नई दिल्ली।
अनलॉक प्रक्रिया के दौर में दोपहिया वाहनों के स्पेयर पार्ट्स और सर्विसिंग चार्ज भी काफी बढ़ गए हैं। दिल्ली में बहुत से लोग मोटर साइकल और स्कूटर से रोजमर्रा के काम निपटाते हैं। आमतौर पर निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार टू-वीलर्स का अधिक इस्तेमाल करते हैं। वाहनों में होने वाली खराबी, टूट-फूट और ठीक कराने के रेट बढ़ने से भी लोगों पर आर्थिक बोझ पड़ा है। करोल बाग स्थित नाईवालान की स्कूटर मार्केट में करीब 5 हजार दुकानें हैं। यहां दिल्ली स्कूटर ट्रेडर्स असोसिएशन के प्रधान दीपक सचदेवा ने कहा कि वैश्विक महामारी के दौर में महंगाई की मार भी दुकानदार झेल रहे हैं। लॉकडाउन के बाद कच्चे माल के रेट में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसके पीछे कारण नहीं समझ आ रहा। दो महीने में लोहे की कीमत 30 रुपये किलो तक बढ़ गई। प्लास्टिक और कॉपर के दाम भी आसमान छू रहे हैं। ऊपर से पेट्रोल और डीजल के बढ़ते रेट्स की वजह से ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ी है। लोग वर्क फ्रॉम होम को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं, साथ ही जिन्हें कहीं जाना भी है, तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज कर रहे हैं। इसका असर मार्केट पर पड़ा है। पिछले साल के लॉकडाउन के बाद स्पेयर पार्ट्स के बिजनेस में तेजी आई थी, जो इस बार नहीं दिख रही। बहुत सी परिवारों में कोविड से कैजुअल्टी हुई हैं, तो लोगों में खौफ बरकरार है। बाजार में लेबर की कमी के चलते सर्विस चार्ज भी बढ़ा है। मार्केट में काम भी उतना नहीं है। होलसेल का ऑर्डर भी कम आ रहा है। कई शहरों में अनलॉक प्रक्रिया में ढील मिल रही है, तो उम्मीद है कि आने वाले दिनों में काम बढ़ेगा। माल नहीं मिलने से भी धीमा पड़ा बिजनेस
लॉकडाउन से पहले जिस दुकान पर 10-10 लड़के काम करते थे। वहां 3 से 4 लड़के ही काम कर रहे हैं। व्यापारी को माल नहीं मिल पा रहा है। बिजनेस धीमा पड़ गया है। पिछले साल अनलॉक में दो महीने तक फुर्सत नहीं मिली थी। अब किसी तरह खर्चा पानी चला रहे हैं। दूर दराज के पुराने खरीदार ऑनलाइन पेमेंट कर रहे हैं, उन्हें माल भिजवा रहे हैं। वहीं यूपी, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड जैसे राज्यों के छोटे कारोबारी यहां आकर स्कूटर और बाइक के स्पेयर पार्ट्स ले जाते हैं। रॉ मैटेरियल के बढ़े रेट की वजह से भी काम में मंदी आई है। अब हमारी कोशिश है कि सभी दुकानदारों के कर्मचारियों को वैक्सीन लग जाए। इसके लिए किसी कंपनी से स्पॉन्सर कराने का प्रयास कर रहे हैं। क्षेत्रीय विधायक और एसडीएम से मिलकर स्कूटर मार्केट में वैक्सीनेशन कैंप लगवाने की अपील करेंगे। यदि स्टाफ सेफ हो जाएगा, तो चिंता नहीं रहेगी। दुकानदार तो खुद से डोज ले रहे हैं। ज्यादातर ने वैक्सीन ले भी ली।
विजय हुड़िया, स्पेयर पार्ट्स कारोबारी
अनलॉक प्रक्रिया के दौर में दोपहिया वाहनों के स्पेयर पार्ट्स और सर्विसिंग चार्ज भी काफी बढ़ गए हैं। दिल्ली में बहुत से लोग मोटर साइकल और स्कूटर से रोजमर्रा के काम निपटाते हैं। आमतौर पर निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार टू-वीलर्स का अधिक इस्तेमाल करते हैं। वाहनों में होने वाली खराबी, टूट-फूट और ठीक कराने के रेट बढ़ने से भी लोगों पर आर्थिक बोझ पड़ा है। करोल बाग स्थित नाईवालान की स्कूटर मार्केट में करीब 5 हजार दुकानें हैं। यहां दिल्ली स्कूटर ट्रेडर्स असोसिएशन के प्रधान दीपक सचदेवा ने कहा कि वैश्विक महामारी के दौर में महंगाई की मार भी दुकानदार झेल रहे हैं। लॉकडाउन के बाद कच्चे माल के रेट में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसके पीछे कारण नहीं समझ आ रहा। दो महीने में लोहे की कीमत 30 रुपये किलो तक बढ़ गई। प्लास्टिक और कॉपर के दाम भी आसमान छू रहे हैं। ऊपर से पेट्रोल और डीजल के बढ़ते रेट्स की वजह से ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ी है। लोग वर्क फ्रॉम होम को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं, साथ ही जिन्हें कहीं जाना भी है, तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज कर रहे हैं। इसका असर मार्केट पर पड़ा है। पिछले साल के लॉकडाउन के बाद स्पेयर पार्ट्स के बिजनेस में तेजी आई थी, जो इस बार नहीं दिख रही। बहुत सी परिवारों में कोविड से कैजुअल्टी हुई हैं, तो लोगों में खौफ बरकरार है। बाजार में लेबर की कमी के चलते सर्विस चार्ज भी बढ़ा है। मार्केट में काम भी उतना नहीं है। होलसेल का ऑर्डर भी कम आ रहा है। कई शहरों में अनलॉक प्रक्रिया में ढील मिल रही है, तो उम्मीद है कि आने वाले दिनों में काम बढ़ेगा।
लॉकडाउन से पहले जिस दुकान पर 10-10 लड़के काम करते थे। वहां 3 से 4 लड़के ही काम कर रहे हैं। व्यापारी को माल नहीं मिल पा रहा है। बिजनेस धीमा पड़ गया है। पिछले साल अनलॉक में दो महीने तक फुर्सत नहीं मिली थी। अब किसी तरह खर्चा पानी चला रहे हैं। दूर दराज के पुराने खरीदार ऑनलाइन पेमेंट कर रहे हैं, उन्हें माल भिजवा रहे हैं। वहीं यूपी, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड जैसे राज्यों के छोटे कारोबारी यहां आकर स्कूटर और बाइक के स्पेयर पार्ट्स ले जाते हैं। रॉ मैटेरियल के बढ़े रेट की वजह से भी काम में मंदी आई है। अब हमारी कोशिश है कि सभी दुकानदारों के कर्मचारियों को वैक्सीन लग जाए। इसके लिए किसी कंपनी से स्पॉन्सर कराने का प्रयास कर रहे हैं। क्षेत्रीय विधायक और एसडीएम से मिलकर स्कूटर मार्केट में वैक्सीनेशन कैंप लगवाने की अपील करेंगे। यदि स्टाफ सेफ हो जाएगा, तो चिंता नहीं रहेगी। दुकानदार तो खुद से डोज ले रहे हैं। ज्यादातर ने वैक्सीन ले भी ली।
विजय हुड़िया, स्पेयर पार्ट्स कारोबारी