नई दिल्ली: इस साल नवंबर की शुरुआत सबसे साफ हुई है। हर साल नवंबर के शुरुआती दिन राजधानी में प्रदूषण की हेल्थ इमरजेंसी लेकर आते थे। स्कूलों के साथ इंडस्ट्री और कंस्ट्रक्शन सब बंद हो जाता था। साल के सबसे प्रदूषित महीने के सबसे प्रदूषित ये दिन इस बार साफ रहे हैं। शुरुआती तीन दिनों में एक दिन तो एक्यूआई 300 से कम रहा, जो एक्यूआई सिस्टम आने के बाद पहली बार है। एक्यूआई सिस्टम 2015 में शुरू किया गया था।
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एक्सपर्ट के अनुसार, नवंबर के शुरुआत में प्रदूषण के बैकफुट पर रहने की वजह यही है कि मौसम पूरा साथ दे रहा है। इन दिनों हवा की स्पीड लगभग जीरो रहती है। इस साल कई बार यह दोपहर के समय तो 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रही। न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आ रही है, लेकिन अधिकतम तापमान स्थिर बना हुआ है। एक और फैक्टर यह भी है कि इस बार दिवाली अक्टूबर के अंत या नवंबर के शुरुआत में नहीं आई है। दशहरे पर भी रावण दहन महज 5 प्रतिशत हुआ है।
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नवंबर के शुरुआती तीन दिनों में जब राजधानी में आमतौर पर प्रदूषण 450 से भी ऊपर पहुंच जाता है उस समय राजधानी को एक्यूआई 300 के आसपास है। हालांकि, आने वाले समय में संभावना है खासकर दिवाली के आसपास कि प्रदूषण पीक पर होगा। उस समय अधिकतम तापमान में भी गिरावट आ रही होगी। अगर, दिवाली पर आतिशबाजी हुई तो स्थिति भयावह हो सकती है।
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