नई दिल्ली
दिल्ली में जल्द कोरोना का पीक आने का अनुमान लगाया जा रहा है। ज्यादातर एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि 20 तारीख से पहले दिल्ली में पीक आ सकता है। हालांकि हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि पीक आना वायरस और ह्मूमन बिहेवियर पर निर्भर करता है। पीक को लेकर हो रहे दावों पर हमने सुबह मेडिकल विशेषज्ञों से बात की। महामारी विशेषज्ञ डॉ. चंद्रकांत लहारिया ने कहा कि पीक को दो तरीके से देखा जाता है। एक किसी मॉडल को तैयार करके जिसमें कोरोना के बारे में पिछले दो साल की पूरी जानकारी हो कि कब केस बढ़े, कब पीक आई, कब कितनी डेथ हुई आदि। दूसरा जब नए केस और संक्रमण दर एक नंबर के आसपास रुक जाए। दिल्ली में दो दिन से संक्रमण दर 25 प्रतिशत और नए केस उसके आसपास हैं इसलिए उम्मीद है कि 20 जनवरी से पहले दिल्ली में कोरोना का पीक आ जाएगा। ओमीक्रोन के मामले में ऐसा देखा गया है कि दो हफ्ते तक बेहद तेजी से इसके केस बढ़ते हैं लेकिन फिर उतनी तेजी से नीचे गिरने लगते हैं। पीक के बाद दिल्ली में भी नए केस तेजी से कम होंगे।
एम्स में मेडिसिन डिपार्टमेंट के एडिशनल प्रफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने कहा कि पीक के बारे में दावे से कहना मुमकिन नहीं है लेकिन नए केस और संक्रमण दर के आधार पर अंदाजा लग सकता है कि पीक कब आएगा। अब दिल्ली में नए केस दो-तीन दिन से एक नंबर के आसपास हैं और संक्रमण दर 25 प्रतिशत तक है। यह बढ़ रही है जिससे अंदाजा लग सकता है कि हम पीक की तरफ जा रहे हैं। कुछ दिनों में दिल्ली में पीक देखने को मिल सकती है। हालांकि कोरोना की पीक वायरस और ह्मूमन बिहेवियर पर भी निर्भर करती है। यदि लोग घर से बाहर निकलेंगे और संक्रमित होंगे तो बड़ी आबादी संक्रमित हो जाएगी और पीक जल्द आ जाएगा।
बता दें कि हाल ही में आईआईटी कानपुर की तरफ से एक मॉडल के आधार पर कहा गया था कि दिल्ली में 15 से 20 जनवरी के बीच पीक आ सकता है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी अगले कुछ दिनों में पीक आने की बात कही।
इस मौसम में कोल्ड, गले में दर्द का मतलब कोरोना ही समझें
डॉ. नीरज निश्चल का कहना है कि अगर आपको कोल्ड, गले में दर्द, बदन में दर्द है तो आप मानकर चलें कि आपको कोरोना है और खुद को आइसोलेट कर लें। भले ही टेस्ट में आपकी रिपोर्ट निगेटिव आ जाए लेकिन कुछ दिन घर के अंदर मास्क पहनकर रखें। हो सकता है आपको कोल्ड या गले में दर्द मौसम की वजह से हो लेकिन अगर इसे कोरोना मानकर चलेंगे तो घर के दूसरे सदस्य सुरक्षित रहेंगे। पैनिक होने की जरूरत नहीं। सावधानी जरूरी है।
देश में दो लाख के करीब केस
देश में 24 घंटे में कोरोना के 1,94,720 नए केस दर्ज किए गए हैं। 60,405 लोग रिकवर हुए हैं और 442 की मौत हुई है। तीन दिन से मौतों की संख्या बढ़ रही है। संक्रमण दर 11.05 प्रतिशत पर पहुंच गई है। सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र और दिल्ली से ही आ रहे हैं।
दिल्ली में जल्द कोरोना का पीक आने का अनुमान लगाया जा रहा है। ज्यादातर एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि 20 तारीख से पहले दिल्ली में पीक आ सकता है। हालांकि हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि पीक आना वायरस और ह्मूमन बिहेवियर पर निर्भर करता है। पीक को लेकर हो रहे दावों पर हमने सुबह मेडिकल विशेषज्ञों से बात की।
एम्स में मेडिसिन डिपार्टमेंट के एडिशनल प्रफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने कहा कि पीक के बारे में दावे से कहना मुमकिन नहीं है लेकिन नए केस और संक्रमण दर के आधार पर अंदाजा लग सकता है कि पीक कब आएगा। अब दिल्ली में नए केस दो-तीन दिन से एक नंबर के आसपास हैं और संक्रमण दर 25 प्रतिशत तक है। यह बढ़ रही है जिससे अंदाजा लग सकता है कि हम पीक की तरफ जा रहे हैं। कुछ दिनों में दिल्ली में पीक देखने को मिल सकती है। हालांकि कोरोना की पीक वायरस और ह्मूमन बिहेवियर पर भी निर्भर करती है। यदि लोग घर से बाहर निकलेंगे और संक्रमित होंगे तो बड़ी आबादी संक्रमित हो जाएगी और पीक जल्द आ जाएगा।
बता दें कि हाल ही में आईआईटी कानपुर की तरफ से एक मॉडल के आधार पर कहा गया था कि दिल्ली में 15 से 20 जनवरी के बीच पीक आ सकता है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी अगले कुछ दिनों में पीक आने की बात कही।
इस मौसम में कोल्ड, गले में दर्द का मतलब कोरोना ही समझें
डॉ. नीरज निश्चल का कहना है कि अगर आपको कोल्ड, गले में दर्द, बदन में दर्द है तो आप मानकर चलें कि आपको कोरोना है और खुद को आइसोलेट कर लें। भले ही टेस्ट में आपकी रिपोर्ट निगेटिव आ जाए लेकिन कुछ दिन घर के अंदर मास्क पहनकर रखें। हो सकता है आपको कोल्ड या गले में दर्द मौसम की वजह से हो लेकिन अगर इसे कोरोना मानकर चलेंगे तो घर के दूसरे सदस्य सुरक्षित रहेंगे। पैनिक होने की जरूरत नहीं। सावधानी जरूरी है।
देश में दो लाख के करीब केस
देश में 24 घंटे में कोरोना के 1,94,720 नए केस दर्ज किए गए हैं। 60,405 लोग रिकवर हुए हैं और 442 की मौत हुई है। तीन दिन से मौतों की संख्या बढ़ रही है। संक्रमण दर 11.05 प्रतिशत पर पहुंच गई है। सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र और दिल्ली से ही आ रहे हैं।