वस, नई दिल्ली : मेयर आदेश गुप्ता ने मौके का मुआयना किया और अस्पताल में भर्ती लोगों के परिजनों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि एमसीडी कमिश्नर को संबंधित इलाके के जूनियर इंजीनियर (जेई), असिस्टेंट इंजीनियर (एई) और एग्जिक्युटिव इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा उन्होंने कमिश्नर को पूरे मामले की जांच कराने के लिए भी कहा है।
मेयर आदेश गुप्ता के अनुसार, यह बेहद दुखद घटना है। जिन बच्चों की हादसे में मौत हुई है, उनके परिजनों से भी अस्पताल में उन्होंने मुलाकात की। उनसे बातचीत भी की और उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया। उनका कहना था कि आसपास के लोगों ने बताया कि बिल्डिंग जर्जर होने की शिकायत एमसीडी अफसरों से करीब 13 महीने पहले ही की गई थी, लेकिन एमसीडी ने बिल्डिंग को खाली नहीं कराया। लोगों की इन शिकायतों के बाद उन्होंने अफसरों को यह जांच करने के लिए भी कहा है कि शिकायत के बाद भी इसे खतरनाक बिल्डिंग क्यों नहीं घोषित किया गया?