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20 ट्रैफिक सिग्नल की जगह बनाए यू-टर्न, जाम से राहत

इलाकों में लगने वाले जाम को देखते हुए ट्रैफिक सिग्नल की जगह यू-टर्न बनाने की योजना एक सामाजिक संस्था ने साल 2015 में तैयार की थी। इस पर सीआरआरआई, ट्रैफिक पुलिस सहित दूसरी संस्थाओं से चर्चा कर सलाह ली गई।

Navbharat Times 27 Nov 2020, 8:04 am
Shamse.Alam@timesgroup.com
नवभारतटाइम्स.कॉम traffic signal system
ट्रैफिक सिग्नल (प्रतीकात्मक फोटो)

नई दिल्ली: आउटर-नॉर्थ और नॉर्थ-वेस्ट में लगने वाले जाम से लोगों को राहत मिल गई है। इलाके के 20 ट्रैफिक सिग्नल बंद करके यू-टर्न बनाए गए हैं। इससे जाम से राहत मिली है। लोग आसानी से आवाजाही कर रहे हैं। हालांकि, कुछ जगहों पर यू-टर्न के बाद भी सुधार की जरूरत है। इस पर ट्रैफिक पुलिस काम कर रही है। पुलिस का कहना है कि इससे अपराध में भी कमी आई है।

इलाकों में लगने वाले जाम को देखते हुए ट्रैफिक सिग्नल की जगह यू-टर्न बनाने की योजना एक सामाजिक संस्था ने साल 2015 में तैयार की थी। इस पर सीआरआरआई, ट्रैफिक पुलिस सहित दूसरी संस्थाओं से चर्चा कर सलाह ली गई। इस प्रस्ताव पर तत्कालीन स्पेशल सीपी ट्रैफिक अजय कश्यप ने सहमति जताते हुए रोहिणी इलाके में ट्रायल करने के निर्देश जारी किए। अप्रैल साल 2017 में सबसे पहले रोहिणी जेल रोड पर बादली/ एनसीसी भवन के पास ट्रैफिक सिग्नल की जगह यू-टर्न बनाया गया, जो सफल रहा। इसके बाद इसी तर्ज पर दूसरी जगहों पर भी इस व्यवस्था को लागू करने को लेकर पहल की गई। चार साल में 20 ट्रैफिक सिग्नल की जगह यू-टर्न बनाए गए।

बैक टु बैक यू-टर्न व्यवस्था से जाम के साथ-साथ एक्सिडेंट में भी कमी आई है। पहले पीली लाइट होते ही ड्राइवर तेज रफ्तार से गाड़ियां लेकर निकलने की कोशिश करते थे और हादसे का शिकार हो जाते थे। अब सिग्नल फ्री होने से ऐसी घटनाएं नहीं हो रही हैं।
डॉ. अजीत कुमार सिंगला, अडिशनल सीपी, ट्रैफिक, आउटर रेंज

आगे भी काम है जारी : नरेला, अलीपुर, बवाना के अलावा दूसरी जगहों पर भी इस व्यवस्था को लागू कराने को लेकर ट्रैफिक पुलिस और दूसरे विभाग काम कर रहे हैं। इसके लिए इलाके में सर्वे का काम जारी है। ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस व्यवस्था को पहले ट्रायल के तौर पर लागू किया जाता है। सफलता मिलने के बाद ही स्थायी तौर पर यू-टर्न बनाए जाते हैं।

यू-टर्न व्यवस्था के बाद उन इलाकों में अपराध में कमी आई है। सिग्नल फ्री होने से ठक-ठक गैंग और स्नैचर्स को अपराध करने का मौका नहीं मिल रहा है। इस योजना को आगे बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।
प्रमोद कुमार मिश्रा, डीसीपी, रोहिणी

यहां बनाए गए यू-टर्न
के. एन. काटजू मार्ग, जी3एस सिनेमा, सुखदेव महाविद्यालय, दमकल केंद्र, रोहिणी अथॉरिटी, ईएसआई अस्पताल, सचदेवा स्कूल, हंस विहार अपार्टमेंट, गुडविल अपार्टमेंट, बाहरी रिंग रोड पर बादली मोड़, रोहिणी जेल चौराहा, प्रशांत विहार टी पॉइंट, पीतमपुरा टी-पॉइंट, दीपाली चौक, मंगोलपुरी पत्थर मार्केट चौराहा, शिव चौक (रोहिणी जेल रोड), रिठाला मेट्रो स्टेशन चौराहा, रोहिणी सेक्टर-24

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