नई दिल्ली
दिल्ली यूनिवर्सिटी में अब एडमिशन की प्रक्रिया 1 मई से शुरू नहीं हो पाएगी। यूनिवर्सिटी की एडमिशन कमिटी का कहना है कि अब रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया मई के दूसरे हफ्ते ही शुरू हो पाएगी। इस बार डीयू एडमिशन प्रक्रिया में कुछ बदलाव होने हैं, जिसकी तैयारी अभी बाकी है और इसी वजह से इसे 1 मई से शुरू नहीं किया जा सकता।
इस हफ्ते शेड्यूल और बदलावों को लेकर कुछ ऐलान किए जा सकते हैं। एडमिशन कमिटी की सब-कमिटी की मीटिंग चल रही हैं और जल्द ही इन बदलावों और शेड्यूल फाइनल करने की उम्मीद है। डीयू का इरादा था कि इस बार अंडरग्रैजुएट प्रोग्राम के लिए एडमिशन प्रोसेस करीब एक महीने पहले 15 अप्रैल से शुरू कर दिया जाए, मगर तैयारियां पूरी ना होने की वजह से संभावित तारीख 1 मई रखी गई। मगर अब भी काम पूरा ना होने की वजह से इसे मई दूसरे हफ्ते बताया जा रहा है।
डीयू में इस बार एडमिशन की प्रक्रिया में होने वाले बदलाव खासतौर पर कटऑफ से जुड़े बदलाव की वजह से एडमिशन कमिटी के पास काफी काम है। डीयू के डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ राजीव गुप्ता कहते हैं, काम अभी बाकी है, उम्मीद है कि मई दूसरे हफ्ते रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएं।
एडमिशन कमिटी से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि डीयू इस बार कुछ बदलाव होने हैं, इसके लिए हमें सिस्टम बदलना है, जिसमें वक्त लग रहा है। हालांकि, एडमिशन प्रक्रिया लेट नहीं है। एडमिशन कमिटी का इरादा था कि डीयू के रजिस्ट्रेशन विंडो को पहले ही खोला जाए और सीबीएसई रिजल्ट (संभावित मई तीसरे हफ्ते) के आसपास इसे फिर से खोला जाए ताकि नंबर अपलोड किए जा सकें मगर अब यह मुमकिन होता नहीं लगता। मई आने की वजह से रजिस्ट्रेशन विंडो के एक ही बार में पूरी तरह से खुलने की उम्मीद है।
डीयू में करीब 66,000 सीटों के लिए एडमिशन प्रोसेस होगा और उम्मीद है कि इस बार कटऑफ की संख्या कम होंगी। साथ ही, कटऑफ में कैंसिलेशन पर लगाम लगाई जाएगी और इसकी फीस भी बढ़ाई जाएगी। ईसीए-स्पोर्ट्स के नियमों में भी कुछ बदलाव होंगे, जैसे ईसीए के लिए हर कॉलेज को 1% सीटें रिजर्व रखना जरूरी होगा। दोनों कैटिगरी के ट्रायल भी 20 मई के आसपास शुरू होंगे। पिछले साल यह जून में हुए हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में अब एडमिशन की प्रक्रिया 1 मई से शुरू नहीं हो पाएगी। यूनिवर्सिटी की एडमिशन कमिटी का कहना है कि अब रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया मई के दूसरे हफ्ते ही शुरू हो पाएगी। इस बार डीयू एडमिशन प्रक्रिया में कुछ बदलाव होने हैं, जिसकी तैयारी अभी बाकी है और इसी वजह से इसे 1 मई से शुरू नहीं किया जा सकता।
इस हफ्ते शेड्यूल और बदलावों को लेकर कुछ ऐलान किए जा सकते हैं। एडमिशन कमिटी की सब-कमिटी की मीटिंग चल रही हैं और जल्द ही इन बदलावों और शेड्यूल फाइनल करने की उम्मीद है। डीयू का इरादा था कि इस बार अंडरग्रैजुएट प्रोग्राम के लिए एडमिशन प्रोसेस करीब एक महीने पहले 15 अप्रैल से शुरू कर दिया जाए, मगर तैयारियां पूरी ना होने की वजह से संभावित तारीख 1 मई रखी गई। मगर अब भी काम पूरा ना होने की वजह से इसे मई दूसरे हफ्ते बताया जा रहा है।
डीयू में इस बार एडमिशन की प्रक्रिया में होने वाले बदलाव खासतौर पर कटऑफ से जुड़े बदलाव की वजह से एडमिशन कमिटी के पास काफी काम है। डीयू के डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ राजीव गुप्ता कहते हैं, काम अभी बाकी है, उम्मीद है कि मई दूसरे हफ्ते रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएं।
एडमिशन कमिटी से जुड़े एक अधिकारी का कहना है कि डीयू इस बार कुछ बदलाव होने हैं, इसके लिए हमें सिस्टम बदलना है, जिसमें वक्त लग रहा है। हालांकि, एडमिशन प्रक्रिया लेट नहीं है। एडमिशन कमिटी का इरादा था कि डीयू के रजिस्ट्रेशन विंडो को पहले ही खोला जाए और सीबीएसई रिजल्ट (संभावित मई तीसरे हफ्ते) के आसपास इसे फिर से खोला जाए ताकि नंबर अपलोड किए जा सकें मगर अब यह मुमकिन होता नहीं लगता। मई आने की वजह से रजिस्ट्रेशन विंडो के एक ही बार में पूरी तरह से खुलने की उम्मीद है।
डीयू में करीब 66,000 सीटों के लिए एडमिशन प्रोसेस होगा और उम्मीद है कि इस बार कटऑफ की संख्या कम होंगी। साथ ही, कटऑफ में कैंसिलेशन पर लगाम लगाई जाएगी और इसकी फीस भी बढ़ाई जाएगी। ईसीए-स्पोर्ट्स के नियमों में भी कुछ बदलाव होंगे, जैसे ईसीए के लिए हर कॉलेज को 1% सीटें रिजर्व रखना जरूरी होगा। दोनों कैटिगरी के ट्रायल भी 20 मई के आसपास शुरू होंगे। पिछले साल यह जून में हुए हैं।