक बार फिर राजनीति में एक्टिव हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों से वह लगातार अलग-अलग जगहों पर जाकर दिल्ली सरकार की घेराबंदी में जुटे हैं। शुक्रवार को विजय गोयल चांदनी चौक के दौरे पर निकले और पैदल ही घूम-घूमकर पीडब्ल्यूडी के द्वारा किए जा रहे सौंदर्यीकरण के कामकाज का जायजा लिया। इस दौरान नॉर्थ एमसीडी के मेयर जय प्रकाश समेत निगम के कई अन्य अधिकारी भी उनके साथ थे। लोगों ने लाल किले से फतेहपुरी मस्जिद तक करीब 1.5 किमी. के रूट का पैदल दौरा किया। गोयल ने जहां एक ओर चांदनी चौक की मुख्य सड़क को केवल पैदल पथ बनाने के प्रयास का स्वागत किया, वहीं दूसरी ओर जगह-जगह मलबा और कूड़ा-कचरा पड़ा देखकर नाराजगी भी जाहिर की।

निर्माण कार्य की वजह से कई जगह धूल उड़ रही थी और मलबा सड़क पर ही पड़ा हुआ था। इसे देखते हुए मेयर के निर्देश पर नॉर्थ एमसीडी के अधिकारियों ने प्रदूषण फैलाने के लिए यहां काम कर रही दिल्ली सरकार की एजेंसी पीडब्ल्यूडी का 50,000 रुपये का चालान भी काट दिया। साथ ही जल्द मलबा हटाने व धूल उड़ने से रोकने के इंतजाम का निर्देश दिया। विजय गोयल ने कहा कि अभी पीडब्ल्यूडी का केवल सांकेतिक चालान हुआ है। इसके माध्यम से यह संदेश जाएगा कि दिल्ली सरकार, जो दूसरों से निर्माण करते वक्त एहतियात बरतने की आशा करती है, वह एहतियात सरकार या उसकी एजेंसियों को खुद भी बरतना चाहिए।

गोयल ने कहा कि प्रदूषण और कोरोना को लेकर केजरीवाल सरकार का रवैया बहुत लापरवाही भरा है। प्रदूषण के नाम पर दिल्ली सरकार ने तमाम चौराहों पर तख्तियां पकड़ा कर होम गार्ड और सिविल डिफेंस के लोगों को इस तरह से खड़ा करा दिया है, जैसे कि सिर्फ इतना करने भर से दिल्ली का प्रदूषण कम हो जाएगा। पटाखों पर लगाए गए प्रतिबंध पर भी गोयल ने सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या सिर्फ पटाखे न चलाने से प्रदूषण कम हो जाए जाएगा?

दिल्ली सरकार ने स्मॉग टावर तो लगाए नहीं, वृक्षापरोपण किया नहीं, औद्योगिक प्रदूषण को रोकने में भी सरकार विफल रही, ना ही सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिश की। उसी तरह की लापरवाही का शिकार अब चांदनी चौक में भी हो रहा है।

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