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जरूरतमंद बच्चों के लिए दिल्ली पुलिस के 'बुक बैंक' को दान करें अपनी किताबें

'योर ओल्ड बुक कैन चेंज अ लाइफ कैंपेन के साथ दिल्ली पुलिस एक नया इनिशिएटिव शुरू कर रही है जिसमें जरूरतमंद बच्चों को किताबें मुहैया कराई जाएंगी। इसके लिए दिल्ली पुलिस अपने जवानों और उनके परिवार से पुरानी किताबें मांगेगी। साथ ही लोगों से भी अपील की जाएगी कि वे इस्तेमाल हो चुकी स्कूली किताबों को रद्दी में देने के बजाए दिल्ली पुलिस को दान कर दें।

Edited byसरोज सिंह | नवभारत टाइम्स 22 Mar 2023, 4:56 pm
नई दिल्ली: अगर आपका बच्चा पढ़ाई करके आगे की क्लास में आ चुका है, तो उसकी किताबें रद्दी में बेचने के बजाय दिल्ली पुलिस को दे दें। जी हां, दिल्ली पुलिस ने 'बुक बैंक' खोला है। इसकी पहल सबसे पहले आउटर जिले से शुरू होने जा रही है। मकसद है, आर्थिक रूप से कमजोर उन बच्चों और परिवारों की मदद करना, जिनके लिए किताबें खरीदना कठिन होता है।
नवभारतटाइम्स.कॉम School library book bans are seen as targeting LGBTQ content


'बुक बैंक' के लिए दिल्ली पुलिस के सभी जवानों और उनके परिवारों से भी मदद मांगी जाएगी, जिनके बच्चे एक क्लास से दूसरी क्लास में जा चुके हैं। साथ ही, पुलिस की आम पब्लिक से भी अपील है कि अगर मुमकिन हो तो वे अपने बच्चों की किताबें चंद रुपयों में रद्दी वाले को न दें। पुलिस बुक बैंक के जरिए ऐसे बच्चों और परिवारों को चिह्नित कर रही है जिनके बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। पुलिस ने अपनी इस पहल की लाइन रखी है- 'योर ओल्ड बुक कैन चेंज अ लाइफ', यानी आपकी पुरानी किताबें किसी की ज़िंदगी बदल सकती हैं।

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बुक बैंक की पहल के तहत आउटर जिला इस दिशा में शुरुआत कर रहा है। डीसीपी हरेंद्र सिंह ने इसे फाइनल टच दिया है। जिला लेवल पर कम्युनिटी पुलिसिंग के इंचार्ज मधुकर 'बुक बैंक' का सुपरविजन कर रहे हैं। उनके मुताबिक, यह पहल आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए 'लाइफ चेंजिंग' साबित होगी। ये वो बच्चे हैं जो किताबें खरीद नहीं सकते। आउटर जिला पुलिस की आम जनता, इच्छुक पुलिसकर्मियों और उनके बच्चों से अपील है कि मार्च के अंत में सेशन खत्म हो जाएगा। इसके बाद अपनी-अपनी किताबें जरूरतमंदों को दिल्ली पुलिस के माध्यम से दान कर दें| इस बुक बैंक में सभी तरह की पुस्तकें शामिल की जाएंगी। चाहे वो एनसीईआरटी की किताबें हों या फिर हेल्पिंग गाइड।

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डीसीपी हरेंद्र सिंह के मुताबिक, कोशिश है कि दिल्ली पुलिस आम जनता और जरूरतमंद बच्चों के बीच पढ़ाई की मजबूत कड़ी बन सके। बुक बैंक की लॉन्चिंग के लिए डीसीपी ने जिले के अपने सभी थानों, स्टाफ, यूनिटों को कहा है कि वे सभी पुलिसकर्मियों को इस पहल के बारे में बताएं, ताकि वे अपने-अपने बीट एरिया में लोगों को बता सकें। ये किताबें जरूरतमंद बच्चों को बाहरी जिले के क्लस्टर एरिया में दी जाएंगी। पुलिस का कहना है, जो इच्छुक लोग किताबें बुक बैंक को देना चाहते हैं, वे आउटर जिले की पुलिस से संपर्क करें या हमें Cpcell.Outer@gmail.com पर मेल करके संपर्क कर सकते हैं।
लेखक के बारे में
सरोज सिंह
सरोज सिंह नवभारटाइम्स.कॉम में असिस्टेंट एडिटर हैं. 20 साल से पत्रकारिता में हैं और इनकी विशेषज्ञता ऑनलाइन मीडिया में है। लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट जुड़ी खबरों में इनकी रुचि है और ये फ़ीचर टीम को लीड कर चुकी हैं. फिलहाल यह न्यूज टीम का हिस्सा हैं.... और पढ़ें

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