नई दिल्ली
ईस्ट एमसीडी के सफाईकर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। आंदोलनरत कर्मचारियों ने सोमवार को नए पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह को बाधित करने की चेतावनी दी है। उनका यह भी कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो नए पार्षदों के निवास पर कूड़ा फेंकने को विवश हो जाएंगे। दूसरी ओर शासन ने सफाईकर्मियों को चेतावनी जारी की है और उनकी हड़ताल को हाई कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन बताया है।
ईस्ट एमसीडी के करीब 16 हजार कर्मचारी समय पर वेतन, प्रमोशन व अन्य मांगों को लेकर गुरुवार से हड़ताल पर हैं। उनका कहना है कि पिछले चार माह से वे अपनी मांगों को लेकर लगातार शासन और नेताओं के संपर्क में थे, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। मांगें पूरी न होते देख अब उन्होंने बेमियादी हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। सफाई कर्मचारियों के नेता संजय गहलोत के अनुसार निर्णय लिया गया है कि सोमवार को मुख्यालय में पार्षदों के होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को बाधित किया जाएगा। सभी कर्मचारी मुख्यालय का घेराव करेंगे और कार्यक्रम नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा आंदोलतरत कर्मचारी नए पार्षदों के घरों पर भी कूड़ा फेंकने का प्लान बना रहे हैं।
दूसरी ओर एमसीडी शासन ने इस हड़ताल को हाई कोर्ट के नियमों का उल्लंघन बताया है। शासन का कहना है कि सफाई कार्य को बलपूर्वक बंद करवा दिया गया है। शासन का कहना है कि सभी सफाई कर्मचारियों को हाई कोर्ट के आदेशानुसार समय पर वेतन भुगतान किया जा रहा है। इस माह का वेतन भी सफाई कर्मचारियों को समय पर दिया जा चुका है। सूत्र बताते हैं कि हड़ताल को लेकर कमिश्नर ने आला अफसरों के साथ एक बैठक बुलाई है, जिसमें कुछ निर्णय लिए जा सकते हैं।
ईस्ट एमसीडी के सफाईकर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। आंदोलनरत कर्मचारियों ने सोमवार को नए पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह को बाधित करने की चेतावनी दी है। उनका यह भी कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो नए पार्षदों के निवास पर कूड़ा फेंकने को विवश हो जाएंगे। दूसरी ओर शासन ने सफाईकर्मियों को चेतावनी जारी की है और उनकी हड़ताल को हाई कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन बताया है।
ईस्ट एमसीडी के करीब 16 हजार कर्मचारी समय पर वेतन, प्रमोशन व अन्य मांगों को लेकर गुरुवार से हड़ताल पर हैं। उनका कहना है कि पिछले चार माह से वे अपनी मांगों को लेकर लगातार शासन और नेताओं के संपर्क में थे, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। मांगें पूरी न होते देख अब उन्होंने बेमियादी हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। सफाई कर्मचारियों के नेता संजय गहलोत के अनुसार निर्णय लिया गया है कि सोमवार को मुख्यालय में पार्षदों के होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को बाधित किया जाएगा। सभी कर्मचारी मुख्यालय का घेराव करेंगे और कार्यक्रम नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा आंदोलतरत कर्मचारी नए पार्षदों के घरों पर भी कूड़ा फेंकने का प्लान बना रहे हैं।
दूसरी ओर एमसीडी शासन ने इस हड़ताल को हाई कोर्ट के नियमों का उल्लंघन बताया है। शासन का कहना है कि सफाई कार्य को बलपूर्वक बंद करवा दिया गया है। शासन का कहना है कि सभी सफाई कर्मचारियों को हाई कोर्ट के आदेशानुसार समय पर वेतन भुगतान किया जा रहा है। इस माह का वेतन भी सफाई कर्मचारियों को समय पर दिया जा चुका है। सूत्र बताते हैं कि हड़ताल को लेकर कमिश्नर ने आला अफसरों के साथ एक बैठक बुलाई है, जिसमें कुछ निर्णय लिए जा सकते हैं।