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‘सीबीएसई फिर से करे कॉपी चेक’

प्रमुख संवाददाता, नई दिल्लीसीबीएसई में 12वीं के वेरिफिकेशन प्रोसेस के बाद जिस तरह से स्टूडेंट्स के मार्क्स बढ़ने के मामले सामने आए हैं, उससे साफ ...

Navbharat Times 19 Jun 2017, 8:00 am

प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली

सीबीएसई में 12वीं के वेरिफिकेशन प्रोसेस के बाद जिस तरह से स्टूडेंट्स के मार्क्स बढ़ने के मामले सामने आए हैं, उससे साफ है कि आंसरशीट में मार्क्स टोटल करने में बोर्ड ने बड़ी गलतियां की हैं। कई स्टूडेंट्स के नंबर में 120% से 400% तक बदलाव आया है। सीबीएसई का अब तक इस पर कोई भी बयान नहीं आया है, हालांकि सोमवार को बोर्ड इस पर जवाब दे सकता है।

उधर, इस रिपोर्ट के बाद वे स्टूडेंट्स और परेशान हैं, जिनसे रिजल्ट के डिप्रेशन में वेरिफिकेशन प्रोसेस भी छूट गई थी। उनका कहना कि बोर्ड को अब सबकी कॉपी चेक करनी चाहिए क्योंकि कई स्टूडेंट्स ऐसे थे जिन्हें कॉन्फिडेंस की कमी की वजह से वेरिफिकेशन के लिए अप्लाई नहीं किया था। पैरंट्स ने री-इवैल्यूशन सिस्टम को फिर से शुरू करने की भी मांग की है।

12वीं का रिजल्ट 28 मई को आया था। रविवार को टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीएसई ने कॉपी चेक करने में बड़ी गलतियां की हैं। दिल्ली की सोनाली नाम की स्टूडेंट के मैथ्स में मार्क्स 68 मिले थे, जो वेरिफिकेशन के बाद 95 हो गए। समीक्षा नाम की स्टूडेंट के मार्क्स 42 से बढ़कर 90 हो गए। इसी तरह मुंबई के स्टूडेंट मोहम्मद अफान के मैथ्स में नंबर 50 से 90 हो गए। इस सभी स्टूडेंट्स के बाकी सब्जेक्ट्स में मार्क्स 80 से 95 के बीच हैं।

सीबीएसई ने इस साल से री-इवैल्यूशन बंद कर दिया है, इस बार सिर्फ वेरिफिकेशन यानी मार्क्स टोटल करने का प्रोसेस ही लागू है। इस रिपोर्ट के आने के बाद पैरंट्स और स्टूडेंट्स का कहना है कि जब टोटल करने में इतनी बड़ी गलतियां पकड़ी जा सकती हैं, तो साफ है कि बोर्ड ने कॉपी चेक करने में भी गलतियां की होंगी, ऐसे में री-इवैल्यूशन प्रोसेस को फिर से शुरू किया जाए। अभी बोर्ड सिर्फ वेरिफिकेशन और वेरिफिकेशन के लिए अप्लाई करने वाले स्टूडेंट्स को ही आंसरशीट की कॉपी लेने का हक देता है।

ऑल इंडिया पैरंट्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट अशोक अग्रवाल का कहना है कि सीबीएसई को सबको आंसरशीट देने का हक देना चाहिए और अगर थोड़े भी स्टूडेंट्स री-इवैल्यूशन के हक में हैं, तो इसे फिर से शुरू करना चाहिए।

साथ ही, कई स्टूडेंट्स ऐसे भी हैं जिन्होंने रिजल्ट के स्ट्रेस और शॉक के बीच वेरिफिकेशन के लिए अप्लाई करने की डेट मिस कर दी थी। दिल्ली के स्टूडेंट कहते हैं, 'मेरे मैथ्स में सिर्फ 18 मार्क्स हैं और इसके टेंशन में मैं वेरिफिकेशन के लिए भी अप्लाई नहीं कर पाया। मैं चाहता हूं कि बोर्ड मेरी भी कॉपी चेक करें, क्योंकि मुझे इतने कम मार्क्स की उम्मीद नहीं थी। ऐसे ही कई स्टूडेंट्स का कहना है कि सीबीएसई उन्हें भी वेरिफिकेशन का मौका दे या फिर सबकी कॉपी फिर से चेक करे।'

जानकारी के मुताबिक, देशभर से बड़ी तादाद में इस साल वेरिफिकेशन के लिए अप्लाई किया था, जिनमें से कई स्टूडेंट्स के नंबर्स बदले हैं। देशभर में कई स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनके नंबर दो से पांच गुना तक बढ़े हैं। कुछ स्टूडेंट्स के नंबर 40 से 50 तक ज्यादा हुए हैं।

इससे पहले उड़ीसा हाई कोर्ट ने 12वीं के 18 स्टूडेंट्स की अपील पर सीबीएसई को निर्देश दे चुकी है कि उनकी कॉपी फिर से चेक की जाए। इनमें से कई स्टूडेंट्स ने बाकी सब्जेक्ट्स में 80 से 90 के बीच स्कोर किया है और एक-एक सब्जेक्ट में इनके एक ही डिजिट में मार्क्स आए हैं।

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