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दिल्ली में 59 बच्चों का पता चला, जिन्होंने कोविड से खोए पैरंट्स

डीसीपीसीआर के चेयरमपर्सन अनुराग कुंडु कहते हैं, 'दिल्ली में हमने अब तक 59 बच्चे ट्रेस किए हैं, जिनके माता-पिता का कोविड से निधन हो गया है। उनके पैरंट्स की मौतें मार्च से लेकर अब तक की हैं। 1350 बच्चे हमें ऐसे मिले हैं, जिनकी मां या पिता में से कोई एक नहीं रहा।

Authored byकात्यायनी उप्रेती | नवभारत टाइम्स 10 Jun 2021, 3:27 pm
नई दिल्ली: दिल्ली में अब तक 59 बच्चे मिले हैं, जिन्होंने कोविड-19 की वजह से अपने माता-पिता दोनों को ही खो दिया है। दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (DCPCR) ने इन बच्चों को पता लगाया है। आयोग का मानना है कि यह आंकड़ा और भी ऊपर होगा।
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आयोग का कहना है कि उनकी हेल्पलाइन और सरकार से मिले आंकड़े के आधार पर वह इन बच्चों को ट्रेस कर रहे हैं। उनमें से 2-3 बच्चे चिल्ड्रन होम में हैं। उनके रिश्तेदार अभी सामने नहीं आए हैं। बाकी सभी बच्चे अपने रिश्तेदार के साथ चले गए हैं।

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डीसीपीसीआर के चेयरमपर्सन अनुराग कुंडु कहते हैं, 'दिल्ली में हमने अब तक 59 बच्चे ट्रेस किए हैं, जिनके माता-पिता का कोविड से निधन हो गया है। उनके पैरंट्स की मौतें मार्च से लेकर अब तक की हैं। 1350 बच्चे हमें ऐसे मिले हैं, जिनकी मां या पिता में से कोई एक नहीं रहा। उनका पता हमें अपनी हेल्पलाइन के जरिए चला है, जिनकी सूचना देकर लोगों ने मदद मांगी थी। साथ ही, हमारी एक टीम सर्वे भी कर रही है। सरकार से मिले कोविड से मरने वालों का डेटा पता कर हम कॉल करके भी सर्वे कर रहे हैं।'

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अनुराग कहते हैं, 'ऐसे बच्चे खासतौर पर जिनके एक पैरंट नहीं रहे, बहुत ज्यादा होंगे। जिनके दोनों पैरंट्स चले गए हैं, उन्हें हम लगातार ट्रेस करने की कोशिश कर रहे हैं। हमें लगता है कि आंकड़ा और बढ़ेगा। कई बच्चे अपने रिश्तेदारों के साथ भी दिल्ली से बाहर चले गए हैं।'

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डीसीपीसीआर चेयरपर्सन का कहना है कि इस सिलसिले हेल्पलाइन पर अब तक हमें 3500 कॉल मिली हैं। उनमें से 85% कॉल्स का 24 घंटे के अंदर निपटारा कर दिया। ऐसे ज्यादातर परिवार को या तो राशन या मेडिकल मदद या कोई और मदद चाहिए थी। करीब 15 लोगों की टीम इस काम में लगी है।

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