नगर संवाददाता, नई दिल्ली
लोगों की जान बचाने में लगे डॉक्टरों की भी काफी तादाद में कोरोना वायरस की वजह से जान जा रही है। इसी को लेकर इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने एक रजिस्ट्री तैयार की है। इसमें बताया गया है कि दूसरी लहर के दौरान किस राज्य में कोरोना की वजह से कितने डॉक्टरों को जान गंवानी पड़ी है। इस लिस्ट में बिहार के बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली है, जहां कोरोना की वजह से 73 डॉक्टरों की मौत हुई है।
आईएमए का कहना है कि देश में रोज कोरोना की वजह से 20 डॉक्टर अपनी जान गवां रहे हैं। फिर भी सरकार की तरफ से इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और न ही डॉक्टरों के इलाज या मृत्यु के बाद उनके परिवार के लिए कुछ किया जा रहा है। आईएमए के ऑनरेरी सेक्रेटरी जनरल डॉ जयेश एम लेले का कहना है कि दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में 73 डॉक्टर कोरोना से जान गवां चुके हैं। सबसे ज्यादा संख्या बिहार में है, जहां 80 डॉक्टरों की मौत हुई है।
आईएमए का कहना है कि पूरे देशभर में दूसरी लहर में ही 329 डॉक्टर शहीद हो चुके हैं। इसके अलावा कई ऐसे हैं, जिनका डेटा अभी कलेक्ट किया जा रहा है। दिल्ली में जिन डॉक्टरों की मौत हुई है, उनमें से कई डॉक्टर ऐसे थे, जो वैक्सीन की पहली या दोनों डोज लगवा चुके थे। हालांकि उनकी संख्या अभी कंफर्म नहीं है। कोविड ड्यूटी कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना की शुरुआत से लेकर अब तक जान हथेली पर रखकर ड्यूटी कर रहे हैं। इसके बावजूद जब डॉक्टर को कोरोना होता है या उसे वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है तो न कोई अस्पताल मदद करता है और न ही सरकार। सरकार को चाहिए कि हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए वह आगे आए और बीमार होने या मृत्यु होने पर उनके परिवार की मदद करे।
लोगों की जान बचाने में लगे डॉक्टरों की भी काफी तादाद में कोरोना वायरस की वजह से जान जा रही है। इसी को लेकर इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने एक रजिस्ट्री तैयार की है। इसमें बताया गया है कि दूसरी लहर के दौरान किस राज्य में कोरोना की वजह से कितने डॉक्टरों को जान गंवानी पड़ी है। इस लिस्ट में बिहार के बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली है, जहां कोरोना की वजह से 73 डॉक्टरों की मौत हुई है।
आईएमए का कहना है कि देश में रोज कोरोना की वजह से 20 डॉक्टर अपनी जान गवां रहे हैं। फिर भी सरकार की तरफ से इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है और न ही डॉक्टरों के इलाज या मृत्यु के बाद उनके परिवार के लिए कुछ किया जा रहा है। आईएमए के ऑनरेरी सेक्रेटरी जनरल डॉ जयेश एम लेले का कहना है कि दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में 73 डॉक्टर कोरोना से जान गवां चुके हैं। सबसे ज्यादा संख्या बिहार में है, जहां 80 डॉक्टरों की मौत हुई है।
आईएमए का कहना है कि पूरे देशभर में दूसरी लहर में ही 329 डॉक्टर शहीद हो चुके हैं। इसके अलावा कई ऐसे हैं, जिनका डेटा अभी कलेक्ट किया जा रहा है। दिल्ली में जिन डॉक्टरों की मौत हुई है, उनमें से कई डॉक्टर ऐसे थे, जो वैक्सीन की पहली या दोनों डोज लगवा चुके थे। हालांकि उनकी संख्या अभी कंफर्म नहीं है। कोविड ड्यूटी कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना की शुरुआत से लेकर अब तक जान हथेली पर रखकर ड्यूटी कर रहे हैं। इसके बावजूद जब डॉक्टर को कोरोना होता है या उसे वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है तो न कोई अस्पताल मदद करता है और न ही सरकार। सरकार को चाहिए कि हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए वह आगे आए और बीमार होने या मृत्यु होने पर उनके परिवार की मदद करे।