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Cholera Death News: हैजा से पूरे देश में 101 की मौत, 5 दिल्ली में भी मरे

नैशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) के जवाब में 1 जनवरी 2018 से लेकर 31 मार्च 2021 के बीच कोविड, एच1एन1, टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू, जीका, वायरल फीवर, जॉन्डिस और हैजा से हुई मौत का आंकड़ा जारी किया गया है। हैजा से कुल 101 मौत में से सबसे अधिक गुजरात में 16, महाराष्ट्र में 13, वेस्ट बंगाल में 15 है।

Edited byवैभव पांडे | नवभारत टाइम्स 25 Mar 2022, 5:24 am
नई दिल्ली: हैजा (Cholera) अब भी दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में मौत की वजह बन रही है। पिछले तीन साल में दिल्ली में 5 मरीजों की मौत हैजा से हुई। पूरे देश में 101 की मौत की वजह यह बीमारी बनी। चौंकाने वाली बात यह है कि मलेरिया, टाइफाइड, जीका, वायरल फीवर, जॉन्डिस की तुलना में हैजा से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। दूषित पानी और भोजन से होने वाली यह बीमारी न केवल समुद्री इलाके बल्कि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में भी मौत की वजह बन रही है। एक आरटीआई में इसका खुलासा हुआ है।
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अब भी हैजा से हो रहीं मौतें


नैशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) के जवाब में 1 जनवरी 2018 से लेकर 31 मार्च 2021 के बीच कोविड, एच1एन1, टाइफाइड, मलेरिया, डेंगू, जीका, वायरल फीवर, जॉन्डिस और हैजा से हुई मौत का आंकड़ा जारी किया गया है। हैजा से कुल 101 मौत में से सबसे अधिक गुजरात में 16, महाराष्ट्र में 13, वेस्ट बंगाल में 15 है। इसके अलावा दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश में 5-5 मौतें हुई। पंजाब में 7 लोगों की जान गई।

हैजा के बारे में आकाश हॉस्पिटल के डॉक्टर अक्षय बुद्धराजा ने कहा कि यह एक खास प्रकार का बैक्टीरिया विब्रियो कोलेरी की वजह से होता है। जब यह बैक्टीरिया आंत को संक्रमित कर देता है तो इसकी वजह से मरीज को उल्टी और दस्त होने लगता है। मरीज डायरिया का शिकार हो जाता है। शरीर में पानी की कमी हो जाती है। समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से कई बार मौत भी हो जाती है। इससे बचाव जरूरी है। दूषित पानी पीने से बचें। उबाल कर पानी पीएं। बाहर का खाना नहीं खाएं। साफ सफाई का ध्यान रखें।
लेखक के बारे में
वैभव पांडे
नवभारत टाइम्‍स डिजिटल में असिस्‍टेंट न्‍यूज एडिटर। ग्रेजुएशन तक साइंस स्‍टूडेंट। इसके बाद मीडिया में पोस्‍ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई। लखनऊ से पत्रकारिता का सफर शुरू हुआ जो वाया आगरा, दिल्‍ली-NCR फिर नवाबों के शहर आ पहुंचा है। लंबे समय तक दैनिक जागरण प्रिंट में काम किया। अब 'न्‍यू मीडिया' की बारीकियों को समझने का सिलसिला जारी है।... और पढ़ें

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