विस, नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली सरकार से मांग की है कि वह श्रमिकों द्वारा सेस के रूप में अब तक जमा कराए गए 2000 करोड़ रुपये को जल्द से जल्द उनके कल्याण पर खर्च करना शुरू करे। सरकार सुनिश्चित करे कि उनके वित्तीय योगदान का लाभ उन तक पहुंच सके।
उन्होंने कहा कि यह पैसा मजदूरों का है। सरकार किसी कीमत पर इसे अपने पास नहीं रख सकती है और न ही इसे डायवर्ट कर अन्य कार्यों में लगा सकती है। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि श्रमिकों के हितों की सुरक्षा के लिए दिल्ली सरकार ने अब तक एनफोर्समेंट टीमें तक गठित नहीं की हैं। श्रमिक कानूनों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए इंस्पेक्टर नहीं के बराबर हैं।
गुप्ता ने कहा दिल्ली के निर्माण और अन्य कार्यों में लगे 12 लाख से भी अधिक श्रमिकों द्वारा सेस के रूप में जमा कराई गई लगभग 2000 करोड़ रुपये की राशि को सरकार उनके कल्याण कार्यों पर खर्च करने में बुरी तरह विफल रही है। दो साल से भी अधिक समय बीत जाने पर भी सरकार पैसे होने के बावजूद श्रमिकों के लिए एक भी कल्याण योजना को साकार नहीं कर सकी है।