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JNU: 200% तक मेस चार्ज बढ़ने से नाराजगी

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में मेस, हॉस्टल चार्ज के साथ साथ फाइन रेट भी बढ़ गए हैं। यह बढ़ोतरी 100 से 200% तक हुई, जिसके खिलाफ एक बार फिर स्टूडेंट्स खड़े हो गए हैं। उनका कहना है कि बिना चर्चा के यह हाइक किया गया है। 8 मार्च को यूनिवर्सिटी में हड़ताल है।

नवभारत टाइम्स 7 Mar 2018, 1:56 am
प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम jnu

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में मेस, हॉस्टल चार्ज के साथ साथ फाइन रेट भी बढ़ गए हैं। यह बढ़ोतरी 100 से 200% तक हुई, जिसके खिलाफ एक बार फिर स्टूडेंट्स खड़े हो गए हैं। उनका कहना है कि बिना चर्चा के यह हाइक किया गया है। 8 मार्च को यूनिवर्सिटी में हड़ताल है। मंगलवार को भी स्टूडेंट्स ने प्रोटेस्ट किया। प्रशासन का कहना है कि यह इंटर हॉल ऐडमिनिस्ट्रेशन ने मंजूर किया है, हालांकि,उसकी ओर स्टूडेंट्स को फूड प्राइस लिस्ट की समीक्षा का आश्वासन भी दिया गया है।

डीन ऑफ स्टूडेंट्स के नाम से स्टूडेंट्स के नाम सर्कुलर ने जेएनयू में फिर से तनाव पैदा कर दिया है। 27 फरवरी की तारीख के इस सर्कुलर में कहा है कि मेस चार्ज और मेस गेस्ट चार्ज रिवाइज किए गए हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि बढ़ोतरी करीब 100% ज्यादा है। सर्कुलर के मुताबिक, मेस सिक्यॉरिटी अमाउंट 2,700 रुपये से 4,500 रुपये (रिफंडेबल) कर दिया गया है। मेस चार्ज हर सेमेस्टर 500 से 1,100 कर दिया गया है। सालाना बर्तन के चार्ज 50 रुपये से 200 रुपये कर दिए गए हैं। लेट पेमेंट पर रोज के 1 रुपये फाइन की बजाय 20 रुपये फाइन लगेगा।

फाइन भी दोगुना से ज्यादा कर दिया गया है। जेएनयू के इंटर हॉल ऐडमिनिस्ट्रेशन (आईएचए) के असिस्टेंट रजिस्ट्रार दीपक आर्या का कहना है कि आईएचए ने नए फाइन स्ट्रक्चर को मंजूरी दी है। 17 जनवरी को हुई मीटिंग में प्रोवोस्ट कमिटी की सिफारिश पर नए फाइन स्ट्रक्चर को 1 जनवरी 2018 से लागू किया गया है। अगर मेल हॉस्टल में फीमेल विजिटिंग आवर के अलग वक्त पर आती है, तो 3,000 रुपये का फाइन लगेगा। इसी तरह अगर बाहर का कोई शख्स हॉस्टल में ठहरता है तो फाइन 5,000 रुपये होगा। अगर यह दोहराया गया तो 6 महीने के लिए हॉस्टल से हटाया जा सकता है। इसके बावजूद ऐसा करने पर हॉस्टल सुविधा छीन ली जाएगी। हॉस्टल में ड्रग्स या शराब लेने पर 2,000 रुपये का फाइन होगा।

जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन की वाइस प्रेजिडेंट सिमोन जोया खान का कहना है कि जेएनयू प्रशासन यूनिवर्सिटी के खिलाफ ही लड़ रहा है। हॉस्टल चार्ज 200% बढ़ा दिए गए हैं। फाइन स्ट्रक्चर यूनिवर्सिटी के माहौल को बिगाड़ने के लिए बदला गया है। एक ओर फेलोशिप लेट की जाती है या बंद की जाती है, दूसरी ओर इस तरह का गैरकानूनी नेटिस लाकर प्रशासन फीस बढ़ा रहा है। यूनियन का कहना है कि स्टूडेंट्स की लड़ाई जारी रहेगी।

जेएनयू में एबीवीपी की यूनिट ने भी इसका विरोध किया है। यूनिट के सौरभ शर्मा ने बताया कि आईएचए के डीन प्रफेसर उमेश कदम ने हमारी मांगों पर लिखित आश्वासन दिया है कि नोटिस में लेट फाइन, एक्स्ट्रा अंडे (20 रुपये) और ब्रेड के लिए रेट की समीक्षा करेंगे।

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