विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
दिल्ली सरकार और अफसरशाही के बीच चल रहे अब तक के सबसे बड़े टकराव के बीच आम आदमी पार्टी ने कहा है कि केंद्र सरकार में बैठी बीजेपी दिल्ली की आप सरकार को गिराना चाहती है। दिल्ली में आप सरकार बनने के पहले दिन से ही सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली की आप सरकार के साथ बर्ताव किया जा रहा है, उसे देखकर तो ऐसा लगता है कि हमने राजनीति में आकर बहुत बड़ा गुनाह कर दिया।
संजय सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मुख्यमंत्री के दफ्तर पर सीबीआई का छापा डलवा दिया जाता है, डेप्युटी सीएम के घर पर सीबीआई भेज दी जाती है, स्वास्थ्य मंत्री के पीछे सीबीआई छोड़ दी जाती है, आम आदमी पार्टी के 15 विधायकों को गिरफ्तार करा दिया जाता है। वहीं बीजेपी की सरकारों में गंभीर आरोपों से गिरे व्यक्तियों के खिलाफ कुछ नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि चीफ सेक्रेटरी ने सिर्फ बयान दिया है, उसका कोई सबूत पब्लिक में मौजूद नहीं है। वहीं आप नेताओं के साथ मारपीट की गई और उसका बाकायदा विडियो मौजूद है लेकिन फिर भी दिल्ली पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। कानून की नजर में चीफ सेक्रेटरी और चपरासी एक बराबर होते हैं, लेकिन पुलिस बीजेपी के इशारे पर काम कर रही है और ऐसा लगता है कि इस देश में दो तरह की न्याय व्यवस्था है।
आप लीडर्स ने कहा कि दिल्ली में लोगों को राशन नहीं मिल रहा है। चीफ सेक्रेटरी झूठ बोल रहे हैं, उनके द्वारा मारपीट करने का आरोप एकदम गलत है, ऐसा तो नहीं है कि जो बात मुख्य सचिव ने बोल दी वो गीता का श्लोक हो गया? उनके कहे अनुसार अगर मान लिया जाए कि ऐसा हुआ तो मुख्य सचिव रात को ही पुलिस के पास क्यों नहीं गए? अगले दिन का इंतजार क्यों किया? दरअसल सुबह तक पूरी प्लानिंग करके एक सुनियोजित तरीके से सचिवालय में भीड़ इकठ्ठा की गई और मीडिया में आकर इस मामले को फैला दिया गया। आप सांसद ने कहा कि हमारा तो यह कहना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री समेत आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों को जेल में डाल दीजिए, पार्टी की मान्यता रद्द कर दीजिए ताकि प्रधानमंत्री को शांति मिल सके।
दिल्ली सरकार और अफसरशाही के बीच चल रहे अब तक के सबसे बड़े टकराव के बीच आम आदमी पार्टी ने कहा है कि केंद्र सरकार में बैठी बीजेपी दिल्ली की आप सरकार को गिराना चाहती है। दिल्ली में आप सरकार बनने के पहले दिन से ही सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली की आप सरकार के साथ बर्ताव किया जा रहा है, उसे देखकर तो ऐसा लगता है कि हमने राजनीति में आकर बहुत बड़ा गुनाह कर दिया।
संजय सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मुख्यमंत्री के दफ्तर पर सीबीआई का छापा डलवा दिया जाता है, डेप्युटी सीएम के घर पर सीबीआई भेज दी जाती है, स्वास्थ्य मंत्री के पीछे सीबीआई छोड़ दी जाती है, आम आदमी पार्टी के 15 विधायकों को गिरफ्तार करा दिया जाता है। वहीं बीजेपी की सरकारों में गंभीर आरोपों से गिरे व्यक्तियों के खिलाफ कुछ नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि चीफ सेक्रेटरी ने सिर्फ बयान दिया है, उसका कोई सबूत पब्लिक में मौजूद नहीं है। वहीं आप नेताओं के साथ मारपीट की गई और उसका बाकायदा विडियो मौजूद है लेकिन फिर भी दिल्ली पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। कानून की नजर में चीफ सेक्रेटरी और चपरासी एक बराबर होते हैं, लेकिन पुलिस बीजेपी के इशारे पर काम कर रही है और ऐसा लगता है कि इस देश में दो तरह की न्याय व्यवस्था है।
आप लीडर्स ने कहा कि दिल्ली में लोगों को राशन नहीं मिल रहा है। चीफ सेक्रेटरी झूठ बोल रहे हैं, उनके द्वारा मारपीट करने का आरोप एकदम गलत है, ऐसा तो नहीं है कि जो बात मुख्य सचिव ने बोल दी वो गीता का श्लोक हो गया? उनके कहे अनुसार अगर मान लिया जाए कि ऐसा हुआ तो मुख्य सचिव रात को ही पुलिस के पास क्यों नहीं गए? अगले दिन का इंतजार क्यों किया? दरअसल सुबह तक पूरी प्लानिंग करके एक सुनियोजित तरीके से सचिवालय में भीड़ इकठ्ठा की गई और मीडिया में आकर इस मामले को फैला दिया गया। आप सांसद ने कहा कि हमारा तो यह कहना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री समेत आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों को जेल में डाल दीजिए, पार्टी की मान्यता रद्द कर दीजिए ताकि प्रधानमंत्री को शांति मिल सके।