प्रस, नई दिल्ली : निजीकरण, बेरोजगारी, ईवीएम की बेईमानी, उच्च न्यायपालिका में आरक्षण, संविधान और लोकतंत्र पर मंडरा रहे खतरे और भागीदारी के सवाल पर देश के सभी दलित-आदिवासी-पिछड़े और अल्पसंख्यक संगठनों के तत्वावधान में 1 दिसंबर को रामलीला मैदान में महारैली होगी। कांग्रेस नेता डॉ. उदित राज की अगुवाई में आयोजित इस महारैली में निजीकरण की मार झेल रहे दर्जनों कंपनियों बीपीसीएल, रेलवे, एयर इंडिया, बीएसएनएल, एमटीएनएल, गेल, भेल जैसी कंपनियों के कर्मचारी और अधिकारी भी इस रैली का हिस्सा होंगे। पूरे देश में कर्मचारियों के हित की लड़ाई लड़ने वाले तमाम कर्मचारी संगठन भी इस रैली में भागीदार होने जा रहे हैं। डॉ. उदित राज ने कहा कि निजीकरण के रास्ते बहुजनों के संवैधानिक आरक्षण पर हमले तेज कर दिए गए हैं। एक खास समुदाय द्वारा समाज में यह भ्रम फैलाया जाता रहा है कि आरक्षण एक खैरात है। लोगों को यह समझना पड़ेगा कि आरक्षण प्रतिनिधित्व से जुड़ा अधिकार है।
निजीकरण-बेरोजगारी के खिलाफ महारैली कल
निजीकरण, बेरोजगारी, ईवीएम की बेईमानी, उच्च न्यायपालिका में आरक्षण, संविधान और लोकतंत्र पर मंडरा रहे खतरे और भागीदारी के सवाल पर देश के सभी ...
Navbharat Times 30 Nov 2019, 8:00 am