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फेफड़े थाम कर बैठिए, आ रही है पराली की हवा

इस बार भी अधूरी तैयारियों के साथ एनसीआर में GRAP को लागू करना पड़ा है। अभी नोएडा, गुरुग्राम जैसे शहरों में भी डीजल सेट को बंद करने के लिए सरकारें तैयार नहीं है, जिसकी वजह से इस नियम से उन्हें छूट दी गई है। इस पर पर्यावरणविद् सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि अगर प्रदूषण से सख्ती से निपटना है, तो दिल्ली के आसपास तो नियमों को सख्ती से लागू करने की जरूरत है।

नवभारत टाइम्स 15 Oct 2018, 10:19 am
नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम delhi-polu-4

इस बार भी अधूरी तैयारियों के साथ एनसीआर में GRAP को लागू करना पड़ा है। अभी नोएडा, गुरुग्राम जैसे शहरों में भी डीजल सेट को बंद करने के लिए सरकारें तैयार नहीं है, जिसकी वजह से इस नियम से उन्हें छूट दी गई है। इस पर पर्यावरणविद् सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि अगर प्रदूषण से सख्ती से निपटना है, तो दिल्ली के आसपास तो नियमों को सख्ती से लागू करने की जरूरत है।

डीजल सेट पर रोक की बात पर सेफ (सोशल ऐक्शन फॉर फारेस्ट ऐंड इन्वाइरनमेंट) के फाउंडर विक्रांत तोंगड़ ने कहा कि अभी तो GRAP दिल्ली में ही ठीक से लागू नहीं हो पा रहा है। गुरुग्राम और नोएडा जैसे शहर इसे लागू नहीं कर पा रहे हैं, जो भिवाड़ी, ग्रेटर नोएडा, मेवात जैसे एनसीआर के अन्य इलाकों का हाल तो काफी बुरा है। सिर्फ दिल्ली में डीजी सेट पर रोक से बात नहीं बनेगी, जबकि दिल्ली से काफी अधिक डीजी सेट एनसीआर खासतौर पर नोएडा और गुरुग्राम में इस्तेमाल हो रहे हैं। दूसरे साल में भी इन शहरों में बिजली की व्यवस्था नहीं हो सकी है।

अभी बड़ी संख्या में रामलीलाओं के दौरान डीजी सेट का प्रयोग हो रहा है। दुर्गा पूजा में भी डीजी सेट चल रहे हैं। ऐसे में देखना यह होगा कि सोमवार से यहां लगे डीजी सेट बंद होंगे या इन पर क्या ऐक्शन लिया जाता है? पिछले साल भी डीजी सेट बैन के बावजूद कई जगहों पर चलते रहे। कुछ जगहों पर इन पर कार्रवाई भी की गई। हालांकि डिस्कॉम कंपनियों ने दावा किया है कि वे बिजली के अस्थाई कनेक्शन लोगों को 24 से 30 घंटे में उपलब्ध करवा देंगी। इसके अलावा नवंबर में शादियां शुरू होने पर डीजी सेट की डिमांड बढ़ेगी।

हवा में कुछ सुधार, लेकिन राहत नहीं
दिल्ली की हवा में कुछ सुधार हुआ है, दिन के समय धूप निकलने और हवाओं की रफ्तार में मामूली तेजी आने से एयर इंडेक्स कुछ सुधरा है, लेकिन अधिक राहत नहीं मिली है। सफर के अनुसार आने वाले दो दिनों में फिर से एयर इंडेक्स में गिरावट आएगी। हवा में पीएम 10 के अलावा पीएम 2.5 का स्तर भी बढ़ेगा।दिल्ली में उत्तर पश्चिमी हवाएं आ रही हैं जो पंजाब और हरियाणा से पराली का धुआं लेकर दिल्ली पहुंच रही है। इसकी वजह से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है। रविवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 204 रहा। सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 92 एमजीसीएम रहा तो वहीं पीएम 10 का स्तर 211 एमजीसीएम रहा। वहीं दिल्ली एनसीआर में पीएम 2.5 का स्तर 96 एमजीसीएम और पीएम 10 का स्तर 210 एमजीसीएम रहा। पीएम 2.5 का सामान्य स्तर 60 एमजीसीएम और पीएम 10 का स्तर 100 एमजीसीएम है। इससे अधिक होने पर यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा होता है।

पिछले साल से कितना सुधार
- ईस्टर्न एक्सप्रेस वे शुरू हो चुका है। इससे दिल्ली आने वाले ट्रकों की संख्या कम हुई है।
- दिल्ली के पास सड़कों को साफ करने के लिए अधिक मैकेनाइज्ड मशीनें हैं
- एयर क्वॉलिटी काफी अधिक स्टेशनों से की जा रही है, पिछली बार डीपीसीसी के 20 स्टेशन GRAP से नहीं जुड़े थे
- पराली जलाने से रोकने के लिए यूपी और हरियाणा में स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम अपनाया गया है
- आईएमडी का अर्ली वॉर्निंग सिस्टम शुरू हो गया है
- टास्क फोर्स टीमें दिल्ली के अलावा एनसीआर में भी जा रही हैं
- दिल्ली के पास अप्रूवड फ्यूल की लिस्ट है
- इंडस्ट्री के लिए सॉक्स और नॉक्स के नियम तय हैं

पिछले साल से नहीं लिया सबक
- इस साल पटाखों पर बैन पर अभी तक संशय बना हुआ है
- डीजी सेट के विकल्प के तौर पर सीएनसी से चलने वाले जनरेटर अब भी उपलब्ध नहीं है
- हरियाणा और यूपी में पर्याप्त बिजली के अभाव में डीजी सेट पर रोक नहीं है
- पराली जलने के मामले अब भी सामने आ रहे हैं। पर्यावरण पर काम कर रहे लोगों के अनुसार केंद्र ने सब्सिडी जारी कर दी है, लेकिन किसानों तक वह नहीं पहुंची है

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