नई दिल्ली: दिल्ली में नगर निगम चुनावों (Delhi Mcd Polls 2022) की तारीखें टलने पर सियासत गरमा गई है। निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान न होने पर सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने भाजपा और चुनाव आयोग पर हमला किया है। उधर पलटवार करते हुए दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल सरकार को आड़े हाथ लिया है।
गुप्ता ने कहा 'भाजपा कभी चुनाव से नही बचती, हमारा संगठन हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहता है। दिल्ली में 10 साल पहले नगर निगम का विभाजन तीन निगमों में किया था पर 10 साल बाद राजनीतिक दलों और जनता सभी ने महसूस किया की इससे आर्थिक समस्याएं भी बढ़ गईं। दिल्ली की जनता भली भांति जानती है की दिल्ली के तीनों नगर निगमों की समस्याओं को बढ़ाने में अरविंद केजरीवाल सरकार की बड़ी भूमिका है। बीते 7 साल में लगातार निगम फंड रोक कर अरविंद केजरीवाल ने निगमों को आर्थिक रूप से पंगु बनाए और व्यवस्थाओं को भी कमजोर किया है।'
इससे पहले निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान न होने पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर 'भाजपा भाग गई, MCD चुनाव टाल दिया, हार मान ली दिल्ली वाले खूब ग़ुस्सा हैं। कह रहे हैं इनकी हिम्मत कि चुनाव ना करायें? अब इनकी ज़मानत ज़ब्त करायेंगे हमारे सर्वे में अभी 272 में से 250 सीट आ रहीं थीं। अब 260 से ज़्यादा आएँगी पर चुनाव आयोग को भाजपा के दबाव में नहीं आना चाहिए था।'
बीजेपी के निशाने पर आए अरविंद केजरीवाल
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, 'आखिरकार जनता की सुविधा एवं नगर निगम की व्यवस्थाओं को सुधारने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने हस्तक्षेप करने का निर्णय लिया और यह दुर्भाग्यपूर्ण है की मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल बजाए सुधार में सहयोग देने के अपने चिरपरिचित अराजक अंदाज में किसी भी वैधानिक व्यवस्था को ना मानते हुए ओछी राजनीति कर रहे है।' उन्होंंने कहा कि भाजपा कभी चुनाव से नही डरती, डरे हुऐ तो खुद अरविंद केजरीवाल हैं क्योंकि उनकी सरकार की भ्रष्ट शराब नीति से जनता में उनके प्रति रोष है। उनके ब्यान केवल लोक दिखावा हैं असल में वह चुनाव टलने से खुश हैं।
दिल्ली सरकार की चिट्ठी ने फंसाया पेंच
दिल्ली में नगर निगम चुनावों की तारीखों का आज राज्य चुनाव आयोग की ओर से ऐलान किया जाना था। मगर तारीखों के ऐलान से ठीक पहले केंद्र सरकार की चिट्ठी ने पेंच फंसा दिया है। ऐसे में चुनाव की तारीखों का ऐलान करीब एक हफ्ते तक टल गया है। नगर निगम की चुनाव की तारीखों को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त एस के श्रीवास्तव ने कहा, 'केंद्र सरकार ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं जिनकी कानूनी रूप से जांच किया जाना बाकी है। हम अभी एमसीडी चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं कर पाएंगे, हमें कुछ और दिन लगेंगे। हमें 18 मई से पहले चुनाव कराना है।'
गुप्ता ने कहा 'भाजपा कभी चुनाव से नही बचती, हमारा संगठन हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहता है। दिल्ली में 10 साल पहले नगर निगम का विभाजन तीन निगमों में किया था पर 10 साल बाद राजनीतिक दलों और जनता सभी ने महसूस किया की इससे आर्थिक समस्याएं भी बढ़ गईं। दिल्ली की जनता भली भांति जानती है की दिल्ली के तीनों नगर निगमों की समस्याओं को बढ़ाने में अरविंद केजरीवाल सरकार की बड़ी भूमिका है। बीते 7 साल में लगातार निगम फंड रोक कर अरविंद केजरीवाल ने निगमों को आर्थिक रूप से पंगु बनाए और व्यवस्थाओं को भी कमजोर किया है।'
इससे पहले निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान न होने पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर 'भाजपा भाग गई, MCD चुनाव टाल दिया, हार मान ली दिल्ली वाले खूब ग़ुस्सा हैं। कह रहे हैं इनकी हिम्मत कि चुनाव ना करायें? अब इनकी ज़मानत ज़ब्त करायेंगे हमारे सर्वे में अभी 272 में से 250 सीट आ रहीं थीं। अब 260 से ज़्यादा आएँगी पर चुनाव आयोग को भाजपा के दबाव में नहीं आना चाहिए था।'
बीजेपी के निशाने पर आए अरविंद केजरीवाल
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, 'आखिरकार जनता की सुविधा एवं नगर निगम की व्यवस्थाओं को सुधारने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने हस्तक्षेप करने का निर्णय लिया और यह दुर्भाग्यपूर्ण है की मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल बजाए सुधार में सहयोग देने के अपने चिरपरिचित अराजक अंदाज में किसी भी वैधानिक व्यवस्था को ना मानते हुए ओछी राजनीति कर रहे है।' उन्होंंने कहा कि भाजपा कभी चुनाव से नही डरती, डरे हुऐ तो खुद अरविंद केजरीवाल हैं क्योंकि उनकी सरकार की भ्रष्ट शराब नीति से जनता में उनके प्रति रोष है। उनके ब्यान केवल लोक दिखावा हैं असल में वह चुनाव टलने से खुश हैं।
दिल्ली सरकार की चिट्ठी ने फंसाया पेंच
दिल्ली में नगर निगम चुनावों की तारीखों का आज राज्य चुनाव आयोग की ओर से ऐलान किया जाना था। मगर तारीखों के ऐलान से ठीक पहले केंद्र सरकार की चिट्ठी ने पेंच फंसा दिया है। ऐसे में चुनाव की तारीखों का ऐलान करीब एक हफ्ते तक टल गया है। नगर निगम की चुनाव की तारीखों को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त एस के श्रीवास्तव ने कहा, 'केंद्र सरकार ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं जिनकी कानूनी रूप से जांच किया जाना बाकी है। हम अभी एमसीडी चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं कर पाएंगे, हमें कुछ और दिन लगेंगे। हमें 18 मई से पहले चुनाव कराना है।'