नई दिल्ली
बीजेपी की मालवीय नगर मंडल की पूर्व उपाध्यक्ष सुनीता रैली और शिवसेना की मालवीय नगर विधानसभा अध्यक्ष नीलम गुलाटी अपने समर्थकों के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हुई हैं। आप के विधायक सोमनाथ भारती ने इन नेताओं का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के जनहित के कामों से प्रभावित होकर और एमसीडी से बीजेपी के भ्रष्ट शासन को उखाड़ने के लिए दूसरी पार्टियों के लोग आम आदमी पार्टी का दामन थाम रहे हैं।
आप विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि मंगलवार को बड़ी संख्या में शिवसेना और बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता हासिल की है। इनमें ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक के कार्यकर्ता शामिल हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार की नीति काम की राजनीति की है। हिंदुस्तान की राजनीति में अरविंद केजरीवाल ने काम की राजनीति को स्थापित किया है, जबकि अन्य पार्टियों की धर्म और जाति की राजनीति है।
भारती ने कहा कि आम आदमी पार्टी की जो पावर पॉलिसी है उसके तहत दिल्ली में 200 यूनिट मुफ्त और 400 यूनिट बिजली 50 फीसदी सब्सिडी के साथ दे रहे हैं। बिजली की कीमतें भी नहीं बढ़ाई गई है। दिल्ली मॉडल में हर परिवार को फायदा हो रहा है। दिल्ली के सरकारी स्कूल और अस्पताल निजी क्षेत्र को भी चुनौती दे रहे हैं। यह काम पहले भी हो सकते थे, लेकिन कांग्रेस और बीजेपी की नीयत नहीं थी।
बीजेपी की मालवीय नगर मंडल की पूर्व उपाध्यक्ष सुनीता रैली और शिवसेना की मालवीय नगर विधानसभा अध्यक्ष नीलम गुलाटी अपने समर्थकों के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हुई हैं। आप के विधायक सोमनाथ भारती ने इन नेताओं का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के जनहित के कामों से प्रभावित होकर और एमसीडी से बीजेपी के भ्रष्ट शासन को उखाड़ने के लिए दूसरी पार्टियों के लोग आम आदमी पार्टी का दामन थाम रहे हैं।
आप विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कि मंगलवार को बड़ी संख्या में शिवसेना और बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता हासिल की है। इनमें ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर तक के कार्यकर्ता शामिल हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार की नीति काम की राजनीति की है। हिंदुस्तान की राजनीति में अरविंद केजरीवाल ने काम की राजनीति को स्थापित किया है, जबकि अन्य पार्टियों की धर्म और जाति की राजनीति है।
भारती ने कहा कि आम आदमी पार्टी की जो पावर पॉलिसी है उसके तहत दिल्ली में 200 यूनिट मुफ्त और 400 यूनिट बिजली 50 फीसदी सब्सिडी के साथ दे रहे हैं। बिजली की कीमतें भी नहीं बढ़ाई गई है। दिल्ली मॉडल में हर परिवार को फायदा हो रहा है। दिल्ली के सरकारी स्कूल और अस्पताल निजी क्षेत्र को भी चुनौती दे रहे हैं। यह काम पहले भी हो सकते थे, लेकिन कांग्रेस और बीजेपी की नीयत नहीं थी।