नई दिल्ली
दिल्ली के कुछ इलाकों में सोमवार और मंगलवार की सुबह पानी की आपूर्ति प्रभावित रहेगी। दिल्ली जल बोर्ड ने जानकारी देते हुए बताया कि 8 मार्च की शाम और 9 मार्च की सुबह बवाना, सुल्तानपुर डबास, पूठ खुर्द, बरवाला, माजरा डबास, चांदपुर, वार्ड 35 कंझावला के तहत क्षेत्र, वार्ड 36 रानी खेरा और आसपास के इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी।
इन इलाकों में पानी की किल्लत
दिल्ली जल बोर्ड ने जानकारी देते हुए बताया कि 8 मार्च से 9 मार्च तक रविंदर रंग शाला, CRPC कॉम्प्लेक्स, पुलिस वायरलेस, ओल्ड राजिंदर नगर, सर गंगा राम अस्पताल, WEA क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी। हर साल गर्मियों में पानी की किल्लत होने लगती है। दिल्ली के कई इलाकों में पानी के टैंकरों से पानी की सप्लाई की जाती है।
बढ़ने लगी पानी की किल्लत
दिल्ली जल बोर्ड के वाइस चेयरमैन राघव चढ्ढा ने बताया कि हरियाणा ने दिल्ली में आने वाले कच्चे पानी की सप्लाई में कटौती कर दी है। इसकी वजह से राजधानी में पानी का उत्पादन अब कम हो गया है। इस वजह से डिमांड और सप्लाई का अंतर बढ़ रहा है। डीजेबी के अनुसार तापमान बढ़ने के साथ पानी की डिमांड भी लगातार बढ़ रही है। मौजूदा समय में हरियाणा सीएलसी कनाल से 549.16 क्यूसेक पानी छोड़ रहा है, जबकि यहां से 683 क्यूसेक पानी प्रतिदिन छोड़ा जाना चाहिए। इसी तरह डीएसबी कनाल से भी 330 क्यूसेक पानी छोड़ा जाना चाहिए। लेकिन यहां से भी महज 306.63 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
30 प्रतिशत कम पानी का उत्पादनपानी की कमी की वजह से अब राजधानी के वजीराबाद और चंद्रावल वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट पर पानी का उत्पादन 30 प्रतिशत तक कम हो गया है। वहीं ओखला वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का उत्पादन भी 15 प्रतिशत तक कम हुआ है। इतना ही नहीं हरियाणा गवर्मेंट ने यमुना में गंदे पानी की समस्या का भी समाधान नहीं किया है। डीजेबी की लैब यमुना से जो पानी के सैंपल की जांच कर रही है, उसमें अमोनिया का स्तर काफी अधिक है। पानी की बढ़ती किल्लत देखकर डीजेबी इस समस्या का जल्द समाधान निकालने की कोशिश कर रही है। वह लगातार हरियाणा सरकार के संपर्क में बनी हुई है। इसके अलावा डीजेबी ने जल शक्ति मिनिस्ट्री को भी इस मसले पर मध्यस्था करने को कहा है, ताकि समस्या का हल निकल सके। डीजेबी के अनुसार करीब आधी दिल्ली में पानी की किल्लत रहेगी।
दिल्ली के कुछ इलाकों में सोमवार और मंगलवार की सुबह पानी की आपूर्ति प्रभावित रहेगी। दिल्ली जल बोर्ड ने जानकारी देते हुए बताया कि 8 मार्च की शाम और 9 मार्च की सुबह बवाना, सुल्तानपुर डबास, पूठ खुर्द, बरवाला, माजरा डबास, चांदपुर, वार्ड 35 कंझावला के तहत क्षेत्र, वार्ड 36 रानी खेरा और आसपास के इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी।
इन इलाकों में पानी की किल्लत
दिल्ली जल बोर्ड ने जानकारी देते हुए बताया कि 8 मार्च से 9 मार्च तक रविंदर रंग शाला, CRPC कॉम्प्लेक्स, पुलिस वायरलेस, ओल्ड राजिंदर नगर, सर गंगा राम अस्पताल, WEA क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी। हर साल गर्मियों में पानी की किल्लत होने लगती है। दिल्ली के कई इलाकों में पानी के टैंकरों से पानी की सप्लाई की जाती है।
बढ़ने लगी पानी की किल्लत
दिल्ली जल बोर्ड के वाइस चेयरमैन राघव चढ्ढा ने बताया कि हरियाणा ने दिल्ली में आने वाले कच्चे पानी की सप्लाई में कटौती कर दी है। इसकी वजह से राजधानी में पानी का उत्पादन अब कम हो गया है। इस वजह से डिमांड और सप्लाई का अंतर बढ़ रहा है। डीजेबी के अनुसार तापमान बढ़ने के साथ पानी की डिमांड भी लगातार बढ़ रही है। मौजूदा समय में हरियाणा सीएलसी कनाल से 549.16 क्यूसेक पानी छोड़ रहा है, जबकि यहां से 683 क्यूसेक पानी प्रतिदिन छोड़ा जाना चाहिए। इसी तरह डीएसबी कनाल से भी 330 क्यूसेक पानी छोड़ा जाना चाहिए। लेकिन यहां से भी महज 306.63 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
30 प्रतिशत कम पानी का उत्पादनपानी की कमी की वजह से अब राजधानी के वजीराबाद और चंद्रावल वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट पर पानी का उत्पादन 30 प्रतिशत तक कम हो गया है। वहीं ओखला वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का उत्पादन भी 15 प्रतिशत तक कम हुआ है। इतना ही नहीं हरियाणा गवर्मेंट ने यमुना में गंदे पानी की समस्या का भी समाधान नहीं किया है। डीजेबी की लैब यमुना से जो पानी के सैंपल की जांच कर रही है, उसमें अमोनिया का स्तर काफी अधिक है। पानी की बढ़ती किल्लत देखकर डीजेबी इस समस्या का जल्द समाधान निकालने की कोशिश कर रही है। वह लगातार हरियाणा सरकार के संपर्क में बनी हुई है। इसके अलावा डीजेबी ने जल शक्ति मिनिस्ट्री को भी इस मसले पर मध्यस्था करने को कहा है, ताकि समस्या का हल निकल सके। डीजेबी के अनुसार करीब आधी दिल्ली में पानी की किल्लत रहेगी।