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अस्पतालों में कम नहीं हो रहे डेंगू-चिकनगुनिया के मरीज

एमसीडी के आंकड़े राजधानी दिल्ली में मच्छरों के आतंक से राहत मिलने की बात कह रहे हैं लेकिन अस्पतालों में स्थिति बिलकुल अलग है। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में अभी भी डेंगू-चिकनगुनिया के मरीज भर्ती हैं।

सांध्य टाइम्स 23 Nov 2016, 11:46 am
नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम dengue chikungunia patients still coming to hospitals
अस्पतालों में कम नहीं हो रहे डेंगू-चिकनगुनिया के मरीज


एमसीडी के आंकड़े राजधानी दिल्ली में मच्छरों के आतंक से राहत मिलने की बात कह रहे हैं लेकिन अस्पतालों में स्थिति बिलकुल अलग है। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में अभी भी डेंगू-चिकनगुनिया के मरीज भर्ती हैं। एम्स से लेकर लोकनायक अस्पताल तक लगभग हर अस्पताल में 30 से 40 मरीज मच्छरों के प्रकोप के चलते भर्ती हुए हैं।

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 21 नवंबर तक दिल्ली के अस्पतालों में महज 30 फीसदी बेड ही खाली थे। इन अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों के लिए अलग से स्पेशल वॉर्ड की भी व्यवस्था की गई है। एक सीनियर ऑफिसर ने बताया कि मरीजों को देखते हुए अस्पतालों में फीवर वॉर्ड अभी एक महीने और रखने का निर्णय लिया गया है।

सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि दिसबंर तक फीवर वॉर्ड में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों के लिए बेड आरक्षित रखा जाए। जबकि स्वाइन फ्लू को लेकर अलग से आइसोलेशन वॉर्ड के निर्देश भी जारी हो चुके हैं।

इन अस्पतालों में हैं मरीज
मोतीनगर स्थित सामान्य अस्पताल, मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, पूठ खुर्द स्थित वाल्मिकी अस्पताल, अरुणा आसिफ अली अस्पताल में एक या दो बेड ही खाली पड़े हैं। जबकि कलावती अस्पताल, जीटीबी, डॉ हेडगेवार, दीनदयाल अस्पताल, गुरुगोविंद सिंह अस्पताल में 60 फीसदी बेड खाली हैं। एम्स और सफदरजंग में भी डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों के लिए 141 बेड आरक्षित हैं, जिनमें से 45 बेड अभी खाली पड़े हैं।

स्वाइन फ्लू की तैयारियां शुरू
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि स्वाइन फ्लू को लेकर सभी अस्पतालों को तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। कई अस्पतालों में टैमी फ्लू दवा का स्टॉक भी पर्याप्त है। हालांकि सफदरजंग और एम्स जैसे बड़े अस्पतालों में आइसोलेशन वॉर्ड की व्यवस्था कर ली गई है। उन्होंने बताया कि अभी तक एक भी मामला स्वाइन फ्लू का सामने नहीं आया है।

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