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4 साल बाद दिल्ली में इतना प्रदूषित हुआ है दिसंबर, आज राहत पर कल से फिर परेशान करेगा स्मॉग

​​पिछले 2017 से 2019 के बीच दिसंबर में शुरुआती 13 दिनों में तो राजधानी को बहुत अधिक परेशान नहीं किया था। लेकिन इस बार कोरोना काल में प्रदूषण का ट्रेंड भी बदला हुआ दिख रहा है। एक्सपर्ट के अनुसार मौसम इसमें बड़ा फैक्टर निभा रहा है। हर साल दिसंबर में सर्दियां सेट हो जाती हैं।

Authored byपूनम गौड़ | नवभारत टाइम्स 14 Dec 2020, 9:05 am
नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम SMOG

4 साल बाद दिसंबर के शुरूआती 13 दिन इतने प्रदूषित रहे हैं। दो साल से दिसंबर के प्रदूषण पर GRAP (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) और कई तरह के एक्शन की वजह से प्रदूषण स्तर में जो कमी आ रही थी, वह इस बार नजर नहीं आ रही है। यदि बेहद खराब दिनों की बात करें तो 13 में से 10 दिन प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में रहा है। इससे अधिक बेहद खराब दिन 2015 में ही राजधानी को मिले थे जब इनकी संख्या 11 रही थी।

पिछले 2017 से 2019 के बीच दिसंबर में शुरुआती 13 दिनों में तो राजधानी को बहुत अधिक परेशान नहीं किया था। लेकिन इस बार कोरोना काल में प्रदूषण का ट्रेंड भी बदला हुआ दिख रहा है। एक्सपर्ट के अनुसार मौसम इसमें बड़ा फैक्टर निभा रहा है। हर साल दिसंबर में सर्दियां सेट हो जाती हैं। लेकिन इस बार शुरुआती दिनों में भी दिन के समय अच्छी खासी गर्मी चल रही है। साथ ही रात में न्यूनतम तापमान ज्यादातर दिनों में 10 डिग्री से नीचे रहा। कोहरा भी शुरू हो गया है। यही वजह है कि इस बार जहां बेहद खराब दिनों की संख्या पिछले चार सालों में सबसे अधिक रही है वहीं खराब दिनों की संख्या भी अब तक पिछले साल की तुलना में कम हो गई है। राहत सिर्फ एक बार की है कि गंभीर दिनों की संख्या कम रही है।

स्काईमेट के महेश पलावत के अनुसार इस बार नवंबर में भी प्रदूषण का ट्रेंड बदला दिखाई दिया था। शुरुआती पंद्रह दिन जहां प्रदूषण ने बहुत अधिक परेशान किया और वह सबसे प्रदूषित दिखाई दे रहा था, नवंबर के अंतिम पंद्रह दिनों में प्रदूषण बैकफुट पर दिखा। हवाओं की वजह से राजधानी को कोई परेशानी नहीं हुई। दिसंबर में भी अभी तक प्रदूषण ने पिछले सालों की तुलना में लोगों को अधिक परेशान किया है। प्रदूषण एक्सपर्ट डॉ. डी साहा के अनुसार नवंबर में पराली के साथ साथ सर्दियां सेट हो रही होती हैं। यही पैटर्न जनवरी में भी नजर आता है। जबकि दिसंबर नवंबर और जनवरी की तुलना में हर साल कम प्रदूषित रहता है। इसकी वजह मौसमी होती है, लेकिन इस बार मौसम राजधानी का साथ नहीं दे रहा है।

15 से फिर बढ़ेगा दिल्ली में प्रदूषण
आज प्रदूषण से दिल्ली को कुछ राहत मिलने की संभावना है। हालांकि यह खराब स्तर पर रह सकता है। पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं ने रविवार को प्रदूषण के स्तर को तेजी से कम किया। सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार रविवार को राजधानी का एक्यूआई (एयर क्वॉलिटी इंडेक्स) 305 रहा। जबकि सुबह 7 बजे यह 351 था, लेकिन हवाएं चलने की वजह से इसमें तेजी से कमी आई। एनसीआर समेत अन्य प्रदूषित शहरों की स्थिति में भी सुधार हुआ है। बहादुरगढ़ में एक्यूआई 256, बल्लभगढ़ में 169, भिवाड़ी में 295, फरीदाबाद में 303, गाजियाबाद में 318, ग्रेटर नोएडा में 332, गुरुग्राम में 239, मानेसर में 203, नोएडा में 322, पलवल में 119 और पानीपत में यह 229 रहा। सफर के अनुसार रविवार को प्रदूषण का स्तर बेहद खराब स्तर पर रहा। जमीनी सतह पर मध्यम गति की हवाएं चलीं, जिसकी वजह से प्रदूषक तत्वों को छंटने की जगह मिली। 14 दिसंबर को प्रदूषण खराब स्तर पर रह सकता है।
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पूनम गौड़

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