नई दिल्ली
बुधवार सुबह पहाड़गंज, चूना मंडी, गली नंबर-1 में आग के बीच जो हुआ वह किसी फिल्म के स्टंट सीन से कम नहीं था। एक चार मंजिला इमारत के निचले दो फ्लोर में भयानक आग लगने से उसमें एक जोड़ा फंस गया था। पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर दोनों को बचा लिया। ईद के मौके पर अरेंजमेंट ड्यूटी पर लगे इन तीनों पुलिस वालों को कुछ मिनट की भी देरी हो जाती तो दोनों का जिंदा बचना नामुमकिन था।
आखिरी मिनट में फरिश्ते की तरह पुलिसकर्मियों ने पति-पत्नी को मौत के मुंह से खींच लिया। इस दौरान एक शख्स बिल्डिंग से कूद गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत खतरे से बाहर है। बुधवार सुबह 6:04 मिनट पर लोगों ने दमकल को सूचना दी। इसके बाद दमकल की 8 गाड़ियां आग बुझाने पहुंचीं। दंपती को बचा रहे पुलिसकर्मियों का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिसकर्मियों की दिलेरी की सभी ने तारीफ की।
पुलिस के मुताबिक, बहादुर पुलिसकर्मी हेड कॉन्स्टेबल मनोज कुमार, कॉन्स्टेबल संदीप और अमित को पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने जान जोखिम में डालकर जिस दंपती को बचाया है उनकी पहचान 52 वर्षीय बलराज चौधरी और 50 वर्षीय गंगा देवी के तौर पर हुई। बलराज पेशे से एक्यूप्रेशर डॉक्टर हैं। घायल की पहचान जितेंद्र के रूप में हुई। मौत को सामने देख चुके दंपती सदमे से उबर नहीं पाए हैं।
बुधवार सुबह पहाड़गंज, चूना मंडी, गली नंबर-1 में आग के बीच जो हुआ वह किसी फिल्म के स्टंट सीन से कम नहीं था। एक चार मंजिला इमारत के निचले दो फ्लोर में भयानक आग लगने से उसमें एक जोड़ा फंस गया था। पुलिसकर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर दोनों को बचा लिया। ईद के मौके पर अरेंजमेंट ड्यूटी पर लगे इन तीनों पुलिस वालों को कुछ मिनट की भी देरी हो जाती तो दोनों का जिंदा बचना नामुमकिन था।
आखिरी मिनट में फरिश्ते की तरह पुलिसकर्मियों ने पति-पत्नी को मौत के मुंह से खींच लिया। इस दौरान एक शख्स बिल्डिंग से कूद गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत खतरे से बाहर है। बुधवार सुबह 6:04 मिनट पर लोगों ने दमकल को सूचना दी। इसके बाद दमकल की 8 गाड़ियां आग बुझाने पहुंचीं। दंपती को बचा रहे पुलिसकर्मियों का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिसकर्मियों की दिलेरी की सभी ने तारीफ की।
पुलिस के मुताबिक, बहादुर पुलिसकर्मी हेड कॉन्स्टेबल मनोज कुमार, कॉन्स्टेबल संदीप और अमित को पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने जान जोखिम में डालकर जिस दंपती को बचाया है उनकी पहचान 52 वर्षीय बलराज चौधरी और 50 वर्षीय गंगा देवी के तौर पर हुई। बलराज पेशे से एक्यूप्रेशर डॉक्टर हैं। घायल की पहचान जितेंद्र के रूप में हुई। मौत को सामने देख चुके दंपती सदमे से उबर नहीं पाए हैं।