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प. बंगाल के डॉक्टर्स के सपॉर्ट में दिल्ली के अस्पताल, DMA ने की 'मेडिकल बंद' की घोषणा

गुरुवार को दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में कई रेजिडेंट डॉक्टर्स ने प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन के तहत अपने सिर पर पट्टियां बांधकर काम किया। इसके अलावा डॉक्टर्स ने कल यानी शुक्रवार को अपने काम का बहिष्कार करने का फैसला किया है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 13 Jun 2019, 10:03 pm

हाइलाइट्स

  • एम्स हॉस्पिटल में डॉक्टर्स ने अपने सिर पर पट्टियां बांधकर काम किया
  • सफदरजंग हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने भी कल हड़ताल पर रहने का फैसला किया है
  • दिल्ली मेडिकल असोसिएशन (डीएमए) ने कल 'मेडिकल बंद' की घोषणा की है
  • एम्स आरडीए ने देश भर के आरडीए से हड़ताल में शामिल होने का आग्रह किया है
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नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल में चल रहा डॉक्टर्स का विरोध प्रदर्शन अब दिल्ली तक भी पहुंच गया है। गुरुवार को दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में कई रेजिडेंट डॉक्टर्स ने प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन के तहत अपने सिर पर पट्टियां बांधकर काम किया। इसके अलावा डॉक्टर्स ने कल यानी शुक्रवार को अपने काम का बहिष्कार करने का फैसला किया है जिससे मरीजों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं सफदरजंग हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने भी कल हड़ताल पर रहने का फैसला किया है।
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दिल्ली मेडिकल असोसिएशन (डीएमए) ने कल 'मेडिकल बंद' की घोषणा की है। डीएमए एक्जिक्युटिव ने अपने बयान में एनआरएस मेडिकल कॉलेज में क्रूर हिंसा की कड़ी निंदा की और घोषणा की कि पूरी मेडिकल बिरादरी ने गंभीर रूप से घायल डॉक्टरों के प्रति एकजुटता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि संगठन मजबूत कानून बनाने और अस्पताल हिंसा के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए आंदोलन करने को तैयार है।

पश्चिम बंगाल में हिंसा का निंदा करते हुए, एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन (आरडीए) ने भी देश भर के आरडीए से हड़ताल में शामिल होने का आग्रह किया है। गुरुवार को जारी बयान के अनुसार एम्स आरडीए ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मेडिकल डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा का चलन और बिगड़ना चिंताजनक और निराशाजनक है। बयान में कहा गया, "कानून और व्यवस्था पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। डॉक्टर्स के हॉस्टलों पर हथियारों से हमले हो रहे हैं। सरकार डॉक्टर्स को सुरक्षा और न्याय मुहैया कराने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है।''

एनआरएस कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल ने दिया इस्तीफा
इसी बीच पश्चिम बंगाल के एनआरएस कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल के प्रफेसर सैबल कुमार मुखर्जी और प्रफेसर सौरभ चटोपाध्याय ने क्रमश: प्रिंसिपल और सुपरिंटेंडेंट और वाइज प्रिंसिपल के पदों से इस्तीफा दे दिया है।


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14 जून को एम्स डॉक्टर्स का हड़ताल
एम्स आरडीए द्वारा जारी स्टेटमेंट में कहा गया, ''एम्स आरडीए इस हिंसा की कड़ें शब्दों में निंदा करता है। इस पूरे घटनाक्रम में देशभर के रेजिडेंट्स काफी आहत हुए हैं। रेजिडेंट के लिए सुरक्षित और अहिंसक काम के माहौल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए एम्स आरडीए पश्चिम बंगाल में हमारे कॉलेजों के समर्थन में खड़ा है और 13 जून को प्रदर्शन करने का फैसला किया है। इसके बाद 14 जून को हड़ताल होगा जिसमें इमरजेंसी सर्विस को छोड़कर बाकी दूसरे कामों का बहिष्कार किया जाएगा।''

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आईएमए भी सपोर्ट में
एम्स आरडीए के अलावा इंडियन मेडिकल असोसिएशन (आईएमए) भी पश्चिम बंगाल के डॉक्टर्स के साथ खड़ा है। आईएमए ने बुधवार को अपनी सभी राज्य शाखाओं के सदस्यों को विरोध प्रदर्शन करने और काले बैज पहनने का निर्देश दिया। इसके अलावा दिल्ली मेडिकल असोसिएशन (डीएमए) ने भी अपने सदस्यों से प.बंगाल के डॉक्टर्स पर हुए क्रूर हमले के विरोध में अपने सदस्यों से बुधवार को "काला दिवस" मनाने का आग्रह किया था।

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