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जानें, कैसे पंचर लगाने वाला आसिफ आशु भाई गुरुजी बन करने लगा मोटी कमाई

महिला और उसकी 16 वर्षीय बेटी के गैंगरेप का आरोपी स्वयंभू बाबा आशु भाई के बारे में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली के पॉश इलाके हौज खास में आश्रम बनाने वाला आशु बाबा नाम बदलकर लोगों की आंखों में धूल झोंक रहा था।

टाइम्स न्यूज नेटवर्क 14 Sep 2018, 10:35 am
सोमरीत भट्टाचार्य, नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम asif

महिला और उसकी 16 वर्षीय बेटी के गैंगरेप का आरोपी स्वयंभू बाबा आशु भाई के बारे में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली के पॉश इलाके हौज खास में आश्रम बनाने वाला आशु बाबा नाम बदलकर लोगों की आंखों में धूल झोंक रहा था। आशु बाबा का असली नाम आसिफ खान है, लेकिन ज्योतिषी बन कमाई करने के इरादे से वह नाम बदलकर आशु भाई बन गया। यही नहीं वह लोगों से कर्मकांड के नाम पर मोटी रकम भी ऐंठा करता था।

आशु भाई ने बोला था, ‘तू मेरी गुलाम है, तेरी बेटी भी गुलामी करेगी’

सूत्रों के मुताबिक सोमवार को पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद से ही आसिफ खान फरार चल रहा है। आसिफ खान के आशु बाबा बन लोगों को ठगने का सफर भी खासा रोचक है। 1990 के शुरुआती दौर में वह वजीरपुर की जेजे कॉलोनी में एक साइकल रिपेयरिंग की दुकान चलाता था। इसके कुछ दिन बाद वह उत्तरी दिल्ली के सराय रोहिल्ला इलाके में शिफ्ट हो गया और वहां ज्योतिषी के तौर पर काम करने लगा। देखते ही देखते उसके तमाम अनुयायी हो गए थे।

कुछ दिनों बाद आसिफ खान ने अपनी दुकान बंद कर दी और नाम कमाने के लिए टेलिविजन चैनलों के संपर्क में आया। टीवी कार्यक्रमों में वह लोगों के बैड लक को खत्म करने का दावा किया करता था। अपने प्रमोशनल विडियोज में वह ट्रक ड्राइवर और रिक्शा वाले को अपने आशीर्वाद से लखपति बन जाने के दावे किया करता था। इसके चलते हरियाणा और यूपी में भी उसके तमाम अनुयायी हो गए थे।

दिल्ली के पहाड़गंज की ही दो महिलाओं ने मंगलवार को दावा किया था कि चैनल पर आशु बाबा को देखने के बाद वह उसकी फॉलोअर हो गई थीं। उन्होंने जब उससे मुलाकात करनी चाही तो पहली मीटिंग की 25,000 रुपये फीस बताई गई थी। एक महिला ने बताया, 'हम उसके हौज खास स्थित आश्रम में मुलाकात करने के लिए गए थे। लेकिन, उस वक्त में हमें झटका लगा, जब यह पता चला कि उसके खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है।'

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