\Bविशेष संवाददाता, नई दिल्ली\B
\Bसुबह 9:45\B बजे जेबतराशों के एक गैंग ने एक युवक की जेब से मोबाइल निकाल लिया। चार-पांच का गैंग देखकर पीड़ित ने खामोश रहना बेहतर समझा। लेकिन पुलिस को कॉल कर वो भी जेबतराशों के पीछे हो लिया, जो बस में चढ़ चुके थे। पीसीआर स्टाफ ने पीड़ित की लोकेशन पूछी और बस को रुकवा लिया। पीड़ित ने एक को पहचान लिया तो पुलिस ने उसे तुरंत काबू कर लिया। लेकिन बाकी भीड़ का फायदा उठाकर फरार हो गए। दबोचे गए बदमाश पर जेबतराशी और स्नैचिंग के 24 मुकदमे दर्ज थे।
डीसीपी (पीसीआर) शरत सिन्हा ने बताया कि एएसआई राजबीर, गनमैन कॉन्स्टेबल राजेश और एएसआई ड्राइवर रोहताश सिंह विकासपुरी इलाके में तैनात थे। मंगलवार सुबह करीब 9:45 बजे उन्हें कॉल मिली। इसमें एक लड़के का फोन निकालने की बात कही गई थी। कॉलर का कहना था कि चार-पांच युवक होने से वो उनसे कुछ कह नही पा रहा है। पीसीआर स्टाफ ने तुरंत लोकेशन पूछी। कॉलर ने बताया कि जेबतराश बस रूट नंबर 972 में सवार होकर उत्तम नगर की तरफ जा रहे हैं। वह टैक्सी से बस का पीछा कर रहा है। पीसीआर स्टाफ ने बताई गई दिशा की तरफ खोज शुरू कर दी। धोली प्याऊ रेडलाइट पर बस मिल गई तो जिप्सी आगे अड़ाकर बस को रुकवा लिया। पीड़ित भी वहां पहुंच गया और पूरी बात समझाई। पुलिस बस में चढ़ गई, जिसे देखकर बदमाश पीछे वाले गेट से निकलकर भागने लगा।
पुलिस ने पीछा कर आरोपी को पकड़ लिया। इसकी पहचान जहांगीरपुरी में रहने वाले रतन (48) के तौर पर हुई। इसके खिलाफ अलग-अलग थानों में 24 मामले दर्ज मिले हैं। पता चला कि सुबह 9 बजे रतन ने बस रूट 879 में उत्तम नगर के नाजिम का फोन भी निकाला था। भीड़ का फायदा बाकी साथी उठाकर फरार हो गए। विकासपुरी पुलिस उनकी तलाश कर रही है।