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घायल डीसीपी की भी टाइम पर मदद नहीं कर पाई पुलिस

सीएए को लेकर लगातार जारी हिंसा में पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल सहित 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस हिंसा में घायल डीसीपी भी बाल-बाल बचे।

नवभारत टाइम्स 26 Feb 2020, 12:32 pm
नई दिल्ली
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हिंसा की लपटों में उत्तर-पूर्वी जिला आया तो उसकी चपेट में खुद शाहदरा डीसीपी अमित शर्मा समेत दर्जनों पुलिसकर्मी चपेट में आ गए। पुलिस आंसू गैस के गोले दागती रही। सोमवार को दंगाई हमला करते रहे। नतीजन शाहदरा डीसीपी अमित शर्मा और उनकी हिफाजती दस्ता घंटे भर तक दंगाइयों की भीड़ में बंधक बने रहे। पुलिसकर्मियों की जान पर बन आई।

वे महकमे से बार-बार मदद की गुहार लगाते। वायरलेस पर मैसेज फ्लैश होता रहा, मगर कोई सुनने को राजी नहीं। कुछ देर और होने पर कुछ भी हो सकता था। इस बात की तस्दीक उन ऑडियो से होती है, जिसमें पुलिस वाले बार-बार मदद की गुहार लगा रहे हैं। तीन ऑडियो (एनबीटी ऑडियो की पुष्टि नहीं करता) उस समय के हैं, जब डीसीपी शाहदरा अमित शर्मा, एसीपी अनुज और अन्य पुलिसकर्मी जान बचाकर एक छोटे से नर्सिंग में होम में घुस गए। यह इलाका था चांदबाग। तीनों ऑडियो में कही गई बातें हूबहू हैं। जिससे अंदाजा लग सकता है कि महकमे का खुफिया तंत्र सोता रहा।

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पहला ऑडियो
डीसीपी ऑपरेटर: ‘फ्रॉम शाहदरा कंट्रोल रूम…! सोलर वन साहब की गाड़ी को आग लगा दी है ओवर...
कंट्रोल रूम: कहां लगाई है
डीसीपी ऑपरेटर: ये शाहदरा डीसीपी चांद बाग में..., चांदबाग मजार के पास सोलर वन की गाड़ी को आग लगा दी है ओवर’…।
यह वह ऑडियो हैं, जिसमें डीसीपी खून से लथपथ हालत में बेहोश पड़े हैं। दंगाइयों में घिरा उनका ऑपरेटर डरी सहमी आवाज में वायरलेस से कंट्रोल रूम को मदद की गुहार लगा रहा है। सूत्रों की मानें तो थोड़ा और लेट होते तो डीसीपी अमित शर्मा की जान या उससे भी बड़ा जोखिम होता।

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दूसरा ऑडियो
'कोई भी हॉस्पिटल में प्लीज गाड़ी भिजवाएं बैक साइड अगर कोई हो तो प्लीज, हमें भीड़ ने घेर रखा है, प्लीज। डीसीपी साहब को चोट लगी है। और दो आदमी बहुत सीरियस हैं, प्लीज कोई अगर गाड़ी भिजवा सके तो हॉस्पिटल के बैक साइड गाड़ी भिजवाएं।'
इस ऑडियो में जब कोई मदद नहीं पहुंच सकी तो फिर से ऑपरेटर वायरलेस पर मैसेज देता है। जान लेने पर उतारू दंगाइयों की भीड़ में ऑपरेटर ‘प्लीज’ कहकर फंसे हुए सभी को रेस्क्यू कराने की कहता है। कुछ इसी तरह तीसरा ऑडियो भी है। जिसमें घबराए ऑपरेटर और पुलिसकर्मी फिर से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

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तीसरा ऑडियो
‘सर, कोई बात सुन रहा हो, नेटवर्क काम नहीं कर रहे हैं यहां, दो आदमी बिल्कुल सीरियस हैं, हम इस प्रोटेस्ट के पास एक छोटा सा हॉस्पिटल में, उसमें बंद पड़े हैं। भीड़ ने कैप्चर कर रखा है। आठ-दस आदमी हैं। बंधक बनाया हुआ है। भीड़ ने चारों तरफ से घेर रखा है, …अमित साहब को भी चोट लगी हुई है, इन्हें अंदर डाल रखा है... सीरियस हैं... गाड़ी भेजकर हमें जल्दी निकालो’…।

ये तीन ऑडियो हैं। पुलिस वालों के हैं। वायरलेस से जुड़े हुए हैं। डीसीपी अमित शर्मा की हालत सीरियस है, हालांकि खतरे से बाहर हैं।

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