प्रमुख संवाददाता, नई दिल्ली
खालिस्तान समर्थक गोपाल सिंह चावला के साथ दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के प्रेजिडेंट मनजिंदर सिंह सिरसा की पाकिस्तान में हुई मुलाकात का एक फोटो सोशल मीडिया पर चर्चा में है। फोटो आने के बाद जैसे ही विवाद छिड़ा, सिरसा ने पूरे घटनाक्रम पर अपनी सफाई दी। सिरसा और चावला की फोटो सामने आने के बाद विपक्ष ने भी सिरसा पर कई सवाल खड़े किए हैं।
सिरसा ने ननकाना साहिब, पाकिस्तान से भेजे विडियो मे कहा कि चावला शरारती इंसान है। जब वह मंगलवार को ननकाना साहिब के एक कमरे में बैठे चाय पी रहे थे तो अचानक चावला उस कमरे में आ गया। उसके आते ही वह कमरे से उठकर बाहर आ गए। लेकिन चावला उनका पीछा करता हुआ बाहर आ गया और मुझसे बात करने की कोशिश की। सिरसा का दावा है कि इस बीच चावला के गनमैन ने पीछे से तस्वीर खींच ली। सिरसा ने कहा कि वह देशपरस्त हैं, इसलिए देश के किसी दुश्मन से मिलने का सवाल पैदा नहीं होता। इससे पहले करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान के साथ 14 जुलाई को हुई बातचीत से पहले पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के पूर्व महासचिव व आतंकी हाफिज सईद के नजदीकी चावला को कमिटी से बाहर करने की शर्त रखी गई थी। जिसके बाद चावला को पाकिस्तान सरकार ने पाकिस्तान गुरुद्वारा कमिटी का पुनर्गठन करके बाहर कर दिया था। 1 अगस्त को शिरोमणी कमिटी की तरफ से श्री ननकाना साहिब से भारत नगर कीर्तन आना है। इसी नगर कीर्तन में शामिल होने के लिए सिरसा मंगलवार सुबह वाघा बॉर्डर से ननकाना साहिब के लिए गए थे।
शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान महासचिव हरविंदर सिंह सरना ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के साथ चावला की फोटो आने पर सिरसा ने सबसे पहले सिद्धू को देशद्रोही बताया था। अब अपनी तस्वीर पर वह क्या कहेंगे?