नई दिल्ली
तिहाड़ जेल में पुरुष कैदियों के बाद अब यहां बंद महिला कैदियों के लिए भी सेमी ओपन जेल खोली जाएगी। दावा किया गया है कि महिला कैदियों के लिए यह देश की पहली सेमी ओपन जेल होगी, जो तिहाड़ जेल परिसर में खोली जाएगी।
अभी तक महिला कैदियों के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा इस तरह की कोई सुविधा नहीं दी जा रही थी जबकि पुरुष कैदियों के लिए सेमी ओपन जेल की सुविधा काफी समय से दी जा रही है।
तिहाड़ जेल सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह सेमी ओपन जेल यहां रेजिडेंशल कॉम्प्लेक्स में खोली जाएगी। इसके लिए इस रेजिडेंशल कॉम्प्लेक्स में तमिलनाडु स्पेशल पुलिस (टीएसपी) को दी गई बैरक खाली कराने के लिए बोला गया है, ताकि उस बैरक को महिला कैदियों के लिए सेमी ओपन जेल का रूप दिया जा सके।
सूत्रों का कहना है कि इस जेल में ठीक उसी तरह की महिला कैदियों को रखा जाएगा, जैसे कि वर्तमान में पुरुष कैदियों वाली सेमी ओपन जेल में कैदियों को रखा जा रहा है। इसमें फांसी की सजा पाए कैदियों को नहीं रखा जाएगा। बल्कि उम्रकैद से लेकर अन्य कई तरह के अपराधों में जिन कैदियों को लंबी सजा मिली हुई है, उन्हें रखा जाएगा।
इसमें जिस महिला कैदी की सजा कम से कम 12 साल पूरी हो गई हो और इस दौरान आचरण अच्छा रहा हो, उसके पास से जेल प्रशासन को कभी कोई प्रतिबंधित चीज ना मिली हो और उसने जेल के तमाम कायदे-कानूनों का पालन किया हो। साथ ही, जब-जब उसे परोल और फरलो मिली हो, वह समय पर जेल में आ गई हो। इस तरह की महिला कैदियों को इस सेमी ओपन जेल में रखा जाएगा। इसके लिए लिस्ट बनाई जा रही है।
हालांकि, रेजिडेंशल एरिया में बनाई जाने वाली इस सेमी ओपन जेल के लिए सेफ्टी और सिक्यॉरिटी के इंतजाम भी अधिक करने होंगे। सेमी ओपन जेल में रहने वाली महिला कैदी दिन के वक्त जेल की चारदीवारी से बाहर निकलकर काम कर सकेंगी और दिन ढलने पर उन्हें जेल में आना होगा।
तिहाड़ जेल में पुरुष कैदियों के बाद अब यहां बंद महिला कैदियों के लिए भी सेमी ओपन जेल खोली जाएगी। दावा किया गया है कि महिला कैदियों के लिए यह देश की पहली सेमी ओपन जेल होगी, जो तिहाड़ जेल परिसर में खोली जाएगी।
अभी तक महिला कैदियों के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा इस तरह की कोई सुविधा नहीं दी जा रही थी जबकि पुरुष कैदियों के लिए सेमी ओपन जेल की सुविधा काफी समय से दी जा रही है।
तिहाड़ जेल सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह सेमी ओपन जेल यहां रेजिडेंशल कॉम्प्लेक्स में खोली जाएगी। इसके लिए इस रेजिडेंशल कॉम्प्लेक्स में तमिलनाडु स्पेशल पुलिस (टीएसपी) को दी गई बैरक खाली कराने के लिए बोला गया है, ताकि उस बैरक को महिला कैदियों के लिए सेमी ओपन जेल का रूप दिया जा सके।
सूत्रों का कहना है कि इस जेल में ठीक उसी तरह की महिला कैदियों को रखा जाएगा, जैसे कि वर्तमान में पुरुष कैदियों वाली सेमी ओपन जेल में कैदियों को रखा जा रहा है। इसमें फांसी की सजा पाए कैदियों को नहीं रखा जाएगा। बल्कि उम्रकैद से लेकर अन्य कई तरह के अपराधों में जिन कैदियों को लंबी सजा मिली हुई है, उन्हें रखा जाएगा।
इसमें जिस महिला कैदी की सजा कम से कम 12 साल पूरी हो गई हो और इस दौरान आचरण अच्छा रहा हो, उसके पास से जेल प्रशासन को कभी कोई प्रतिबंधित चीज ना मिली हो और उसने जेल के तमाम कायदे-कानूनों का पालन किया हो। साथ ही, जब-जब उसे परोल और फरलो मिली हो, वह समय पर जेल में आ गई हो। इस तरह की महिला कैदियों को इस सेमी ओपन जेल में रखा जाएगा। इसके लिए लिस्ट बनाई जा रही है।
हालांकि, रेजिडेंशल एरिया में बनाई जाने वाली इस सेमी ओपन जेल के लिए सेफ्टी और सिक्यॉरिटी के इंतजाम भी अधिक करने होंगे। सेमी ओपन जेल में रहने वाली महिला कैदी दिन के वक्त जेल की चारदीवारी से बाहर निकलकर काम कर सकेंगी और दिन ढलने पर उन्हें जेल में आना होगा।