विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
\Bलोकसभा में\B सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर होने वाले धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने अपनी सरकार की तमाम उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने दिल्ली की मौजूदा आप सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली के लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं और प्रदूषण के कारण बेहाल हैं। पिछले 5 साल में दिल्ली में डीटीसी बसों की संख्या घटी है और यमुना में गंदगी बढ़ी है, लेकिन आप सरकार वोट बैंक की राजनीति में लगी है।
उन्होंने केजरीवाल सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार यहां मस्जिद के इमाम को 18 हजार रुपये महीने और उनके सहायक को 16 हजार रुपये महीने सैलरी देती है। उन्हें ना तो मंदिरों के पुजारी और न ही गुरुद्वारों के ग्रंथी याद आते हैं। वर्मा ने आरोप लगाया कि दिल्ली के लोगों का टैक्स का पैसा आप सरकार वोट बैंक की राजनीति के लिए लुटा रही है। उन्होंने कहा कि शाहीन बाग में सीएए का विरोध नहीं हो रहा, बल्कि वहां पाकिस्तान समर्थन नारे लग रहे हैं। असम को देश से अलग करने की बात की जा रही है। लोग वहां मीडिया को निशाना बना रहे हैं और पुलिस का विरोध कर रहे हैं। लेकिन दिल्ली के सीएम और डिप्टी सीएम उन लोगों के साथ अपनी एकजुटता दिखा रहे हैं। उन्होंने दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों की समस्यों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने इन्हें मालिकाना हक देने का काम किया।
शाहीन बाग को लेकर विवादित बयान देने के चलते चुनाव आयोग द्वारा चुनाव प्रचार में तीन दिनों की रोक का सामना कर चुके प्रवेश जब चर्चा की शुरुआत करने खड़े हुए तो कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों ने विरोध स्वरूप कुछ देर के लिए सदन से वॉकआउट कर दिया। विपक्ष का आरोप था कि बीजेपी ने राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद ज्ञापन की चर्चा की शुरुआत उनसे कराई।
बता दें कि वर्मा द्वारा दिल्ली चुनाव का जिक्र करने पर टीएसी के सांसद सौगत राय ने नियम का हवाला देकर विरोध करते हुए कहा कि राष्ट्रपति के भाषण पर चर्चा में दिल्ली चुनाव का जिक्र कैसे कर सकते हैं। इस पर स्पीकर ने कहा कि धन्यवाद प्रस्ताव चर्चा के दौरान सभी मुद्दों पर बात की जा सकती है। जिसमें मौजूदा मुद्दों से लेकर आने वाले मुद्दे भी शामिल हो सकते हैं।