वरिष्ठ संवाददाता, नई दिल्ली
गुरुवार को नॉर्थ एमसीडी के पार्षद सदन में जलभराव और नालों की सफाई न होने के मुद्दे पर भिड़ गए।
सत्तारुढ़ एमसीडी पार्षदों ने आरोप लगाया कि पीडब्ल्यूडी ने अब तक बड़े नालों की सफाई नहीं की है। इससे 4 फुट या इससे छोटे नालों से बारिश का पानी नहीं निकल पा रहा है। इससे कॉलोनियों में हल्की बारिश होते ही जलभराव की समस्या खड़ी हो जाती है। आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने मेयर और अफसरों पर आरोप लगाया कि नॉर्थ दिल्ली के किसी भी एरिया में नालों की ठीक से सफाई नहीं हुई है। इससे जलभराव की समस्या हो जाती है। एक-दूसरे के खिलाफ आरोप लगाने से हंगामा खड़ा हो गया। इसके बाद मेयर प्रीति अग्रवाल ने सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने आरोप लगाया कि नॉर्थ दिल्ली के किसी भी इलाके में नालों की ठीक से सफाई नहीं की गई है। नालों की सफाई केवल कागजों तक ही सीमित है, जिससे मई में हल्की बारिश के बाद 370 स्थानों पर जलभराव की समस्या खड़ी हो गई थी। आजादपुर, रोहिणी, मॉडल टाउन और नरेला में तो 4 फुट या इससे छोटे जितने भी नाले हैं, उनकी सफाई ही नहीं की गई है। सदन में नालों की सफाई पर पार्षद एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे।
वॉर्डों के परिसीमन 3 महीने से न करने पर बीजेपी पार्षद जयप्रकाश ने निंदा प्रस्ताव पेश किया, जिससे पास भी कर दिया गया। कांग्रेस पार्षदों ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया। कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल ने परिसीमन के मुद्दे पर बीजेपी और आप दोनों को दोषी ठहराया।