Pick & Drop System: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कैब बुलाने वालों को देना पड़ रहा पार्किंग चार्ज
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को आजकल खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। कैब पिकअप की व्यवस्था न होने से यात्रियों को या तो अपना सामान उठाकर बाहर तक जाकर कैब लेनी पड़ रही है या फिर किराए के अलावा पार्किंग चार्ज भी देना पड़ रहा है।
हाइलाइट्स
- नई दिल्ली स्टेशन पर पिक एंड ड्रॉप के पेड पिस्टम को फिर लागू किया गया
- यात्रियों को या तो अपना सामान उठाकर बाहर जाकर कैब लेनी पड़ रही है
- अंदर को कैब बुलाने पर किराए के अलावा पार्किंग चार्ज भी देना पड़ रहा है
- प्राइवेट कैब चालकों ने नई दिल्ली स्टेशन पर अजमेरी गेट साइड प्रोटेस्ट किया
- रेलवे के अधिकारियों ने उन्हें कोई छूट देने से साफ इनकार कर दिया है
नई दिल्ली: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरे यात्रियों को मोबाइल ऐप आधारित कैब बुलाना भारी पड़ रहा है। कैब वाले स्टेशन पहुंचने से पहले यात्रियों से साफ कह दे रहे हैं कि या तो उन्हें अपना सारा सामान लेकर स्टेशन परिसर से बिल्कुल बाहर मेन रोड की तरफ आना होगा। अगर, वे कैब को अंदर तक बुलाना चाहते हैं, तो फिर इसके बदले में उन्हें स्टेशन पर लग रहा पार्किंग चार्ज देना पड़ेगा।
यात्रियों को या तो अपना सामान उठाकर बाहर तक जाकर कैब लेनी पड़ रही है या फिर किराए के अलावा पार्किंग चार्ज भी देना पड़ रहा है। सोमवार को प्राइवेट कैब चालकों ने नई दिल्ली स्टेशन पर अजमेरी गेट की तरफ प्रोटेस्ट भी किया और रेलवे के अधिकारियों से उनके लिए भी पार्किंग चार्ज माफ करने की मांग की। अधिकारियों ने उन्हें ऐसी कोई छूट देने से साफ इनकार कर दिया।
आम लोगों को भी हो रही दिक्कत
कैब चालकों के साथ-साथ रेलवे स्टेशन पर अपने किसी परिजन या रिश्तेदार को लेने या छोड़ने जाने वाले आम लोगों को भी इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें या तो पार्किंग चार्ज देना पड़ रहा है या फिर 8 मिनट के अंदर स्टेशन से बाहर निकलना पड़ रहा है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो फिर उन्हें भी अतिरिक्त चार्ज देना पड़ रहा है। इसके चलते कैब चालकों के साथ-साथ रेल यात्रियों को स्टेशन छोड़ने या लेने जा रहे अन्य लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। केवल ऑटो और काली-पीली टैक्सीवालों को ही इस सिस्टम से छूट दी गई है, लेकिन उनके स्टेशन परिसर में खड़े रहने की जगह और उनके आने-जाने का रास्ता पूरी तरह से अलग कर दिया गया है।
8 मिनट से ज्यादा रुके, तो होगी जेब ढीली
रेलवे ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अजमेरी गेट की तरफ बनाए गए पिक एंड ड्रॉप के पेड पिस्टम को एक बार फिर लागू कर दिया है। इसके तहत नॉन कमर्शल यानी प्राइवेट गाड़ी से आए लोग अगर सवार को ड्रॉप करके 8 मिनट के अंदर स्टेशन से बाहर निकल जाते हैं, तब तो उन्हें कोई चार्ज नहीं देना पड़ेगा, अगर 8 मिनट से ज्यादा समय हुआ, तो फिर 8 से 15 मिनट के लिए उन्हें 50 रुपये देने पड़ेंगे। 15 मिनट से लेकर आधे घंटे तक रुकने के लिए 200 रुपये चार्ज देना पड़ेगा। ऑटो और काली-पीली टैक्सी के अलावा दूसरी कमर्शल गाड़ी के लिए तो एंट्री भी फ्री नहीं है। ओला-उबर कैब चालकों को तो सवारी को पिक या ड्रॉप के लिए भी 30 रुपये देने पड़ रहे हैं और उन्हें केवल 8 मिनट की विंडो दी गई है। उसके बाद 8 से 15 मिनट के लिए उन्हें भी 50 रुपये और 15 से 30 मिनट के लिए 200 रुपये देने पड़ेंगे।
रोज कट रही हैं 4-5 हजार पर्चियां
अब पीक सीजन निकल चुका है, इसलिए स्टेशन पर भीड़ ज्यादा नहीं है। इसके बावजूद रोज यहां 4-5 हजार गाड़ियों की पर्ची कटने लगी है। रेलवे ने पिछले साल मार्च में अजमेरी गेट पर यह सिस्टम लागू किया था, लेकिन ट्रायल के दौरान सामने आई भारी दिक्कतों के चलते इसे रोक दिया गया था। उसके बाद कोविड आ गया और यह सिस्टम दोबारा शुरू नहीं हो पाया। अब स्थिति सामान्य होता देख एक बार फिर से इसे शुरू कर दिया गया है।
यात्रियों को या तो अपना सामान उठाकर बाहर तक जाकर कैब लेनी पड़ रही है या फिर किराए के अलावा पार्किंग चार्ज भी देना पड़ रहा है। सोमवार को प्राइवेट कैब चालकों ने नई दिल्ली स्टेशन पर अजमेरी गेट की तरफ प्रोटेस्ट भी किया और रेलवे के अधिकारियों से उनके लिए भी पार्किंग चार्ज माफ करने की मांग की। अधिकारियों ने उन्हें ऐसी कोई छूट देने से साफ इनकार कर दिया।
आम लोगों को भी हो रही दिक्कत
कैब चालकों के साथ-साथ रेलवे स्टेशन पर अपने किसी परिजन या रिश्तेदार को लेने या छोड़ने जाने वाले आम लोगों को भी इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें या तो पार्किंग चार्ज देना पड़ रहा है या फिर 8 मिनट के अंदर स्टेशन से बाहर निकलना पड़ रहा है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो फिर उन्हें भी अतिरिक्त चार्ज देना पड़ रहा है। इसके चलते कैब चालकों के साथ-साथ रेल यात्रियों को स्टेशन छोड़ने या लेने जा रहे अन्य लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। केवल ऑटो और काली-पीली टैक्सीवालों को ही इस सिस्टम से छूट दी गई है, लेकिन उनके स्टेशन परिसर में खड़े रहने की जगह और उनके आने-जाने का रास्ता पूरी तरह से अलग कर दिया गया है।
8 मिनट से ज्यादा रुके, तो होगी जेब ढीली
रेलवे ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अजमेरी गेट की तरफ बनाए गए पिक एंड ड्रॉप के पेड पिस्टम को एक बार फिर लागू कर दिया है। इसके तहत नॉन कमर्शल यानी प्राइवेट गाड़ी से आए लोग अगर सवार को ड्रॉप करके 8 मिनट के अंदर स्टेशन से बाहर निकल जाते हैं, तब तो उन्हें कोई चार्ज नहीं देना पड़ेगा, अगर 8 मिनट से ज्यादा समय हुआ, तो फिर 8 से 15 मिनट के लिए उन्हें 50 रुपये देने पड़ेंगे। 15 मिनट से लेकर आधे घंटे तक रुकने के लिए 200 रुपये चार्ज देना पड़ेगा। ऑटो और काली-पीली टैक्सी के अलावा दूसरी कमर्शल गाड़ी के लिए तो एंट्री भी फ्री नहीं है। ओला-उबर कैब चालकों को तो सवारी को पिक या ड्रॉप के लिए भी 30 रुपये देने पड़ रहे हैं और उन्हें केवल 8 मिनट की विंडो दी गई है। उसके बाद 8 से 15 मिनट के लिए उन्हें भी 50 रुपये और 15 से 30 मिनट के लिए 200 रुपये देने पड़ेंगे।
रोज कट रही हैं 4-5 हजार पर्चियां
अब पीक सीजन निकल चुका है, इसलिए स्टेशन पर भीड़ ज्यादा नहीं है। इसके बावजूद रोज यहां 4-5 हजार गाड़ियों की पर्ची कटने लगी है। रेलवे ने पिछले साल मार्च में अजमेरी गेट पर यह सिस्टम लागू किया था, लेकिन ट्रायल के दौरान सामने आई भारी दिक्कतों के चलते इसे रोक दिया गया था। उसके बाद कोविड आ गया और यह सिस्टम दोबारा शुरू नहीं हो पाया। अब स्थिति सामान्य होता देख एक बार फिर से इसे शुरू कर दिया गया है।