\Bवस, नई दिल्ली : \Bचुनाव आयोग की बार-बार हिदायतों के बाद भी पिछले एक हफ्ते के दौरान राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव आचार संहिता का जिस तरह से उल्लंघन किया, उसके बाद आयोग ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि कोई भी राजनीतिक पार्टी जाति और धर्म के आधार पर किसी से वोट की मांग नहीं कर सकती। चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक पार्टियां कोई भी ऐसी गतिविधि न करें, जिससे जाति, धर्म और कम्युनिटी के बीच तनाव पैदा हो और इससे आपसी सद्भावना को खतरा पैदा हो। आयोग ने चेतावनी दी है कि अगर राजनीतिक पार्टियां इसके बाद भी नहीं मानीं, तो उनके नेताओं या कार्यकर्ताओं के खिलाफ सीधे एफआईआर कराई जाएगी। एडवाइजरी में कहा गया है कि राजनीतिक पार्टियों के नेता या कार्यकर्ता चुनावी सभाओं में या प्रचार के दौरान कोई भी ऐसी बात न कहें, जो महिलाओं की अस्मिता के खिलाफ हो। चुनाव प्रचार या ऐसी किसी गतिविधि के लिए धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
नेताजी ने बयान पर नहीं लगाई लगाम, तो सीधे FIR
\Bचुनाव आयोग की बार-बार हिदायतों के बाद भी पिछले एक हफ्ते के दौरान राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव आचार संहिता का जिस तरह से उल्लंघन किया, उसके बाद आयोग ...
Navbharat Times 30 Jan 2020, 8:00 am