नई दिल्ली
रामलीला के कलाकार और कार्यकर्ता शोभा यात्रा (झांकी) निकालने गए थे, उनके पीछे से कुछ लोगों ने रावण व अन्य पुतलों में आग लगा दी। यह वाकया लक्ष्मी नगर मंगल बाजार में हुआ। इस वजह से रामलीला कराने वाले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में काफी गुस्सा है। वे देर रात तक शकरपुर थाने में डटे थे। पुलिस को लिखित शिकायत भी दी है।
लीला का मंचन सुभाष चौक पर श्री परशुराम राम लीला कमिटी द्वारा किया जा रहा था। कमिटी के पदाधिकारियों का आरोप है कि लीला के बाल कलाकारों ने बड़ी मेहनत से लीला का मंचन पूरा किया था, लेकिन ऐन मौके पर उन्हें यह सब देखने को मिला। वे झांकी निकालकर लौटे तो रावण के पुतले फुंक चुके थे। कुछ लोगों ने मनमाने ढंग से पुतलों में आग लगा दी थी।
इस बारे में कमिटी के संरक्षक और निगम पार्षद संतोष पाल ने कहा कि यह मामला उनकी जानकारी में भी आया है, लेकिन असल घटनाक्रम क्या हुआ, विवाद कैसे पैदा हुआ, इस बारे में फिलहाल पूरी जानकारी नहीं मिली थी। वह देर रात तक अन्य जगहों के रामलीला कार्यक्रम में व्यस्त रहे थे। जिन पर आरोप लगाया जा रहा है, वे भी कॉलोनी के रहने वाले हैं।
ऐसे में आपसी बातचीत से विवाद हल हो सकता है। दूसरी ओर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में शिकायत मिली है, ऐसा लग रहा है कि पुतला दहन आपसी खींचतान के चलते किया गया है। आपसी विवाद का मामला लग रहा है, इसलिए पुलिस ने फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की है।
रामलीला के कलाकार और कार्यकर्ता शोभा यात्रा (झांकी) निकालने गए थे, उनके पीछे से कुछ लोगों ने रावण व अन्य पुतलों में आग लगा दी। यह वाकया लक्ष्मी नगर मंगल बाजार में हुआ। इस वजह से रामलीला कराने वाले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में काफी गुस्सा है। वे देर रात तक शकरपुर थाने में डटे थे। पुलिस को लिखित शिकायत भी दी है।
लीला का मंचन सुभाष चौक पर श्री परशुराम राम लीला कमिटी द्वारा किया जा रहा था। कमिटी के पदाधिकारियों का आरोप है कि लीला के बाल कलाकारों ने बड़ी मेहनत से लीला का मंचन पूरा किया था, लेकिन ऐन मौके पर उन्हें यह सब देखने को मिला। वे झांकी निकालकर लौटे तो रावण के पुतले फुंक चुके थे। कुछ लोगों ने मनमाने ढंग से पुतलों में आग लगा दी थी।
इस बारे में कमिटी के संरक्षक और निगम पार्षद संतोष पाल ने कहा कि यह मामला उनकी जानकारी में भी आया है, लेकिन असल घटनाक्रम क्या हुआ, विवाद कैसे पैदा हुआ, इस बारे में फिलहाल पूरी जानकारी नहीं मिली थी। वह देर रात तक अन्य जगहों के रामलीला कार्यक्रम में व्यस्त रहे थे। जिन पर आरोप लगाया जा रहा है, वे भी कॉलोनी के रहने वाले हैं।
ऐसे में आपसी बातचीत से विवाद हल हो सकता है। दूसरी ओर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में शिकायत मिली है, ऐसा लग रहा है कि पुतला दहन आपसी खींचतान के चलते किया गया है। आपसी विवाद का मामला लग रहा है, इसलिए पुलिस ने फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की है।