वरिष्ठ संवाददाता, नई दिल्ली
पैरा मिलिट्री फोर्स में तैनात शहीद जवानों की बेटियों को इंटरनैशनल लेवल की एजुकेशन देने के लिए स्कूल बनाया जाएगा। यह पहल नई दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल (एनडीएमसी) कर रही है। स्कूल का नाम नवयुग गर्ल्स इंटरनैशनल होगा। एजुकेशन क्वॉलिटी में यह विदेशों के स्कूल से कम नहीं होगा। किसी भी सरकारी संस्था का दिल्ली में बनने वाला यह पहला इंटरनैशनल स्कूल होगा। स्कूल परिसर में ही लड़कियों के लिए 100 बेड का हॉस्टल भी बनाया जाएगा।
एनडीएमसी चेयरमैन के अनुसार लोधी रोड कैंपस में एनडीएमसी के 5 स्कूल हैं, जिसमें एनपी सीनियर सेकंडरी स्कूल, एनपी प्राइमरी स्कूल, एनपी नर्सरी स्कूल, नवयुग सीनियर सेकंडरी स्कूल और नवयुग प्राइमरी स्कूल शामिल हैं। इन स्कूलों में करीब 2500 स्टूडेंट हैं। इन सभी स्कूलों को मिलाकर नवयुग इंटरनैशनल स्कूल बनाया जाएगा। लड़कियों के अलावा यहीं एनडीएमसी बॉयज इंटरनैशनल स्कूल भी बनाया जाएगा, जिसमें लड़कों को एजुकेशन दिया जाएगा।
नवयुग गर्ल्स इंटरनैशनल स्कूल में पढ़ने वाली शहीदों की बेटियों के लिए 100 बेड का हॉस्टल भी तैयार किया जाएगा। सिर्फ शहीदों के बेटियों को ही जगह मिलेगी। समान लाने, उसके लोडिंग और अनलोडिंग के पैसे भी एनडीएमसी ही भुगतान करेगा। अफसरों का कहना है कि यह हॉस्टल एनडीएमसी में अभी तक बने गर्ल्स हॉस्टल में सबसे बेहतरीन बनाया जाएगा, जिसमें तमाम सुविधाएं होंगी।