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कोरोना की बीमारी दे रही स्किन प्रॉब्लम? RML हॉस्पिटल के सर्वे ने बजाई खतरे की घंटी

Corona Skin Problems News : अमेरिकन कॉलेज ऑफ डर्मेटोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित स्टडी के अनुसार, कोविड रोगियों में त्वचा से संबंधित विभिन्न बदलावों से जुड़े संकेतों का जिक्र किया गया है। हालांकि, ये ज्यादातर स्किन एक्सपर्ट की तरफ से सीधे तौर पर नहीं देखे गए थे। यह फोटोग्राफिक या ऐप-बेस्ड ऑब्जर्वेशन पर आधारित थे।

Edited byअनिल कुमार | टाइम्स न्यूज नेटवर्क 16 Jan 2022, 8:41 am

हाइलाइट्स

  • RML हॉस्पिटल की टीम ने 400 कोरोना संक्रमित लोगों पर किया सर्वे
  • सर्वे में शामिल 170 पेशेंट सीरियस थे और उन्हें ICU में भर्ती किया गया था
  • विदेश में हुई कुछ स्टडी में भी कोरोना और स्किन इन्फेक्शन का कनेक्शन
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नई दिल्ली
कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद क्या स्किन से जुड़ी बीमारी हो जाती है। कोरोना संक्रमण से उबर चुके लोगों में खुजली, त्वचा पर निशान, लाल चकत्ते जैसे कई तरह की समस्या देखने को मिल रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इन स्किन प्रॉब्लम का कोरोना से कोई संबंध है। सीधे तौर पर अभी तक ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया है जिससे यह कहा जा सके कि कोविड और स्किन प्रॉब्लम के बीच सीधा संबंध हैं। हालांकि, दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने इससे जुड़ा एक सर्वे किया है।
अस्पताल की टीम ने 400 लोगों पर किया सर्वे
अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने कोरोना संक्रमित 400 लोगों पर एक सर्वे किया। इस सर्वे में शामिल लोगों में कुछ में स्किन से जुड़ी समस्याएं पाई गईं। सर्वे में शामिल 170 लोगों में कोरोना संक्रमण के बाद सीरियस थे और उन्हें आईसीयू में एडमिट करना पड़ा था। अमेरिकन कॉलेज ऑफ डर्मेटोलॉजी के जर्नल में प्रकाशित स्टडी के अनुसार, कोविड रोगियों में त्वचा से संबंधित विभिन्न बदलावों से जुड़े संकेतों का जिक्र किया गया है। हालांकि, ये ज्यादातर स्किन एक्सपर्ट की तरफ से सीधे तौर पर नहीं देखे गए थे। यह फोटोग्राफिक या ऐप-बेस्ड ऑब्जर्वेशन पर आधारित थे।

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कोविड से जुड़े स्किन प्रॉब्लम दुर्लभ
आरएमएल की स्टडी में मध्यम कोविड लक्षणों वाले 270 और गंभीर लक्षणों वाले आईसीयू में 170 रोगियों को शामिल किया गया। रिसर्चर्स ने कहा कि वार्डों में भर्ती 270 रोगियों में से केवल सात और 170 आईसीयू रोगियों में से तीन में त्वचा से जुड़ी दिक्कत देखने को मिली। डर्मोटॉलजी के प्रोफेसर कबीर सरदाना ने कहा कि कोविड के बाद स्किन से जुड़े लक्षण दुर्लभ थे। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उन्हें पिछली स्टडी में वास्तव में कम करके आंका गया हो।


स्किन से जुड़ी कोई महत्वपूर्ण समस्या नहीं
स्टडी की एक अन्य प्रमुख लेखिका डॉ सुरभि सिन्हा ने कहा कि जहां कोरोना संक्रमण से जुड़े स्किन प्रॉब्लम अधिकतर इमेज बेस्ड थे ना कि पेशेंट की फिजिकल चेकअप के आधार पर। सिन्हा ने कहा कि हमारी स्टडी अस्पताल में भर्ती मामलों की सबसे बड़ी स्टडी है और यह कोविड रोगियों में त्वचा संबंधी कोई महत्वपूर्ण समस्या नहीं दर्शाती है।


विदेश में हुए सर्वे में स्किन प्रॉबलम का जिक्र
डॉक्टरों ने कहा कि कोविड के साथ स्किन प्रॉब्लम के संबंध का पता लगाने से पहले अधिक सतर्क व्याख्या और डेटा के बड़े लेवल पर केस-कंट्रोल एनालिसिस की आवश्यकता थी। पहले विदेश में किए गए कुछ स्टडी ने सुझाव दिया था कि कोविड स्किन प्रॉब्लम की वजह हो सकता है। उदाहरण के लिए कोविड इन्फेक्शन के बाद पैर की उंगलियों में सूजन और रंग में बदलाव। कुछ स्टडी में कोविड और पैची रैश और फफोले जैसी स्थितियों का जिक्र किया था।
लेखक के बारे में
अनिल कुमार
अनिल पिछले एक दशक से अधिक समय से मीडिया इंडस्ट्री में एक्टिव हैं। दैनिक जागरण चंडीगढ़ से 2009 में रिपोर्टिंग से शुरू हुआ सफर, दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका, अमर उजाला, जनसत्ता.कॉम होते हुए नवभारतटाइम्स.कॉम तक पहुंच चुका है। मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं लेकिन पढ़ाई-लिखाई दिल्ली से हुई है। स्पोर्ट्स और एजुकेशन रिपोर्टिंग के साथ ही सेंट्रल डेस्क पर भी काम करने का अनुभव है। राजनीति, खेल के साथ ही विदेश की खबरों में खास रुचि है।... और पढ़ें

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