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CWG विलेज में 500 बेड का आइसोलेशन सेंटर तैयार

कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए हॉस्पिटल के साथ-साथ बाहर भी सरकार बेड का इंतजाम करने में जुटी हुई है। ईस्ट डिस्ट्रिक्ट द्वारा कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में 500 बेड तैयार किए गए हैं। यह कोविड केयर सेंटर पूरी तरह से एयर कंडीशंड होगा।

Authored byराजेश सरोहा | Navbharat Times 1 Jul 2020, 11:01 am
ईस्ट दिल्ली: कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए हॉस्पिटल के साथ-साथ बाहर भी सरकार बेड का इंतजाम करने में जुटी हुई है। ईस्ट डिस्ट्रिक्ट द्वारा कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में 500 बेड तैयार किए गए हैं। यह कोविड केयर सेंटर पूरी तरह से एयर कंडीशंड होगा।
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कॉमनवेल्थ विलेज में 500 बेड का इंतजाम


ईस्ट डिस्ट्रिक्ट, शाहदरा और नॉर्थ-ईस्ट तीन डिस्ट्रिक्ट में यमुनापार बंटा हुआ है। शाहदरा डिस्ट्रिक्ट ने मंडोली जेल के पास दिल्ली पुलिस के 350 के करीब फ्लैट्स को आइसोलेशन सेंटर में तब्दील किया हुआ है। नॉर्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट ने वजीराबाद स्थित पीटीएस को आइसोलेशन सेंटर बनाया है। कोरोना संक्रमित होने के बावजूद जिन मरीजों को ज्यादा दिक्कत परेशानी नहीं होती उन्हें इन आइसोलेशन सेंटर पर डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाता है। अभी तक ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में कोई भी आइसोलेंशन सेंटर नहीं बन पाया था। डिस्ट्रिक्ट में कंटेनमेंट जोन की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अगर यही हालत रही तो आने वाले समय में दिक्कत खड़ी हो सकती है। यमुनापार में जितने भी हॉस्पिटल में कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है वहां पर बेड की संख्या सीमित है। हॉस्पिटल में उन्हीं मरीजों को भेजा जाता है जिन्हें तुरंत आईसीयू में भर्ती करने की जरूरत होती है।

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स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ही कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में 500 बेड की क्षमता वाला कोविड केयर सेंटर तैयार किया गया है। यह सेंटर पूरी तरह से एयर कंडीशंड होगा। इस सेंटर की सुविधा सिर्फ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के लोगों को मिलेगी।

कोविड केयर सेंटर की तैयारियों पर करीब से नजर रखने वाले एसडीएम संदीप दत्ता ने बताया कि गेम्स विलेज में बैडमिंटन कोर्ट और टीटी कोर्ट को मिलाकर यह सेंटर तैयार किया गया है। सबसे ज्यादा बिस्तर बैडमिंटन कोर्ट में लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 95 पर्सेंट काम पूरा हो चुका है। छोटा-मोटा जो भी काम बचा है उससे मरीजों पर किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ेगा। लिहाजा अब यहां कोरोना मरीजों को रखा जा सकता है। एसडीएम ने यह भी बताया कि जिस बेड का मरीज ठीक होकर अपने घर चला जाएगा उस बेड को तुरंत वहां से हटाकर उसकी जगह नया बेड लगाया जाएगा। ऐसा इन्फेक्शन के बढ़ते खतरे को ध्यान में रखकर किया गया है।
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राजेश सरोहा

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