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ट्विटर पर शेयर किया फोन नंबर, दो सिपाहियों के खाते हो गए खाली

ट्वीट करने के 15 मिनट बाद ही उनके पास कॉल आई। कॉलर ने खुद को बैंक का अफसर बताते हुए पैसे लौटाने की बात कही और खाते की डिटेल्स पूछ लीं। खाते में पैसा ट्रांसफर ना होने की बात कहकर दूसरे साथी का अकाउंट नंबर भी ले लिया।

मनीष अग्रवाल | नवभारत टाइम्स 1 Sep 2019, 4:53 am

हाइलाइट्स

  • दिल्ली पुलिस के ही दो कर्मियों के साथ साइबर अपराध का मामला सामने आया है
  • ट्विटर पर फोन नंबर शेयर करने के बाद साइबर अपराधियों के शिकार, खाता साफ
  • साइबर अपराधियों ने एक पुलिसकर्मी से उसके सहयोगी का भी खाता पूछ लिया
  • मोबाइल पर जब खाते से पैसे निकलने का संदे आया, तब पता चला कि हुई है ठगी
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नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस के ही दो कर्मियों के साथ साइबर अपराध का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि ट्विटर पर फोन नंबर शेयर करने के बाद से इनके बैंक खाते खाली हो गए। फिलहाल साइबर टीम मामले की पड़ताल में जुटी है।
यहां आईजीआई एयरपोर्ट थाने में तैनात सिपाही आरपी त्रिपाठी का एक बैंक से क्रेडिट कार्ड में 57 हजार रुपये रिफंड का विवाद चल रहा था। उन्होंने ट्विटर पर अपनी शिकायत लिखी और बैंक को टैग करते हुए अपना फोन नंबर दे दिया।

ट्वीट के बाद 15 मिनट बाद ही आ गई कॉल
ट्वीट करने के 15 मिनट बाद ही उनके पास कॉल आई। कॉलर ने खुद को बैंक का अफसर बताते हुए पैसे लौटाने की बात कही और खाते की डिटेल्स पूछ लीं। थोड़ी देर बाद फिर कॉल आई और कहा कि पैसा ट्रांसफर नहीं हो पा रहा है, दूसरा अकाउंट बताइए।

दूसरे साथी का अकाउंट नंबर भी ले लिया
त्रिपाठी ने सिपाही दोस्त अनिल के खाते की डिटेल्स दे दीं। थोड़ी देर में अनिल के फोन पर 38 हजार रुपये खाते से निकलने का मेसेज आया। त्रिपाठी ने यह बात कॉल करने वाले को बताई तो उसने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता, अपना खाता नंबर दीजिए। कुछ देर बाद त्रिपाठी के मोबाइल पर भी 500 रुपये निकाले जाने का मेसेज आया तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ। ठग और पैसा इसलिए नहीं निकाल पाए, क्योंकि एक खाते में 87 रुपये और दूसरे में 76 रुपये ही बचे थे।
लेखक के बारे में
मनीष अग्रवाल
मनीष अग्रवाल, नवभारत टाइम्स में असिस्टेंट एडिटर हैं। वह केंद्रीय गृह मंत्रालय, रेलवे और एविएशन मिनिस्ट्री के अलावा केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, पैरामिलिट्री फोर्स, सीबीआई, एनआईए, ईडी और भारतीय चुनाव आयोग भी कवर करते हैं। इससे पहले वह क्राइम, कस्टम और तिहाड़ जेल कवर करते थे। वह एनबीटी में 20 साल से भी अधिक समय से अपनी सेवाएं दे रहे हैं।... और पढ़ें

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