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nनई दिल्ली : सब-रजिस्ट्रार और ई-सब रजिस्ट्रार ऑफिस की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। आम लोगों को होने वाली परेशानियों को देखते हुए सरकार ने ई-गवर्नेंस को भी खासी अहमियत दी है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ऑफिसों में विजिट भी की थी और वहां पर लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए अधिकारियों को दिशा- निर्देश भी जारी किए। हाल ही में रेवेन्यू डिपार्टमेंट की एक मीटिंग में सब- रजिस्ट्रार और ई- रजिस्ट्रार ऑफिसों की इफेक्टिव मॉनिटरिंग को लेकर कई अहम फैसले लिए गए हैं। यह तय किया गया है कि सभी डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट और अडिशनल डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट हर हफ्ते कम से कम एक बार सब- रजिस्ट्रार और ई सब- रजिस्ट्रार में विजिट करेंगे और इंस्पेक्शन रिपोर्ट भी सब्मिट करेंगे। वहां के कामकाज को मॉनिटर किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऑफिस में आने वाले आम लोगों को बेहतर सर्विस मिले। रजिस्टर्ड डॉक्युमेंट के डिलीवरी सिस्टम को स्ट्रीमलाइन करने के लिए भी फैसले लिए गए हैं। डॉक्युमेंट के लिए अप्लाई करने वालों को एसएमएस अलर्ट के जरिए जानकारी दी जाएगी। अगर डॉक्युमेंट की डिलीवरी उस दिन नहीं हो पाती है तो इसके बारे में भी एसएमएस के जरिए बताया जाएगा। सब-रजिस्ट्रार ऑफिस में खाली पड़े पदों को भी भरा जाएगा। डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट को इस बारे में दिशा- निर्देश जारी किए गए हैं। हर सब- रजिस्ट्रार ऑफिस में फ्रंट काउंटर पर दो डेटा एंट्री ऑपरेटर और दो सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को तैनात किया जाएगा। सभी सब- रजिस्ट्रार और ई-सब- रजिस्ट्रार को अपने ऑफिस को नोडल ऑफिसर बनाया गया है। इन ऑफिसर्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी बाहरी व्यक्ति ऑफिस परिसर में न आए। दलालों की एंट्री पर पूरी तरह से बैन लगाया जाए। दिल्ली सरकार ने ई-ऑफिस, ई-सब रजिस्ट्रार ऑफिस, ई-गवर्नेंस जैसे बड़े कदम उठाए हैं। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया अब ऑफिसों में जाकर यह पड़ताल कर रहे हैं कि सरकार की योजनाओं को ठीक से लागू किया जा रहा है या नहीं? कुछ दिन पहले डिप्टी सीएम कापसहेड़ा डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट ऑफिस पहुंचे और वहां की स्थिति देखकर काफी नाराज भी हुए थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा था कि अगर इस तरह से ऑफिस में लोगों को परेशानी होती है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डिप्टी सीएम की विजिट में यह सामने आया था कि सब-रजिस्ट्रार ऑफिस 5 में से केवल 2 काउंटर ही चल रहे थे। लेकिन बाजू वाले कमरे में तीन लोग बैठे थे, एक असिस्टेंट प्रोग्रामर, दो डाटा एंट्री ऑपरेटर, जो उस वक्त कुछ नहीं कर रहे थे। उसके बाद उन्होंने ऑफिसों में कामकाज को बेहतर बनाने के लिए दिशा- निर्देश जारी किए थे।
nनई दिल्ली : सब-रजिस्ट्रार और ई-सब रजिस्ट्रार ऑफिस की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। आम लोगों को होने वाली परेशानियों को देखते हुए सरकार ने ई-गवर्नेंस को भी खासी अहमियत दी है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ऑफिसों में विजिट भी की थी और वहां पर लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए अधिकारियों को दिशा- निर्देश भी जारी किए। हाल ही में रेवेन्यू डिपार्टमेंट की एक मीटिंग में सब- रजिस्ट्रार और ई- रजिस्ट्रार ऑफिसों की इफेक्टिव मॉनिटरिंग को लेकर कई अहम फैसले लिए गए हैं। यह तय किया गया है कि सभी डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट और अडिशनल डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट हर हफ्ते कम से कम एक बार सब- रजिस्ट्रार और ई सब- रजिस्ट्रार में विजिट करेंगे और इंस्पेक्शन रिपोर्ट भी सब्मिट करेंगे। वहां के कामकाज को मॉनिटर किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऑफिस में आने वाले आम लोगों को बेहतर सर्विस मिले। रजिस्टर्ड डॉक्युमेंट के डिलीवरी सिस्टम को स्ट्रीमलाइन करने के लिए भी फैसले लिए गए हैं। डॉक्युमेंट के लिए अप्लाई करने वालों को एसएमएस अलर्ट के जरिए जानकारी दी जाएगी। अगर डॉक्युमेंट की डिलीवरी उस दिन नहीं हो पाती है तो इसके बारे में भी एसएमएस के जरिए बताया जाएगा। सब-रजिस्ट्रार ऑफिस में खाली पड़े पदों को भी भरा जाएगा। डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट को इस बारे में दिशा- निर्देश जारी किए गए हैं। हर सब- रजिस्ट्रार ऑफिस में फ्रंट काउंटर पर दो डेटा एंट्री ऑपरेटर और दो सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को तैनात किया जाएगा। सभी सब- रजिस्ट्रार और ई-सब- रजिस्ट्रार को अपने ऑफिस को नोडल ऑफिसर बनाया गया है। इन ऑफिसर्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी बाहरी व्यक्ति ऑफिस परिसर में न आए। दलालों की एंट्री पर पूरी तरह से बैन लगाया जाए। दिल्ली सरकार ने ई-ऑफिस, ई-सब रजिस्ट्रार ऑफिस, ई-गवर्नेंस जैसे बड़े कदम उठाए हैं। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया अब ऑफिसों में जाकर यह पड़ताल कर रहे हैं कि सरकार की योजनाओं को ठीक से लागू किया जा रहा है या नहीं? कुछ दिन पहले डिप्टी सीएम कापसहेड़ा डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट ऑफिस पहुंचे और वहां की स्थिति देखकर काफी नाराज भी हुए थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा था कि अगर इस तरह से ऑफिस में लोगों को परेशानी होती है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डिप्टी सीएम की विजिट में यह सामने आया था कि सब-रजिस्ट्रार ऑफिस 5 में से केवल 2 काउंटर ही चल रहे थे। लेकिन बाजू वाले कमरे में तीन लोग बैठे थे, एक असिस्टेंट प्रोग्रामर, दो डाटा एंट्री ऑपरेटर, जो उस वक्त कुछ नहीं कर रहे थे। उसके बाद उन्होंने ऑफिसों में कामकाज को बेहतर बनाने के लिए दिशा- निर्देश जारी किए थे।