विस, नई दिल्ली : जेएनयू के छात्रों के खिलाफ दर्ज राजद्रोह के मामले को जान बूझकर लटकाने का आरोप लगाते हुए लेकर बीजेपी ने शुक्रवार को सीएम अरविंद केजरीवाल पर जमकर हमला बोला।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित मिशन मोदी पीएम अगेन टीम से मुलाकात के दौरान सीएम पर जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और अन्य आरोपियों को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देश के टुकड़े-टुकड़े करने की बात कहने वालों को संरक्षण देकर केजरीवाल खुद भी देश और दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। दिल्ली बीजेपी की तरफ से उन्होंने भी मांग की है कि जेएनयू देशद्रोह मामले में केजरीवाल सरकार जल्द दिल्ली पुलिस को जरूरी अनुमति दे, ताकि इस मामले में कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ सके। उन्होंने इस बात पर हैरानी भी जताई कि बजाय इस मामले में कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के केजरीवाल ने उल्टे हाल ही में बंगाल जाकर कन्हैया कुमार से मुलाकात की और सीबीआई की टीम को जांच से रोकने के बाद धरने पर बैठी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ दिया। तिवारी ने कहा कि कोर्ट में आरोप पत्र का अध्ययन करने का बहाना बनाकर केजरीवाल सरकार ने जिस तरह से इस मामले में आरोपियों का बचाव करने का काम किया है।
उधर, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने अपने दो अन्य साथी विधायकों ओमप्रकाश शर्मा और जगदीश प्रधान के साथ एलजी ऑफिस जाकर वहां पर उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। बीजेपी विधायकों ने एलजी से आग्रह किया कि दिल्ली के प्रशासनिक मुखिया होने के नाते वह जेएनयू मामले में जल्द कार्रवाई करने के लिए दिल्ली सरकार को निर्देश दें। विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया कि सीएम के इशारे पर ही गृहमंत्री सत्येंद्र जैन सुनियोजित तरीके से इस मामले की फाइल को अपने पास दबाए बैठे हैं। इसकी वजह से जनता में एक गलत संदेश जा रहा है। ऐसा लग रहा है कि दिल्ली सरकार के स्तर पर न्यायिक प्रक्रिया को राजनीतिक कारणों से प्रभावित किया जा रहा है। ऐसे में उपराज्यपाल इस मामले में दखल देकर दिल्ली सरकार को सहयोग करने की सलाह दें।