नई दिल्ली : दिल्ली में कोरोना पाबंदियों से बड़ी राहत मिल गई है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने आज अपनी मीटिंग में वीकेंड कर्फ्यू और दुकानों के लिए लागू ऑड-ईवन सिस्टम को खत्म करने का फैसला किया है। कोरोना वायरस के नए वेरियेंट ओमीक्रोन का प्रकोप बढ़ने के कारण राष्ट्रीय राजधानी में 1 जनवरी को वीकेंड कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया गया था। यानी चार हफ्ते के बाद वीकेंड कर्फ्यू उठा ली गई। इसका मतलब है कि अगले शनिवार-रविवार से दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू लागू नहीं होगा। हालांकि, स्कूल खुलने का इंतजार थोड़ा और बढ़ गया है। अब डीडीएमए की अगली बैठक से ही स्कूल खुलने को लेकर पॉजिटिव फैसले की उम्मीद लगाई जा सकती है।
स्कूल खोलने का निर्णय टला
अधिकारियों ने कहा कि उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला किया गया। हालांकि, बैजल ने अगली बैठक होने तक स्कूलों को फिर से खोलने के निर्णय को स्थगित कर दिया। उन्होंने बताया कि सरकारी कार्यालयों को भी 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ फिर से खोलने की अनुमति दी गई है। दिल्ली में किन-किन पाबंदियों से मिली छूट, कौन सी अब भी लागू
जोर पकड़ रही थी पाबंदियां हटाने की मांग
दरअसल, कोरोना पाबंदियों में ढील दिए जाने की मांग जोर पकड़ रही थी। मुख्य राजनीतिक दलों आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से सख्तियां कम करने की गुहार लगाई थी। इस कारण शीर्ष कोविड-19 मैनेजमेंट संस्था दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की इस मीटिंग से काफी उम्मीदें थीं जो बहुत हद तक पूरी भी हो गईं।
स्कूल खुलने का इतंजार बढ़ा
दिल्ली में स्कूल खोलने का फैसला टाल दिया गया है। ऐसे में उन बच्चों और माता-पिता को मायूसी होगी जो स्कूल खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है जिसकी ऑनलाइन मोड से भरपाई नहीं हो सकती। बच्चे भी बोल रहे हैं कि अब तो उन्हें कोरोना वैक्सीन भी लग गई है तो स्कूल जाने में क्या दिक्कत है। उनकी दलील है कि ओमीक्रोन गंभीर लक्षण पैदा करने में सक्षम नहीं है और वैसे भी दिल्ली में अब रोजाना नए कोरोना केस में तेजी से कमी आ रही है।
स्कूल खोलने का निर्णय टला
अधिकारियों ने कहा कि उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला किया गया। हालांकि, बैजल ने अगली बैठक होने तक स्कूलों को फिर से खोलने के निर्णय को स्थगित कर दिया। उन्होंने बताया कि सरकारी कार्यालयों को भी 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति के साथ फिर से खोलने की अनुमति दी गई है।
पाबंदी | राहत की कितनी उम्मीद |
1. नाइट कर्फ्यू - हर रात 10 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक | जारी रहेगा |
2. वीकेंड कर्फ्यू - शुक्रवार रात 10 बजे से लेकर अगले सोमवार सुबह 5 बजे तक | खत्म हो गया |
3. गैर-जरूरी वस्तुओं की दुकानों के लिए ऑड-ईवन सिस्टम | खत्म हो गया |
4. रेस्टोरेंट और बार | 50% क्षमता के साथ चलेंगे |
5. स्कूल, कॉलेज और सभी तरह के शैक्षणिक संस्थान | पाबंदी जारी, डीडीएमए की अगली बैठक का इंतजार |
6. स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्सेज और स्विमिंग पूल्स | पाबंदी जारी |
7. सिनेमा हॉल, एंटरटेनमेंट पार्क्स इत्यादि | 50% के साथ खुलेंगे |
8. सामाजिक, मनोरंजक, धार्मिक, राजनीतिक, त्योहार से जुड़े आयोजन | अभी स्पष्ट नहीं |
9. धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं की एंट्री | अभी स्पष्ट नहीं |
10. शादी और अंतिम संस्कार | मैरिज हॉल में 50% क्षमता से खुलेंगे मैरिज हॉल और खुले में अधिकतम 200 लोगों की अनुमति |
11. जिम | अभी नहीं खुले हैं |
जोर पकड़ रही थी पाबंदियां हटाने की मांग
दरअसल, कोरोना पाबंदियों में ढील दिए जाने की मांग जोर पकड़ रही थी। मुख्य राजनीतिक दलों आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से सख्तियां कम करने की गुहार लगाई थी। इस कारण शीर्ष कोविड-19 मैनेजमेंट संस्था दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की इस मीटिंग से काफी उम्मीदें थीं जो बहुत हद तक पूरी भी हो गईं।
स्कूल खुलने का इतंजार बढ़ा
दिल्ली में स्कूल खोलने का फैसला टाल दिया गया है। ऐसे में उन बच्चों और माता-पिता को मायूसी होगी जो स्कूल खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है जिसकी ऑनलाइन मोड से भरपाई नहीं हो सकती। बच्चे भी बोल रहे हैं कि अब तो उन्हें कोरोना वैक्सीन भी लग गई है तो स्कूल जाने में क्या दिक्कत है। उनकी दलील है कि ओमीक्रोन गंभीर लक्षण पैदा करने में सक्षम नहीं है और वैसे भी दिल्ली में अब रोजाना नए कोरोना केस में तेजी से कमी आ रही है।